गुरुग्राम में खुले में नमाज के खिलाफ लोग लामबंद होने लगे हैं। सेक्टर-47 के बाद शुक्रवार को सेक्टर-12 में भी खुले में नमाज के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग उतरे। स्थानीय लोगों के साथ विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य संगठन भी आ गए। स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों का कहना है कि खुले में नमाज पढ़ने वाले स्थानीय नहीं है। बाहरी मुसलमान यहां आकर नमाज पढ़ते हैं।
दरअसल, सेक्टर-12ए में चौराहे के पास एक खाली जमीन पर मुसलमान नमाज पढ़ते हैं। शुक्रवार को जब मुसलमान नमाज पढ़ने के लिए आए तो स्थानीय लोग विरोध करने लगे। लोगों का कहना था कि नमाज के दौरान बड़ी संख्या में मुस्लिम इकट्ठे हो जाते हैं, जिससे मुख्य सड़क के पास जाम लगने से लोगों को परेशानी होती है। इस बीच, वहां मौजूद पुलिस ने भीड़ को आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस के पहरे में मुसलमानों ने नमाज पढ़ी। इसके बाद लोग भड़क गए और भीड़ ‘जय श्रीराम’, ‘बांग्लादेशी वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। हिंदू संगठनों के लोग भी आ गए। हंगामा बढ़ने पर भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराया और वहां से नमाजियों को भेज दिया।
पूर्वी राजीव नगर की निवासी कमलेश सैनी ने इसके खिलाफ सेक्टर-14 थाना में शिकायत दी है। कमलेश का आरोप है कि इस खाली जमीन पर कुछ समय से मुसलमान नमाज पढ़ रहे हैं, जो न तो राजीव नगर कॉलोनी में रहते हैं और न ही गुरुग्राम के गांव के हैं। बाहरी लोग यहां आकर नमाज पढ़ रहे हैं, इन लोगों की जांच की जानी चाहिए। साथ ही, शिकायतकर्ता महिला ने यह भी कहा कि यदि अगले सप्ताह भी यहां नमाज पढ़ी गई तो स्थानीय लोग विरोध जताएंगे और माहौल खराब हुआ तो इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
वहीं, हिंदू संगठनों के मुताबिक, जिस खाली जमीन पर मुसलमान नमाज पढ़ रहे हैं, वह सरकारी जमीन है। इसलिए बिना प्रशासन की अनुमति लिए इस पर कोई भी काम नहीं किया जा सकता, चाहे वह मजहबी ही क्यों न हो। इस खाली मैदान के आसपास घनी आबादी है और इसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है। बता दें कि गुरुग्राम में इससे पहले भी कई स्थानों पर खुले में नमाज पढ़ने का विरोध हो चुका है। इसके चलते मुसलमानों को उन स्थानों से हटना पड़ा। वजीराबाद में भी खुले में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद शांत नहीं हुआ है।
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