कांग्रेस ने एक बार फिर हिंदुत्व के विरुद्ध जहर उगला है। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या’ में हिंदुत्व की तुलना कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हरम से की है। खुर्शीद ने लिखा है कि हिंदुत्व का राजनीतिक रूप मौजूदा दौर में साधु-संतों के सनातन और प्राचीन हिंदू धर्म से अलग कर रहा है, जो हर तरह से आईएसआईएस और बोको हरम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों जैसा है। खुर्शीद ने यह टिप्पणी ‘द सैफ्रन स्काई’ शीर्षक वाले अध्याय में की है।
पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मौजूद दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज कहा जा रहा है कि हिंदू धर्म खतरे में है। लेकिन मुगलों के 500 साल और 150 साल के ईसाई शासन में जब हिंदू धर्म का कुछ नहीं बिगड़ा तो अब उसे किस बात का खतरा है। वहीं, पी. चिदंबरम ने कहा कि 6 दिसंबर, 1992 को जो कुछ भी हुआ, वह बहुत गलत था। विवादित ढांचा ध्वंस में करीब 300 आरोपी थे, जो बरी हो गए। जैसे किसी ने जेसिका को नहीं मारा, वैसे ही किसी ने विवादित ढांचा भी ध्वस्त नहीं किया।
इस मामले में भाजपा ने खुर्शीद, दिग्विजय और कांग्रेस पार्टी सहित इसके शीर्ष नेतृत्व को आड़े हाथ लिया। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह केवल खुर्शीद या कांग्रेस के कुछ नेताओं की नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा है। यही कांग्रेस की असलियत है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के इशारे पर बार-बार ऐसा होता है। चुनाव के दौरान इच्छाधारी हिंदू राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश में क्या यह कहने का साहस करेंगे कि हिंदू धर्म और हिंदुत्व का मतलब आईएसआईएस और बोको हरम की विचारधारा है।
संयुक्त राष्ट्र ने जिस आईएसआईएस और बोको हरम को आतंकी संगठन माना है, उनसे आप 100 करोड़ हिंदुओं की तुलना कर रहे हैं, जिन्होंने पूर्ण सहिष्णु होने का प्रमाण दिया। भाटिया ने सोनिया गांधी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आपके निशाने पर कोई और नहीं, बल्कि देश की आन-बान-शान हिंदू समाज है। भाटिया ने इसे भारत की पंथनिरपेक्षता का अपमान बताते हुए कहा कि हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए यह तक कहा गया कि प्रभु श्रीराम काल्पनिक हैं।
भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि अगर वे भारत की परंपरा से परिचित होते तो ऐसी बात नहीं करते। उन्होंने कहा कि वे भारत की संस्कृति को संजोने का काम करें, बांटने का नहीं, मां से प्रार्थना है कि ऐसे विचार रखने वाले लोगों को सद्बुद्धि दें। वहीं, भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि हम उस व्यक्ति से और क्या उम्मीद कर सकते हैं जिसकी पार्टी ने सिर्फ इस्लामिक जिहाद के साथ समानता लाने व मुस्लिम वोट पाने के लिए ‘भगवा आतंकवाद’ शब्द गढ़ा?
अयोध्या विवाद में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर भी खुर्शीद ने टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा है कि इस मुद्दे पर समाज में बंटवारे की स्थिति थी, लेकिन शीर्ष अदालत ने इसका समाधान निकाला।
अदालत का फैसला ऐसा है जिससे किसी को न लगे कि उनकी हार या जीत हुई है। लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि हिंदुत्व समर्थक इसे इतिहास में अपने गौरव को मान्यता मिलने के तौर पर देखेंगे। भाजपा की ओर इंगित करते हुए खुर्शीद ने कहा कि अयोध्या के उत्सव को देखकर लगता है कि यह एक ही पार्टी का उत्सव है।
उन्होंने पार्टी के कुछ नेताओं पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के एक धड़े को इस बात का पछतावा है कि पार्टी की छवि अल्पसंख्यक समर्थक पार्टी की है। इसलिए जब अयोध्या पर अदालत का फैसला आया तो उन्होंने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए यह घोषणा कर दी कि वहां भव्य मंदिर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने अदालत के आदेश के उस हिस्से की अनदेखी की, जिसमें मस्जिद के लिए भी जमीन देने की बात कही गई थी।
इस बीच, दिल्ली के दो वकीलों, विवेक गर्ग व विनीत जिंदल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें सलमान खुर्शीद के खिलाफ धारा 153, 153ए, 298 और 505(2) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की गई है।
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