भारत ने 22 अक्तूबर को 34.9 किलोमीटर लंबे जयनगर-कुर्था रेल मार्ग का निर्माण पूरा करके रेल लाइन का यह हिस्सा पड़ोसी हिमालयी देश नेपाल को सौंप दिया। नेपाल का सौंपे भारत में बिहार के जयनगर से नेपाल में कुर्था तक का यह रेल मार्ग जयनगर-कुर्था प्रखंड के 68.7 किलोमीटर लंबे जयनगर-बिजलपुरा-बर्दिबास रेल संपर्क का एक हिस्सा है। यह परियोजना तीन चरणों में पूरी होनी है।
नेपाल सरकार को सौंपी गई यह रेल लाइन उम्मीद है दोनों देशों के बीच कारोबार और वाणिज्य के साथ साथ लोगों के बीच आपस में संपर्क को बढ़ावा देगी। यह जयनगर-कुर्था प्रखंड 68.7 किलोमीटर लंबा है जो जयनगर-बिजलपुरा-बर्दिबास रेल संपर्क का एक भाग है जो भारत सरकार द्वारा दी गई 8.77 अरब रुपये की आर्थिक सहायता के अंतर्गत बनाया जा रहा है।
भारतीय दूतावास के अधिकारियों के हवाले से पता चला है कि भारत में जयनगर से नेपाल में कुर्था तक की इस रेल योजना के तहत 34.9 किलोमीटर की छोटी लाइन को ब्रॉडगेज में बदला गया है। यह रेल लाइन नेपाल के ऐतिहासिक जनकपुर शहर से होकर गुजरती है। इस संपर्क मार्ग से भारत और नेपाल के बीच लोग का आपसी मेलजोल बढ़ेगा और साथ ही व्यापार के रास्ते के तौर पर इसका सदुपयोग होगा। नेपाल को यह रेल लाइन सौंपने के लिए काठमांडू में बाकायदा समारोह आयोजित किया गया था जिसमें नेपाल की आधारभूत ढांचा एवं परिवहन मंत्री रेणु कुमारी यादव और नेपाल में भारत के राजदूत विनय एम. क्वात्रा उपस्थित थे।
टिप्पणियाँ