पाकिस्तान में 24 अक्तूबर की रात को दुबई में टी 20 क्रिकेट मैच में भारत के विरुद्ध पाकिस्तान के जीतने के बाद न सिर्फ पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने मजहबी उन्माद भड़काने वाले बयान दिए बल्कि बड़ी संख्या में आम पाकिस्तानियों ने भी अपनी जड़ बुद्धि का खुलकर परिचय दिया। जीत के जश्न में हजारों लोग सड़कों पर उतरकर हुड़दंग मचाने लगे। और जैसा कि आम पाकिस्तानियों में चलन है, कई लोगों ने अपने कट्टे निकालकर हवा में गोलियां दागनी शुरू कर दीं। इस सब अफरातफरी में 12 लोगों को ये गोलियां लगीं और वे गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में पाकिस्तानी पुलिस का एक सब-इंस्पेक्टर भी है। हालांकि पुलिस के अनुसार, गोलियां चलाने के एक भी आरोपी को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
प्राप्त खबरों के अनुसार, इस्लामाबाद, कराची, रावलपिंडी तथा क्वेटा शहरों में हजारों लोग जश्न मनाने सड़कों पर उतर आए। नाचने-गाने, हो-हल्ला मचाने और पटाखे फोड़ने के अलावा उन्होंने हवा में गोलियां दागीं। अकेले कराची शहर के अलग-अलग हिस्सों से हवाई फायरिंग किए जाने के समाचार मिले हैं। कराची शहर में ओरंगी टाउन सेक्टर-4, सचल गोठ, मलिर तथा चौरांगी में हवा में दागी गोलियों से दो लोग जख्मी हुए। पुलिस के अनुसार, गुलशन-ए-इकबाल इलाके में हवाई फायरिंग हुई जिसमें शामिल लोगों को रोकते हुए एक सब इंस्पेक्टर खुद वहां चल रहीं गोलियों से जख्मी हो गया।
पाकिस्तान के नेता भी अपनी उन्मादी सोच दिखाने में पीछे कहां रहने वाले थे। गृह मंत्री शेख रशीद ने तो इसे 'इस्लाम की जीत' करार देते हुए, भारत के मुसलमानों को भी भड़काने के लिए, उन्हें भी जश्न मनाने को कहा क्योंकि उनके अनुसार, 'ये सारी दुनिया के मुसलमानों की जीत है'। उन्हें इस बात का भी 'अफसोस' कि 'केवल यही मैच देखने वे वहां न जा पाए'।
इस इकलौती जीत से पाकिस्तानी इतने बौराए हुए हैं कि न सिर्फ प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद ट्वीट करके टीम को जीत की बधाई दी, बल्कि सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने भी ट्वीट के जरिए पाकिस्तान की टीम की तारीफ कीं।
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