पोलैंड से भारतीय नागरिकों को लेकर वायुसेना का विमान (C-17) स्वदेश के लिए निकल चुका है। इस बात की जानकारी केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने सोशल मीडिया के जरिये दी। भारत सरकार ने उन्हें पोलैंड में विशेष दूत की जिम्मेदारी दी। विमान के पोलैंड के रेज़जो एयरोपोर्ट से उड़ान भरने के दौरान जनरल वीके सिंह ने उसमें मौजूद लोगों से बात की। विमान के अंदर भारत माता की जय और वंदे मातरम् गूंज उठा। भारत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है। वहीं, यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर रोमानिया से भारतीय वायु सेना का C-17 जहाज हिंडन एयरपोर्ट पहुंच गया है।
पोलैंड में केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह बिल्कुल उसी तरह मोर्चा संभाले हुए हैं। जैसे कि रणभूमि में सेनाध्यक्ष। अनुशासन, हिम्मत, हौसला, आत्मविश्वास और जोश का संचार। वीके सिंह ने कई वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से साझा किए हैं।
पोलैंड में ही जनरल वीके सिंह ने एक होटल में छात्रों से बात की। उन्होंने कहा कि आप में से बहुत लोग जिनको घर प्यारा है वे जाने की तैयारी में हैं, उनके अभिभावक भी उन्हें बुला रहे हैं क्योंकि वे चिंतित हैं। कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें कई लोग उल्टी सीख पढ़ा देते हैं कि शायद वे किसी दूसरे देश में चले जाएंगे तो उन्हें नौकरी नहीं मिलने वाली है। और एक चीज को याद रखिये कि अगर आपकी पढ़ाई पूरी नहीं हुई तो पोलैंड के जितने भी लोगों से मैं मिला हूं वह कह रहे हैं कि जितने भी बच्चे यूक्रेन में थे हम उनकी पढ़ाई कराने का जिम्मा लेते हैं।
उन्होंने कहा कि इस चीज को सबको बताइयेगा कि इधर-उधर धक्के खाने की जरूरत नहीं है, कुछ लोग सोच रहे हैं कि जर्मनी चले जाओ, वहां पता नहीं कि बोझा ढोने का काम मिल जाएगा, ऐसा कुछ नहीं होगा। उन्होंने बताया कि पोलैंड के विश्वविद्यालयों ने कहा है कि वे इन छात्रों की पढ़ाई पूरी कराएंगे।
भारतीय छात्रों के लिए वीजा की जरूरत नहीं
पोलैंड की सरकार ने घोषणा की है कि भारतीय छात्र बिना रोकटोक के यूक्रेन से पोलैंड में प्रवेश कर सकते हैं। उन्हें इसके लिए वीजा की जरूरत नहीं है। भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बर्कुवस्की ने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर दी है।
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