बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ के बाद हिंदुओं पर हमले जारी हैं। कट्टरपंथी मंदिरों को भी निशाना बना रहे हैं। इसके विरुद्ध बंगाल में लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस कड़ी में मंगलवार को भी विहिप, हिंदू जागरण मंच सहित भाजपा समर्थकों ने कोलकाता में प्रदर्शन किया।
बांग्लादेश में दुर्गापूजा के दौरान 14 अक्तूबर को जिहादियों ने केवल पूजा पंडालों को ही तहस-नहस नहीं किया था, बल्कि मां दुर्गा की प्रतिमाओं को खंडित करने के साथ चार लोगों की हत्या भी कर दी थी। इसके बाद जिहादियों ने इस्कॉन सहित दूसरे मंदिरों को भी निशाना बनाया। बांग्लादेश के 20 अल्पसंख्यक जिलों में अभी भी हिंदुओं हमले जारी हैं। इस्कॉन मंदिरों पर हमले से आक्रोशित हिंदू संगठनों ने कोलकाता के रासमणि एवेन्यू में प्रदर्शन किया। इसमें भाजपा के अलावा विहिप, हिंदू जागरण मंच सहित अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दंगाइयों को सजा देने की मांग करते हुए विरोध मार्च निकाला।
150 देशों में इस्कॉन का प्रदर्शन 23 अक्तूबर को
वहीं, इस्कॉन ने मंदिरों पर हमले के विरुद्ध 23 अक्तूबर को 150 देशों में प्रदर्शन करने की घोषणा की है। जिहादियों ने इस्कॉन श्रद्धालु की भी हत्या कर दी थी। 15 अक्तूबर को उसका शव एक तलाब में मिला था।
इससे पहले पश्चिम बंगाल के शिक्षाविदों, कलाकारों, लेखकों, फिल्म अभिनेताओं, निर्देशकों, नेताओं सहित प्रमुख हस्तियों ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सरकार से दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों में तोड़फोड़ में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें सजा देने की मांग की थी। इस संबंध में 17 अक्तूबर की रात को खुला पत्र जारी किया गया, जिस पर 60 हस्तियों के हस्ताक्षर थे। इसमें बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की गई थी।
अब तक 71 मामले दर्ज
बांग्लादेश के 20 जिलों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर किए गए हमलों में अब तक कम से कम 4 लोग मारे गए हैं, जबकि 70 घायल हुए हैं। जिहादियों ने कम से कम 70 से अधिक पूजा स्थलों को निशाना बनाया। 17 अक्तूबर की रात को सोशल मीडिया पर कथित ईशनिंदा वाले एक पोस्ट को लेकर जिहादियों ने हिंदुओं के 66 मकानों को तहस-नहस कर दिया और कम से कम 20 घरों में आग लगा दी। इस मामले में अभी तक 71 मामले दर्ज करने के साथ 450 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। इन हमलों के खिलाफ बांग्लादेश के दूतावास के बाहर रविवार को बांग्लादेशी हिन्दू समुदाय ने प्रदर्शन किया। अमेरिका ने भी हिंदुओं पर हमले की निंदा की है।
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