बिना डिग्री बना दिया टरबाइन
Thursday, February 9, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत

बिना डिग्री बना दिया टरबाइन

केदार प्रसाद महतो ने कुछ उपकरणों को जोड़कर एक ऐसी मशीन बनाई है, जो सामान्य रूप से बह रही जलधारा से बिजली पैदा करती है

रितेश कश्यप by रितेश कश्यप
May 17, 2022, 08:30 am IST
in भारत, झारखण्‍ड
नदी में लगा बिजली संयंत्र

नदी में लगा बिजली संयंत्र

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

रामगढ़ जिले के बेयांग गांव में रहने वाले केदार प्रसाद महतो ने कुछ उपकरणों को जोड़कर एक ऐसी मशीन बनाई है, जो सामान्य रूप से बह रही जलधारा से बिजली पैदा करती है। उनके संयंत्र से उत्पादित बिजली से गांव के रास्ते हो रहे हैं रौशन

नदी में लगा बिजली संयंत्र

 

जज्बा, जोश और जुनून हो तो कठिन से कठिन लक्ष्य को भी हासिल किया जा सकता है। झारखंड के रामगढ़ जिले के बेयांग गांव के निवासी केदार प्रसाद महतो इसका जीता-जागता उदाहरण हैं। 12वीं तक पढ़े केदार प्रसाद महतो ने पारंपरिक ज्ञान से असंभव दिखने वाला काम कर न केवल दूसरों को रास्ता दिखाया है, बल्कि यह साबित भी किया है कि सपने को साकार करने के लिए डिग्री और भारी भरकम रकम जरूरी नहीं है। दरअसल, केदार प्रसाद देसी तकनीक से बिजली पैदा कर रहे हैं। अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जीवन के बहुमूल्य 8 साल खपा दिए। यह उनकी मेहनत और लगन का परिणाम है कि आज गांव को मुफ्त बिजली मिल रही है।

देसी टरबाइन से गांव रौशन
बचपन से ही केदार की रुचि तकनीकी क्षेत्र में थी। वे शुरू से ही कुछ नया करना चाहते थे, इसलिए लगातार उपकरणों को जोड़ने-तोड़ने का उनका सिलसिला चलता रहा। इसी क्रम में एक दिन उन्होंने टरबाइन बना दिया, जो सामान्य रूप से बहती जलधारा से बिजली पैदा कर सकती है। इसे उन्होंने गांव के पास बहने वाली नदी में लगाया। इसके लिए बांस और र्इंट को जोड़कर बाकायदा एक मचान बनाया। केदार बताते हैं, ‘‘पूरा झारखंड बरसों से बिजली की समस्या से जूझ रहा है। इसी को देखते हुए खुद ही बिजली बनाने की इच्छा हुई। इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ छोटे-मोटे उपकरणों को जोड़कर एक मशीन तैयार की। 2021 में उत्साहजनक सफलता मिली। जलधारा से टरबाइन चालू हो गया और बिजली पैदा होने लगी।’’

आज उनके बनाए टरबाइन से 5 किलोवाट बिजली पैदा हो रही है, जो गांव के मंदिर और सड़कों-गलियों को रौशन कर रही है। केदार ने आगे बताया कि नदी में मचान बनाने से लेकर और विभिन्न तरह के उपकरण खरीदने पर लगभग 3 लाख रुपये का खर्च आया। लेकिन यह रकम उन्होंने अपनी जेब और कुछ दोस्तों की मदद से इकट्ठी की। बता दें कि 32 वर्षीय केदार बिजली का ही काम करते हैं और इसी से उनके परिवार का गुजर-बसर होता है। इसमें से भी वे कुछ पैसे बचा लेते हैं, जिसे बिजली संयंत्र के रख-रखाव पर खर्च करते हैं। वे कहते हैं कि पैसे के अभाव और कुछ अन्य तकनीकी कारणों से अधिक बिजली पैदा नहीं कर पा रहे हैं। यदि सरकार से मदद मिल जाए तो वे आसपास के सभी गांवों के लिए बहुत ही सस्ती बिजली उत्पादन कर सकते हैं।

अपने बिजली संयंत्र में काम करते केदार प्रसाद महतो

परिवार और गांव को गर्व
केदार के पिता जानकी महतो और माता फुलेश्वरी देवी को अपने बेटे की सफलता पर गर्व है। उनका कहना है कि यदि सरकार इन देसी तकनीक को प्रोत्साहन और सहयोग दे, तो बिजली उत्पादन के लिए बड़े-बड़े जलाशय बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। केदार की इस उपलब्धि से गांव वाले भी चकित हैं। वे उन्हें गांव का ‘नायक’ मानते हैं। हालांकि केदार के लिए बिजली संयंत्र बनाने से लेकर इससे बिजली पैदा करने तक का सफर मुश्किलों से भरा रहा। वे कहते हैं, ‘‘शुरू में जब मैं लोगों से कहता था कि बिजली पैदा करना चाहता हूं तो वे हंसते थे। कहते थे, पागल हो।

सरकार तो पर्याप्त बिजली उत्पादन कर ही नहीं पा रही है और तुम बिजली पैदा करने की बात कर रहे हो। क्या तुम सरकार से बड़े हो गए हो? इसके बाद मैंने लोगों से इस विषय में बात करना ही छोड़ दिया और अपने काम में लगा रहा। हां, कुछ खास दोस्तों से बात करता था और उनसे परेशानियां साझा करता था। जरूरत पड़ने पर वे उपकरण खरीदने में मेरी मदद भी करते थे। उनके सहयोग से ही मुझे सफलता मिली।’’ केदार को गांव के ज्ञानी महतो, गंगेश महतो, सिकंदर महतो, जगन्नाथ महतो, नवीन महतो, ऋषिकेश महतो और कमलेश महतो से आर्थिक और अन्य तरह की मदद मिलती रही है। इसलिए केदार बात-बात में इन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।

5 किलोवाट बिजली उत्पादन
केदार को पहली सफलता 2020 में मिली, जब उन्होंने 3 किलोवाट बिजली पैदा करना शुरू किया। इसके बाद वे 2021 में 5 किलोवाट बिजली पैदा करने लगे, लेकिन इसी वर्ष नदी में बाढ़ आई और उनका टरबाइन व उपकरण बह गए। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने हौसला बुलंद रखा और एक बार फिर उपकरणों की मरम्मत कर बिजली पैदा करने लगे।

केदार अपने गांव के साथ-साथ आसपास के गांवों को भी बिजली को लेकर आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि अगर उनकी इस परियोजना को सरकार सहयोग दे तो वे 2 मेगावाट बिजली आसानी से पैदा कर सकते हैं। इतनी बिजली से कई गांव रौशन हो सकते हैं।

केदार द्वारा बनाए गए संयंत्र की विशेषता यह है कि इसे कहीं भी लगाया जा सकता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे बिजली पैदा करने पर कोई अतिरिक्त लागत नहीं आती, जबकि पानी से बिजली पैदा करने के लिए कोयला और बॉयलर की जरूरत पड़ती है। लेकिन केदार द्वारा निर्मित उपकरण को चलाने के लिए बहती जलधारा ही काफी है। गांव के मुखिया सूरजनाथ भी केदार की प्रशंसा करते नहीं अघाते। वे कहते हैं कि केदार प्रसाद के कारण गांव की अलग पहचान बन रही है। अब रांची से लेकर रामगढ़ तक हमारे गांव की चर्चा होती है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले गांव में सरस्वती पूजा हो रही थी। अचानक बिजली चली गई तो हर तरफ अंधेरा छा गया। केदार को पता चला तो उसने तुरंत अपने बिजली संयंत्र से बिजली दे दी। इस कारण पूजा में कोई व्यवधान नहीं पहुंचा।

केदार अपने गांव के साथ-साथ आसपास के गांवों को भी बिजली को लेकर आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। लेकिन उनके पास संसाधन नहीं है। वे कहते हैं कि यदि उन्हें आर्थिक मदद मिली तो वे 2 किलोवाट बिजली तो आसानी से पैदा कर सकते हैं। इतनी बिजली से तो कई गांव रौशन हो सकते हैं।

रितेश कश्यप
Correspondent at Panchjanya | Website

दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।

 

  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    लव जिहादी अरमान खान के द्वारा हत्या कर दी गई ममता देवी और उसकी 3 साल की बच्ची
    Jan 23, 2023, 10:03 am IST
    अरमान खान ने ममता की हत्या की, अब उसका भाई आरजू ममता की बड़ी बहन जया को मारने की धमकी दे रहा है
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    Jan 18, 2023, 08:01 am IST
    अब मुंडारी और संथाली में रामायण
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    तीन साल की बेटी के साथ ममता देवी, जिनकी हत्या अरमान ख़ान ने कर दी।
    Jan 17, 2023, 01:51 pm IST
    अरमान खान ने तीन वर्ष की बच्ची के सामने उसकी मां ममता देवी की हत्या की
Topics: नवीन महतोझारखंडऋषिकेश महतो और कमलेश महतोआत्मनिर्भरबिजली संयंत्रकेदार प्रसाद महतोरामगढ़बेयांग गांवज्ञानी महतोगंगेश महतोसिकंदर महतोजगन्नाथ महतो
Share1TweetSendShareSend
Previous News

80 साल के चित्रकार मोरिस राइडर ने नाबालिग का किया डिजिटल रेप

Next News

महिला से छेड़छाड़ और हत्या का प्रयास करने वाले अजीत खान समेत दो आरोपियों को 10 साल की सजा

संबंधित समाचार

तीन साल की बेटी के साथ ममता देवी, जिनकी हत्या अरमान ख़ान ने कर दी।

अरमान खान ने तीन वर्ष की बच्ची के सामने उसकी मां ममता देवी की हत्या की

बरही में ग्रामीणों से पूछताछ करते पुलिस अधिकारी दूसरी तरफ घायल अवस्था में साहिबगंज के चंदन रविदास

खलील मियां ने धोखे से गोमांस खिलाकर 50 हिंदुओं से कहा कि अब तो मुसलमान बन गए, नमाज पढ़ो

क्षतिग्रस्त हनुमान जी की मूर्ति और घटना का विरोध करते बजरंग दल के कार्यकर्ता

गिरिडीह में हनुमान जी की प्रतिमा को किया क्षतिग्रस्त, मंदिर को किया अपवित्र!

कांग्रेस की विधायक ममता देवी (फाइल चित्र)

बंधु तिर्की के बाद एक और कांग्रेस विधायक की गई विधायकी !

गोतस्कर इजहार अंसारी उर्फ कल्लू को पकड़ने गई पुलिस टीम

गोतस्करों को पकड़ने गई पुलिस टीम को बनाया बंधक, तुष्टीकरण नीति के कारण राज्य का बुरा हाल

भाजपा के कार्यकर्ताओं को धमकी देने वाले (बाएं से ) बंधु तिर्की और मिथिलेश ठाकुर

 ‘पाप’ छुपाने की छटपटाहट में नेताओं की फिसल रही है जुबान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कपड़े से नहीं, बल्कि प्लास्टिक बोतलों से बनी जैकेट पहन कर संसद पहुंचे थे पीएम मोदी

कपड़े से नहीं, बल्कि प्लास्टिक बोतलों से बनी जैकेट पहन कर संसद पहुंचे थे पीएम मोदी

घोटालों और हिंसा का था 2004 से 14 का दशक : प्रधानमंत्री मोदी

घोटालों और हिंसा का था 2004 से 14 का दशक : प्रधानमंत्री मोदी

भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही दुनिया : प्रधानमंत्री मोदी

भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही दुनिया : प्रधानमंत्री मोदी

उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के लिए बनी सोशल मीडिया पॉलिसी, पुलिस कर्मियों के रील बनाने पर लगी रोक

उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के लिए बनी सोशल मीडिया पॉलिसी, पुलिस कर्मियों के रील बनाने पर लगी रोक

अदालत में पहुंचा तेंदुआ ! सीढ़ियों से चढ़कर गया कोर्ट, वकील सिपाही समेत 6 को धर दबोचा, जानिए आगे की कहानी…

अदालत में पहुंचा तेंदुआ ! सीढ़ियों से चढ़कर गया कोर्ट, वकील सिपाही समेत 6 को धर दबोचा, जानिए आगे की कहानी…

रामचरितमानस जलाने वाले

रामचरितमानस जलाने वाले

यूपी में 1200 करोड़ रुपए का निवेश करेगी जेके सीमेंट

यूपी में 1200 करोड़ रुपए का निवेश करेगी जेके सीमेंट

राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने जताई आपत्ति, कहा-जनभावनाओं का सम्मान करें

राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने जताई आपत्ति, कहा-जनभावनाओं का सम्मान करें

ऋषिकेश-भानियावाला अब राष्ट्रीय राज मार्ग का हिस्सा, नितिन गडकरी ने जारी किए एक हजार करोड़

ऋषिकेश-भानियावाला अब राष्ट्रीय राज मार्ग का हिस्सा, नितिन गडकरी ने जारी किए एक हजार करोड़

एक भूला-सा सेनानी’ नाटक का मंचन

एक भूला-सा सेनानी’ नाटक का मंचन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies