'बाइडेन हैं हार के जिम्मेदार, तालिबान के आगे अमेरिका ने टेके घुटने': निक्की हेली
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

‘बाइडेन हैं हार के जिम्मेदार, तालिबान के आगे अमेरिका ने टेके घुटने’: निक्की हेली

by WEB DESK
Aug 23, 2021, 05:26 pm IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

रिपब्लिकन नेता का कहना है कि बाइडेन प्रशासन ने बगराम एयरफोर्स बेस हाथ से जाने दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने 85 अरब डॉलर की मशीनें और हथियार तालिबान के हवाले कर दिए।


अमेरिका की कद्दावर नेता निक्की हेली ने 22 अगस्त को यह कहकर अमेरिकी नेताओं को चौंका दिया कि अफगानिस्तान में अमेरिका ने तालिबान के आगे घुटने टेके हैं और इस 'हार' के जिम्मेदार हैं राष्ट्रपति जो बाइडेन।

भारतीय—अमेरिकी नेता निक्की जो बाइडेन पर जमकर बरसी हैं। उन्होंने साफ कहा कि अमेरिका ने तालिबान के आगे पूरी तरह से आत्मसमर्पण कर दिया है।’ निक्की संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत रह चुकी हैं और अपने बेबाक बयानों के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने अफगानिस्तान के वर्तमान हालात और अमेरिका की भूमिका पर तीखा हमला किया सीबीएस न्यूज चैनल को दिए अपने साक्षात्कार में। निक्की ने कहा कि अमेरिका ने अपने लिए काम करने वालों को अफगानिस्तान में अकेला छोड़ दिया।

 

Follow Us on Telegram
 

अमेरिका की वरिष्ठ नेता हेली का कहना है, ‘बाइडेन प्रशासन तालिबान के साथ बातचीत नहीं कर रहा है। लगता है उन्होंने तालिबान के सामने पूरी तरह से घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने बगराम एयरफोर्स बेस हाथ से जाने दिया, जो नाटो का एक खास केन्द्र था। इतना ही नहीं, उन्होंने 85 अरब डॉलर की मशीनें और हथियार तालिबान के हवाले कर दिए। हमें उनको वहां से वापस लाना चाहिए था।’

निक्की हेली ने बाइडेन प्रशासन की अफगानिस्तान से वापसी की नीति की तीखी आलोचना की। और सिर्फ निक्की ही नहीं, अमेरिका के कई नेताओं ने बाइडेन के इस फैसले की आलोचना करनी शुरू कर दी है।

हेली का आगे कहना था, 'बाइडेन ने अमेरिकी लोगों के घुटने टिकवाए हैं। अमेरिकी नागरिकों को वापस लाने से पहले हमारे सैनिक वापस बुला लिए। हमारे अफगान सहयोगियों को बेसहारा छोड़ दिया, जिन्होंने मेरे पति जैसे कितने ही लोगों की उस जगह तैनाती के दौरान सुरक्षा की थी। यह पूरी तरह से किया गया आत्मसमर्पण और शर्मनाक नाकामयाबी है।' निक्की हेली बाइडेन प्रशासन की अफगानिस्तान के संदर्भ में बनी नीतियों की मुखर आलोचक हैं।

निक्की हेली का कहना है, 'बाइडेन ने अमेरिकी लोगों के घुटने टिकवाए हैं। अमेरिकी नागरिकों को
वापस लाने से पहले हमारे सैनिक वापस बुला लिए। हमारे अफगान सहयोगियों को बेसहारा छोड़ दिया।'

निक्की का कहना है कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि तालिबान ने सच में अमेरिकी नागरिकों को बंधक बनाया है। ये डराने वाला वक्त है। हमें अपने उन सहयोगियों के साथ काम करना होगा, इस समय हम पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि हमने अपना विवेक खो दिया है। हमें अपने नागरिकों और सहयोगियों को वहां से बाहर निकालने के तरीके पता लगाने होंगे।
माना जा रहा है कि रिपब्लिकन पार्टी की नेता निक्की हेली 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में एक प्रमुख उम्मीदवार होंगी।  

फोटो
निक्की हेली   (फाइल चित्र)

 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies