सिवनी जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत पेंच मोगली अभयारण्य, परिक्षेत्र कुरई के बीट पश्चिम खामरीठ के कक्ष क्रमांक आर.एफ. 630 में मंगलवार की सुबह 9.20 बजे गश्ती दल को 12वर्षीय एक नर बाघ मृत अवस्था में मिला। जिसका शव दाह वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया है।
मुख्य वनसंरक्षक एवं क्षेत्र संचालक पेंच टाईगर रिजर्व अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की सुबह पेंच मोगली अभयारण्य, परिक्षेत्र कुरई के बीट पश्चिम खामरीठ के कक्ष क्रमांक आर.एफ. 630 में गश्ती दल को गश्ती के दौरान 12वर्षीय एक नर बाघ मृत अवस्था मेे मिला। इस दौरान पेंच प्रबंधन अमले द्वारा क्षेत्र की घेराबंदी कर क्षेत्र को सुरक्षित किया गया और क्षेत्र संचालक, अधीक्षक पेंच मोगली अभयारण्य, परिक्षेत्र अधिकारी कुरई एवं अन्य अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे, और घटना स्थल का निरीक्षण किया। कान्हा टाइगर रिजर्व एवं पश्चिम छिंदवाड़ा वनमण्डल छिंदवाड़ा से डॉग स्क्वाड को बुलाकर आस-पास के वन क्षेत्र का गहन निरीक्षण कराया गया। कोई संदिग्ध गतिविध नहीं पाई गई।
बताया गया कि कान्हा टाइगर रिजर्व के वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल एवं विकासखण्ड पशु चिकित्सा अधिकारी, कुरई डॉ. अमित रैकवार, अशोक कुमार मिश्रा, क्षेत्र संचालक, आशीष कुमार पाण्डेय, अधीक्षक पेंच मोगली अभ्यारण्य, विलास डोंगरे, परिक्षेत्र अधिकारी, कुरई, एन.टी.सी.ए. के प्रतिनिधि राजेन्द्र भिन्डारकर, वाईल्डलाईफ बायोलॉजिस्ट एवं अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति में शव परीक्षण किया गया। बाघ के समस्त अवयव सुरक्षित पाये गये।
परीक्षण के दौरान मृत बाघ के दोनों अगले पैरों पर अन्य बाघ के कैनाईन मार्क स्पष्ट रूप से दिखाई दिये, अगले दाहिने पंजे की हड्डी भी टूटी मिली एवं साथ ही गर्दन पर भी गंभीर घाव पाये गये। वन्यप्राणी चिकित्सक एवं पशु चिकित्सक द्वारा मृत्यु का प्रथम दृष्टया कारण अन्य बाघ से संघर्ष होना बताया गया। शव परीक्षण उपरांत आवश्यक अवयवों को प्रयोगशाला परीक्षण हेतु संरक्षित किया गया। एन.टी.सी.ए. द्वारा निर्धारित एस.ओ.पी. का पालन करते हुए समस्त प्रक्रिया की गयी। शव परीक्षण उपरांत बाघ के शव को पूर्ण रूप से जलाकर नष्ट किया गया।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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