अफगानिस्तान में आने वाला वक्त शियाओं के लिए कितना खतरे वाला होगा इसका कुछ अंदाजा पिछले दो शुक्रवारों से देश की शिया मस्जिदों में लगातार हो रहे बम विस्फोटों से लग जाता है। दोनों ही हमलों की जिम्मेदारी आईएस-खुरासान ने ली थी। यह जिहादी गुट बेशक अफगानिस्तान में तालिबान लड़ाकों की सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।
अब तो आईएस—खुरासान ने चेतावनी दे डाली है कि वह शियाओं को बख्शेगी नहीं। 'बगदाद से खुरासान तक जहां भी शिया मुस्लिम दिखेंगे, उन्हें वहीं निशाना बनाएंगे', आईएस की इस ताजा धमकी के बाद से अफगानिस्तान में शियाओं में एक भय व्याप्त है। अभी गत शुक्रवार को आईएस ने कंधार में एक शिया मस्जिद में जुमे की नमाज के वक्त फिदायीन हमला करके 60 से ज्यादा नमाजियों की जान ले ली थी। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा होने के बाद से ही आईएस ने देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया है।
खामा प्रेस न्यूज एजेंसी की दो दिन पहले जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक स्टेट ने एक बयान जारी करके शियाओं को धमकी दी है कि 'शिया मुसलमान खतरे का सामना करेंगे। हम उन्हें हर जगह निशाना बनायेंगे…बगदाद से खुरासान तक, शिया मुसलमानों को छोड़ा नहीं जाएगा।' इस्लामिक स्टेट की साप्ताहिक पत्रिका अल-नबा में आतंकी गुट की यह चेतावनी छपी है। खामा प्रेस की रिपोर्ट बताती है कि धमकी के अनुसार, 'शिया मुसलमानों को उनके घरों और केंद्रों में निशाना बनाया जाएगा'।
उल्लेखनीय है कि कंधार की शिया मस्जिद को निशाना बनाने से एक हफ्ते पहले के शुक्रवार को कुंदुज की शिया मस्जिद सैयद आबाद मस्जिद में बम धमाका किया गया था। उस हमले में करीब 100 लोग मारे गए थे तथा अनेक घायल हुए थे।
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