सोहना के सरमथला गांव में शनिवार को रैली के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारी स्मार्टवॉच पहनेंगे। इसी से वे कार्यालयों में अपनी हाजिरी लगाएंगे। साथ ही, इसके जरिए कार्यालय में काम के दौरान उनके कार्य की निगरानी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में पहले बायोमीट्रिक प्रणाली से हाजिरी लगती थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे बंद करना पड़ा, क्योंकि इससे संक्रमण फैलने की संभावना बनी रहती थी। इसलिए अब जल्द ही कर्मचारियों को जीपीएस वाली स्मार्टवॉच दी जाएगी। इससे उन अधिकारियों की निगरानी की जा सकेगी, जिन्हें यह घड़ी दी जाएगी। अगर कोई अन्य व्यक्ति इसे पहनता है तो घड़ी काम करना बंद कर देगी।
मुख्यमंत्री की इस घोषणा को हाजिरी लगाने में कर्मचारियों द्वारा की जा रही गड़बड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। अभी तक सरकारी कर्मचारी पूरे हफ्ते कार्यालय नहीं जाते थे, लेकिन पूरे हफ्ते की हाजिरी लगा देते थे।
इस पर रोक लगाने के लिए ही सूबे के सरकारी कार्यालयों में बायोमीट्रिक मशीन लगाई गई। लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए इसे हटाने का फैसला लेना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि बायोमीट्रिक मशीनों में अधिकारियों द्वारा उंगलियों के निशान से छेड़छाड़ करने और उनकी उपस्थिति दर्ज कराने को लेकर भी सरकार सतर्क है।
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