एक खबर ने पूरे भारत में उत्सव के इस माहौल में गर्मजोशी पैदा की है। एएनआई के अनुसार, 26 अक्तूबर को भारतवंशी अमेरिकी सांसदों और राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के चोटी के अधिकारियों ने अमेरिकी कांग्रेस यानी संसद में धूमधाम से दीपोत्सव मनाया। अमेरिकी संसद में यह नजारा दिखा गया कि अमेरिका के सामाजिक-राजनीतिक जीवन में भारतवंशी किस तरह उभर रहे हैं। उत्सव में उपस्थित सांसदों ने अमेरिका के विकास में भारतवंशियों के योगदान की चर्चा की और दीपों के जगमगाते उत्सव दीपावली के महत्व का उल्लेख किया।
अमेरिका के सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति ने इस मौके पर कहा कि हम गत लगभग दो वर्ष से वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहे हैं। इसने हमारे जीवन को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। मैंने तथा हममें से अनेक ने अपने परिवारजन और दोस्तों को खोया है। यहां या भारत में बसे हम सबके परिवारों ने काफी कुछ सहन किया है। उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ साल से एक और अदृश्य महामारी के बीच हम जी रहे हैं। यह महामारी है ध्रुवीकरण की। ऐसा महसूस होता है कि लोग एक-दूसरे के खिलाफ हो गए हैं, एक-दूसरे को शत्रु समझते हैं, एक-दूसरे के साथ इसी तरह का व्यवहार करते हैं। यह अपने में एक अलग तरह का अंधकार है।
कैपिटाल हिल पर आयोजित इस दीपावली उत्सव का आयोजन किया था इंडियास्पोरा और हिन्दू समुदाय के अनेक संगठनों ने। डॉ. मूर्ति का कहना था कि दीपावली अंधकार पर रोशनी की जीत का दिन माना जाता है।
भारतीय अमेरिकी सांसद डॉ. एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना तथा प्रमिला जयपाल ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतवंशी समुदाय को बधाई दी। जयपाल ने कहा कि उन्हें यह कहते हुए बहुत गर्व होता है कि वे अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी महिला हैं। सांसद जूडी चू ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन में रिकॉर्ड संख्या में भारतीय-अमेरिकियों को सम्मिलित किया है।
इस दीपावली उत्सव में भाग लेने के लिए कैलिफोर्निया से विशेष रूप से आईं अफ्रीकी मूल की लोकप्रिय अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने ‘ओम जय जगदीश हरे’ आरती गाकर उपस्थितों का दिल जीत लिया।
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