फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू, महंगाई, कट्टर इस्लाम और हिजाब बना मुद्दा
Sunday, May 29, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम विश्व

फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू, महंगाई, कट्टर इस्लाम और हिजाब बना मुद्दा

Shivam Dixit by Shivam Dixit
Apr 10, 2022, 06:44 pm IST
in विश्व
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

फ्रांस में राष्ट्रपति के चुनाव में 4.87 करोड़ लोग वोट करेंगे। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत 12 लोग चुनावी मैदान में हैं। इनमें तीन महिलाएं हैं। मैक्रों और ली पेन के लेस रिपब्लिकन की वलेरी पेक्रेस भी दौड़ में हैं। इनके अलावा जीन-ल्यूक मेलेनचॉन, एरिक जेमोर, नटाली एर्टहॉद, निकोलस डूपोंट-एगनन, एन हिडैल्गो, यानिक जैडोट, जीन लैसले, फिलिप पोटू, फैबियन रसेल और एरिक जेमौर जोल सागेत, एरिक फफेरबर्ग शामिल हैं।

फ्रांस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान रविवार को शुरू हो गया। इस चुनाव में राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों अपने पांच साल के कामकाज को आधार बनाकर दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए प्रयासरत हैं। मैक्रों कट्टर इस्लामिक गतिविधियों के खिलाफ खुलकर बोलते रहे हैं। पिछले ही साल मैक्रों ने ‘द फोरम ऑफ इस्लाम’ बनाने का एलान किया था। इसमें इस्लाम को नए सिरे से आकार देने की बात कही गई थी। मैक्रों ने इस चार्टर में कई चीजें शामिल की।

वहीं दक्षिणपंथी उम्मीदवार मारिन ली पेन और वामपंथी नेता ज्यांलुस मेलेंशां महंगाई को मुद्दा बनाकर उनके पांच साल के शासन को चुनौती दे रहे हैं। मरीन को भी इस्लाम विरोधी माना जाता है। इस चुनाव में उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो देश में सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने वाली महिलाओं पर जुर्माना लगाया जाएगा। ली पेन ने कहा, ‘जिस तरह गाड़ियों में सीटबेल्ट पहनने को अनिवार्य बनाया गया है, उसी तरह ये फैसला भी लागू किया जाएगा कि मुसलमान सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब न पहनें।’

मरीन ली ‘इस्लामिक कट्टरता’ पर नरम रुख के लिए मैक्रों की आलोचना करती रही हैं। शार्ली हेब्दो मामले में फ्रांस का समर्थन करने के बाद मरीन पेन ने भारत और यहां के लोगों की खुलकर तारीफ की थी। शार्ली हैब्दो पर हमले के बाद ली पेन ने फ्रांस में पाकिस्तानियों की एंट्री बैन करने की भी मांग की थी।

फ्रांस में रविवार को शुरू हुआ मतदान ज्यादातर स्थानों पर सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम सात बजे संपन्न होगा। हालांकि, कुछ बड़े शहरों में मतदान रात आठ बजे तक चलेगा। यहां 4.8 करोड़ मतदाता 12 उम्मीदवारों में से किसी एक को इस शीर्ष पद के लिए चुनेंगे। अगर इसमें किसी उम्मीदवार को 50 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं मिले, तो पहले दो नंबर पर रहने वाले उम्मीदवार दूसरे चरण के मतदान में उतरेंगे। दूसरे चरण का मतदान 24 अप्रैल को होगा।

पहले चरण के मतदान से पहले अपनी आखिरी बड़ी चुनावी सभा में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने महिला मतदाताओं के समर्थन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता हासिल करना उनके दूसरे कार्यकाल का एक बड़ा उद्देश्य होगा। अभी तक मैक्रों का मुख्य मुकाबला दक्षिणपंथी नेता मरीन ली पेन से है। ली पेन भी खुद को नारीवादी बताती हैं।

वे मैक्रों के कार्यकाल में बढ़ी महंगाई को मुद्दा बना रही हैं। उन्होंने चुनाव जीतने की स्थिति में सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने पर रोक लगाने का वादा भी किया है। वामपंथी उम्मीदवार ज्यां लुक मेलेंशा ने न्यूनतम मजदूरी में सर्वाधिक वृद्धि का वादा किया है।

जानिए कैसे है भारत से दोनों के रिश्ते हैं?

विदेश मामलों के जानकार प्रो. विवेक प्रियदर्शी कहते हैं, ‘इमैनुएल मैक्रों और मरीन ली पेन दोनों ही भारत के अच्छे समर्थक हैं। इस्लामिक कट्टरता को दूर करने के लिए भारत की ओर से उठाए जाने वाले कदम को भी दोनों का समर्थन मिलता रहा है।’ दोनों ही भारत के अच्छे प्रशंसक हैं। सामरिक मुद्दों पर भी साथ देते रहे हैं। यही कारण है कि भारत और फ्रांस के बीच आर्थिक, रक्षा समेत कई मामलों में समझौते हुए हैं।

10 फीसदी मुस्लिम आबादी  है फ्रांस में 

फ्रांस की कुल आबादी में 10 प्रतिशत मुसलमान हैं। ये यूरोप में मुस्लिम समुदाय की सबसे बड़ी आबादी है। फ्रांस के अधिकतर मुस्लिम इसकी पूर्व कॉलोनी मोरक्को, ट्यूनीशिया और अल्ज़ीरिया से आकर बसे हैं। इस समुदाय की दूसरी और तीसरी पीढ़ियां फ्रांस में ही पैदा हुई हैं।

Topics: फ्रांस में राष्ट्रपति चुनावinternational newsअंतर्राष्ट्रीय समाचारफ़्रांस समाचारराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदानकट्टर इस्लाम और हिजाब बना मुद्दाफ्रांस में राष्ट्रपति के चुनावFrance Newspresidential election voteRadical Islam and Hijab become an issueFrench presidential election issuesPresidential elections in France
ShareTweetSendShareSend
Previous News

मोदीजी की खिचड़ी संग ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का जश्न

Next News

इमरान की पार्टी से कुरैशी ने शहबाज के खिलाफ कराया प्रधानमंत्री पद के लिए नामांकन

संबंधित समाचार

पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के बाद बिजली पर महंगाई की मार, सात रुपये यूनिट हुई महंगी

पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के बाद बिजली पर महंगाई की मार, सात रुपये यूनिट हुई महंगी

भारत के साथ सबसे अच्छी दोस्ती के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : बाइडेन

भारत के साथ सबसे अच्छी दोस्ती के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध : बाइडेन

यासीन मलिक ने कोर्ट में कबूला गुनाह, 19 को आएगा फैसला

यासीन मलिक को दोषी करार देते ही चिढ़ा पाकिस्तान, जताई आपत्ति

संयुक्त राष्ट्र की बैठक में कश्मीर राग पर पाकिस्तान को भारत की फटकार

संयुक्त राष्ट्र की बैठक में कश्मीर राग पर पाकिस्तान को भारत की फटकार

संकट में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, अब विदेश से नहीं मंगा सकेंगे विलासिता की वस्तुएं

संकट में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, अब विदेश से नहीं मंगा सकेंगे विलासिता की वस्तुएं

कनाडा ने हुआवे और जेडटीई के उत्पादों पर लगाई रोक, जानिए चीनी कंपनियों पर रोक की वजह

कनाडा ने हुआवे और जेडटीई के उत्पादों पर लगाई रोक, जानिए चीनी कंपनियों पर रोक की वजह

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से हटाए गए 71 हजार 114 लाउडस्पीकर, 4371 से अधिक सौपें गए स्कूलों को

उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों से हटाए गए 71 हजार 114 लाउडस्पीकर, 4371 से अधिक सौपें गए स्कूलों को

दिव्यांग बच्चे को फ्लाइट पर चढ़ने से रोकना इंडिगो को पड़ा भारी, डीजीसीए ने लगाया 5 लाख रुपये का जुर्माना

दिव्यांग बच्चे को फ्लाइट पर चढ़ने से रोकना इंडिगो को पड़ा भारी, डीजीसीए ने लगाया 5 लाख रुपये का जुर्माना

“हिंदुत्व धर्म नहीं, इतिहास है”…. फिल्म स्वतंत्रता वीर सावरकर में रणदीप हुड्डा का फर्स्ट लुक सोशल मीडिया में वायरल

“हिंदुत्व धर्म नहीं, इतिहास है”…. फिल्म स्वतंत्रता वीर सावरकर में रणदीप हुड्डा का फर्स्ट लुक सोशल मीडिया में वायरल

नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए आरोग्य भारती ने किये सुसंगठित प्रयास : राष्ट्रपति

नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए आरोग्य भारती ने किये सुसंगठित प्रयास : राष्ट्रपति

शोपियां: सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया, पिस्टल सहित ग्रेनेड बरामद

अनंतनाग में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो आतंकी ढेर

पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के बाद बिजली पर महंगाई की मार, सात रुपये यूनिट हुई महंगी

पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल के बाद बिजली पर महंगाई की मार, सात रुपये यूनिट हुई महंगी

अब महिलाओं से नाइट ड्यूटी नहीं करवा सकेंगी कंपनी, आदेश के उल्लंघन पर सजा का प्रावधान

अब महिलाओं से नाइट ड्यूटी नहीं करवा सकेंगी कंपनी, आदेश के उल्लंघन पर सजा का प्रावधान

गांव के स्वावलंबन का बहुत बड़ा माध्यम है सहकार : प्रधानमंत्री मोदी

गांव के स्वावलंबन का बहुत बड़ा माध्यम है सहकार : प्रधानमंत्री मोदी

पंजाब सरकार पर भड़के अकाल तख्त जत्थेदार, सुरक्षा लेने से किए इनकार

पंजाब सरकार पर भड़के अकाल तख्त जत्थेदार, सुरक्षा लेने से किए इनकार

प्रशांत के दस पड़ोसी देशों को जाल में फंसा कर आस्ट्रेलिया को घेर रहा है चीन

प्रशांत के दस पड़ोसी देशों को जाल में फंसा कर आस्ट्रेलिया को घेर रहा है चीन

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies