गोतस्करों ने बताया कि गोतस्करी के लिए झारखंड पुलिस को हर गोवंश पर 50 रु. देने पड़ते हैं
May 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

गोतस्करों ने बताया कि गोतस्करी के लिए झारखंड पुलिस को हर गोवंश पर 50 रु. देने पड़ते हैं

by अरुण कुमार सिंह
Dec 20, 2021, 03:47 pm IST
in भारत, बिहार
गोरक्षकों के समर्थन में आयोजित एक पंचायत में शामिल लोग

गोरक्षकों के समर्थन में आयोजित एक पंचायत में शामिल लोग

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
झारखंड के चाईबासा और सिमडेगा जिले के कुछ गोतस्करों ने स्वीकारा है कि गोतस्करी के लिए वे हर थाने में प्रत्येक गोवंश पर 50 रु. देते हैं। यही कारण है कि झारखंड में गोतस्करी चरम पर है और जो लोग इसे रोकने की मांग करते हैं, उन पर ही पुलिस किसी न किसी बहाने कोई मुकदमा दर्ज करवा देती है।

हाल ही में चाईबासा जिले में कुछ गोतस्कर छह गोरक्षकों का अपहरण कर उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जा रहे थे, तभी एक गोतस्कर के पास किसी का फोन आया। इसके बाद उस तस्कर ने अपने साथियों से कहा कि बड़ा बाबू का फोन आया है कि गोरक्षकों छोड़ दो। फिर क्या था गोरक्षकों को बीच रास्ते में ही धक्के देकर गाड़ी से उतार कर गोतस्कर भाग गए। बड़ा बाबू यानी उस इलाके का थानेदार। यह घटना है आनंदपुर थाने की। गोतस्कर के कहने का अर्थ तो यही निकलता है कि आनंदपुर के थाना प्रभारी का उसके पास फोन आया। यानी गोतस्करों का मोबाइल नंबर पुलिस के पास है और हो सकता है कि गोतस्करों के पास भी पुलिस का नंबर होगा। इसलिए स्थानीय लोगों का आरोप है कि गोतस्कर पुलिस की देखरेख में गोतस्करी करते हैं। चाईबासा के अनेक लोगों ने बताया कि इस इलाके में यह चर्चा आम है कि गोतस्कर हर थाने को प्रत्येक गोवंश के लिए 50 रु. देते हैं और इसके बाद निडरता से गोतस्करी करते हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि कुछ दिन पहले लोगों ने कुछ गोतस्करों को पकड़ा था। उन लोगों से जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्हीं लोगों ने बताया कि वे लोग हर थाने को एक गोवंश के लिए 50 रु. देते हैं। इसके बाद ही वे गोतस्करी कर पाते हैं। 
यानी गोतस्करों को पुलिस की शह मिली हुई है। इस कारण गोतस्कर गोरक्षकों पर हमला करने से भी नहीं चूकते हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले चाईबासा और सिमडेगा जिले के कुछ गोरक्षकों को पता चला था कि गोतस्कर ओडिशा की ओर से लगभग 2,500 गोवंश लेकर झारखंड की ओर आ रहे हैं। इस सूचना के बाद 17 गोरक्षक चाईबासा जिले के बोड़ेसा गांव के पास शाम को पहुंचे। कुछ ही देर में उन्होंने गोवंश के एक बड़े झुंड को देखा। उस झुंड को लगभग 100 गोतस्कर हांक रहे थे। गोरक्षकों को देखकर तस्करों ने उन पर हमला कर दिया। सभी को पकड़ कर बुरी तरह पीटा गया। 11 गोरक्षक किसी तरह उनसे छूट कर भाग गए और शेष छह का उन्होंने अपहरण कर लिया। इसके बाद एक स्कोर्पियों गाड़ी में बैठाकर उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाने लगे, ताकि उनकी हत्या की जा सकेे। इसी बीच एक गोतस्कर के मोबाइल की घंटी बजी और इसके बाद उन लोगों ने गोरक्षकों को वहीं धक्के देकर गाड़ी से उतार दिया। 
दूसरे दिन स्थानीय लोगों ने गोतस्करों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग प्रशासन से की, लेकिन कई दिनों तक गोतस्करों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे उनका हौसला बढ़ा और कई गोतस्करों ने हिंदू जागरण मंच, झारखंड प्रदेश के परावर्तन प्रमुख संजय कुमार वर्मा को फोन पर जान से मारने की धमकी देना शुरू किया। बता दें कि वर्मा के नेतृत्व में ही गोरक्षकों ने गोतस्करों के विरुद्ध अभियान छेड़ा हुआ है। वर्मा ने इस धमकी के बारे में पुलिस को बताया। इसके बावजूद गोतस्करों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद प्रशासन पर दबाव डालने के लिए सिमडेगा जिले के कुछ संगठनों के कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया कि वे स्थानीय बाजार का बहिष्कार करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि किसी पर बाजार न जाने का कोई दबाव नहीं है। इसे दुकानदारों और अन्य गोभक्तों ने भी समर्थन दिया और बाजार पूरी तरह बंद रहा। लेकिन लोगों का कहना है कि पुलिस ने कुछ दुकानदारों से यह कहवाया कि उन्हें जबरन दुकान बंद करने के लिए कहा गया और कुछ कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन बिरदा ओपी के प्रभारी अंशु कुमार झा पुलिस पर लगे आरोपों को सही नहीं मानते हैं। उन्होंने बताया कि कई दुकानदारों ने खुद ही पुलिस से कहा कि वे दुकान बंद नहीं करना चाहते हैं। इसलिए पुलिस ने उन दुकानदारों को दुकान खोलने को कहा। लेकिन आम लोग पुलिस के इस तर्क को नहीं मान रहे हैं। उनका साफ कहना है कि पुलिस ही गोतस्करों को बचा रही है। 
इस कारण पुलिस के विरुद्ध आम लोगों में गुस्सा है। कई स्थानों पर लोगों ने प्रदर्शन किया है। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ निर्मल सिंह कहते हैं कि यदि गोतस्करों के विरुद्ध जल्दी ही कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज हो जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी

अरुण कुमार सिंह
समाचार संपादक at पाञ्चजन्य | Website

समाचार संपादक, पाञ्चजन्य | अरुण कुमार सिंह लगभग 25 वर्ष से पत्रकारिता में हैं। वर्तमान में साप्ताहिक पाञ्चजन्य के समाचार संपादक हैं।

  • अरुण कुमार सिंह
    https://panchjanya.com/author/arun-kumar-singh/
    Mar 10, 2025, 07:59 pm IST
    अब भी छलक आती हैं आंखें
  • अरुण कुमार सिंह
    https://panchjanya.com/author/arun-kumar-singh/
    Feb 11, 2025, 03:32 pm IST
    साधना, समर्पण और शक्ति का संगम
  • अरुण कुमार सिंह
    https://panchjanya.com/author/arun-kumar-singh/
    Jan 28, 2025, 01:03 pm IST
    प्रयागराज के रक्षक वेणी माधव
  • अरुण कुमार सिंह
    https://panchjanya.com/author/arun-kumar-singh/
    Jan 13, 2025, 03:54 pm IST
    कांग्रेस का झूठ तार-तार
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

Fact Check: विदेश मंत्री एस जयशंकर का माफी मांगने का फर्जी वीडियो किया जा रहा वायरल

जो कहते थे पहले कि बदला कब, बदला कब, वे ही अब कह रहे रहे, युद्ध नहीं, युद्ध नहीं!

भारत ने तबाह किए आतंकियों के ठिकाने

सही समय पर सटीक प्रहार

अब अगर आतंकी हमला हुआ तो माना जाएगा ‘युद्ध’ : पाकिस्तान को भारत की अंतिम चेतावनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

घर वापसी: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से प्रेरित होकर मुस्लिम लड़की ने अपनाया सनातन धर्म

पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार

पाकिस्तान का सरेंडर! लेकिन फिर बड़ी चालाकी से झूठ बोले पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

Fact Check: विदेश मंत्री एस जयशंकर का माफी मांगने का फर्जी वीडियो किया जा रहा वायरल

जो कहते थे पहले कि बदला कब, बदला कब, वे ही अब कह रहे रहे, युद्ध नहीं, युद्ध नहीं!

भारत ने तबाह किए आतंकियों के ठिकाने

सही समय पर सटीक प्रहार

अब अगर आतंकी हमला हुआ तो माना जाएगा ‘युद्ध’ : पाकिस्तान को भारत की अंतिम चेतावनी

प्रतीकात्मक तस्वीर

घर वापसी: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से प्रेरित होकर मुस्लिम लड़की ने अपनाया सनातन धर्म

पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार

पाकिस्तान का सरेंडर! लेकिन फिर बड़ी चालाकी से झूठ बोले पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार

Operation Sindoor: भारतीय सेना ने कई मोस्ट वांटेड आतंकियों को किया ढेर, देखें लिस्ट

बैठक की अध्यक्षता करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री, एनएसए, तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की, आगे की रणनीति पर चर्चा

Operation Sindoor

सेना सीमा पर लड़ रही, आप घर में आराम चाहते हैं: जानिए किस पर भड़के चीफ जस्टिस

India opposes IMF funding to pakistan

पाकिस्तान को IMF ने दिया 1 बिलियन डॉलर कर्ज, भारत ने किया विरोध, वोटिंग से क्यों बनाई दूरी?

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies