रक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 351 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।अगले साल दिसंबर से शुरू होने वाली समय सीमा के तहत इन उपकरणों के आयात की अनुमति नहीं होगी। गौरतलब है कि यह कदम भारत को सैन्य प्लेटफॉर्म और उपकरणों के उत्पादन का केंद्र बनाने के लक्ष्य के तहत उठाया गया है। इसके साथ ही मंत्रालय 2500 वस्तुओं की एक और सूची भी जारी कि जिनका पहले ही स्वदेशीकरण किया जा चुका है। मंत्रालय के अनुसार इन कदमों से आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य की ओर देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार सैन्य साजो-सामान स्वदेशी हो चुके हैं। रक्षा उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए मंत्रालय की ओर से लगातार सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
इनके आयात पर लगेगी रोक
नई सूची में जिन वस्तुओं को सूची में रखा गया है, उनमें लेजर वार्निंग सेंसर, हाई प्रेशर चेक वाल्व, हाई प्रेशर ग्लोब वाल्व, ड्रेनेज इंट्रूशन डीटेक्शन सिस्टम, कई तरह की केबल, सॉकेट और वोल्टेज कंट्रोल ऑस्किलेटर शामिल हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि देश को रक्षा उत्पादन का गढ़ बनाने की दिशा में सरकार ने पिछले कुछ सालों में कई कदम उठाए हैं। पिछले साल अगस्त में सरकार ने 2024 तक 101 हथियारों और रक्षा उपकरणों के आयात पर रोक लगाने का एलान किया। इसमें वाहक विमान, हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर, पनडुब्बियां, क्रूज मिसाइल और सोनार सिस्टम शामिल हैं।
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