ओडिशा के बहुचर्चित ममिता मेहेर हत्याकांड को लेकर प्रदेश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस हत्याकांड में सत्तारूढ़ बीजद के विधायक व राज्य के गृहमंत्री दिब्यशंकर मिश्रा का भी नाम आया है। भाजपा सहित तमाम विपक्षी दल मंत्री का इस्तीफा मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री और मंत्री के पुतले फूंके जा रहे हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दिब्यशंकर मिश्रा के साथ मंच साझा किया।
सोमवार को कालाहांडी जिले में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पटनायक ने बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना के तहत स्मार्ट स्वास्थ्य कार्ड योजना की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में दिब्यशंकर मिश्रा भी मौजूद थे। दीपावली तक दो दिनों तक आंदोलन धीमा करने के बाद भाजपा ने एक बार फिर से इसे तेज कर दिया है। भाजपा ने उन स्थानों पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है, जहां-जहां मंत्री दिब्यशंकर मिश्रा जाएंगे। इसी क्रम में सोमवार को कालाहांडी कार्यक्रम में मिश्रा की मौजूदगी का विरोध कर रहे 100 अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया। उधर, भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री के आवास पर प्रदर्शन करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को भी हिरासत में लिया गया। भाजपा ने राज्य के सभी 30 जिलों के पुलिस थानों का घेराव करने की चेतावनी देते हुए राज्य के सभी 314 ब्लॉकों में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी का कहना है कि इस हत्याकांड में लिप्त दोषियों को जब तक सख्त सजा नहीं दी जाती, उसका प्रदेशव्यापी आंदोलन जारी रहेगा। भाजपा का आरोप है कि मंत्री दिब्यशंकर मिश्रा इस मामले में संलिप्त हैं। उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर सीबीआई से मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
सरकार पर कोई असर नहीं
भाजपा का आरोप है कि मंत्री दिब्यशंकर मिश्रा के हत्याकांड के मुख्य आरोपी गोविंद साहू से संबंध हैं और वे उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उनके मंत्री पद पर रहते निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती, इसलिए वे अपने पद से इस्तीफा दें। लेकिन मंत्री का इस्तीफा लेने के बजाए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक उनके साथ मंच साझा कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि उनकी प्राथमिकता क्या है। भाजपा सांसद संगीता सिंह देव ने कहा कि मंत्री के साथ मंच साझा कर मुख्यमंत्री की ओर से कड़ा संदेश दिया जा रहा है। यह आरोपी के प्रति उनके समर्थन को दर्शाता है, जबकि पीडि़त परिवार न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा कि परिवार पर पहले से ही बयान बदलने का दबाव बनाया जा रहा है।
यह है मामला
ममिता मेहेर कलाहांडी जिले के महालिंग सनशाइन पब्लिक स्कूल में शिक्षिका व बालिका छात्रावास की वार्डन थी। 8 अक्तूबर को वह अचानक लापता हो गई। 19 अक्तूबर को शिक्षिका का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया था। सनशाइन स्कूल के ही एक निर्माणाधीन मिनी स्टेडियम में शिक्षिका के शव को जलाकर एक गड्ढे में दफना दिया गया था। इस मामले में मुख्य आरोपी स्कूल का संचालक गोविंद साहू है, जो मंत्री दिब्यशंकर का करीबी है। मंत्री भी सनशाइन स्कूल में धड़ल्ले से आते-जाते थे। दिब्यशंकर मिश्रा जूनागढ़ के विधायक हैं, जहां महालिंग सनशाइन स्कूल स्थित है। हालांकि मिश्रा ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को खारिज किया है। पुलिस का कहना है कि ममिता को साहू के दो विवाहेत्तर संबंधों की जानकारी थी और उन्होंने उसे बेनकाब करने की चेतावनी दी थी। इसी के बाद अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई।
साहू के खिलाफ और सबूत मिले
इस बीच, पुलिस ने आरोपी गोविंद साहू के खिलाफ कुछ और सबूत जुटाए हैं। पूछताछ के दौरान विवेक अग्रवाल नामक एक व्यक्ति ने बताया कि साहू के कहने पर उसने दो टायर उपलब्ध कराए थे। साहू का चालक राधेश्याम उससे टायर ले गया था। साहू ने 8 अक्तूबर को अग्रवार को फोन किया था। इसी दिन से ममिता लापता हो गई थी। ममिता का शव जलाने के लिए साहू ने इन्हीं टायरों का उपयोग किया था। बता दें कि राधेश्याम भी इस मामले में आरोपी है। साहू ने पुलिस को बताया है कि उसने 8 अक्तूबर को वह ममिता को अपने कार में ले गया और उसी में उसकी हत्या कर दी। इसके बाद 9 अक्तूबर को महालिंग स्कूल के स्टेडियम परिसर में उसके शव को जलाने के बाद गड्ढे में दफना दिया।
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