मंदिर तोड़ने के लिए उसके बाहर जमा मजहबी उन्मादियों की भीड़। (प्रकोष्ठ में) ध्वस्त देव प्रतिमाएं (फाइल चित्र)
रहीमयार खान की यह घटना बताती है कि वहां अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय कैसी विषम परिस्थितियों में रह रहा है। जरा सी बात पर, बहुसंख्यक मजहबी तत्व उनकी बस्ती में उनका जीना मुहाल कर देते हैं
आखिरकार पाकिस्तान में रहीमयार खान में हिन्दू मंदिर तोड़ने के बाद दुनियाभर में हुई उसकी फजीहत का असर हुआ। खबर है कि पाकिस्तान ने उस मंदिर की मरम्मत कराई और इसे पुन: स्थानीय हिंदू समुदाय को सौंप दिया है। उल्लेखनीय है कि रहीमयार खान जिले में भोंग स्थित इस मंदिर को गत 5 अगस्त को मजहबी उन्मादियों की भीड़ ने तहस-नहस कर दिया था। भारत ने भी इस हरकत की कड़ी निंदा की थी। इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस घटना की भर्त्सना करते हुए ट्वीट किया था और इसकी सरकार की तरफ से मरम्मत कराने का वादा किया था।
पंजाब प्रांत में हुई इस घटना से दुनियाभर के हिन्दू उद्वेलित हुए थे और अपराधियों को शीघ्र पकडने की मांग की थी। उसी के बाद अब पता चला है कि मंदिर की मरम्मत की गई है और वह फिर से हिन्दू समुदाय को सौंप दिया गया है। पाकिस्तान सरकार की ओर से कल यह बयान दिया गया था कि नाराज भीड़ द्वारा गत सप्ताह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किए गए एक मंदिर को मरम्मत के बाद हिंदू समुदाय को वापस सौंप दिया गया है। उक्त हरकत में शामिल कुल 90 संदिग्धों को गिरफ्तार करने की बात भी की गई है।
बताया गया है कि मजहबी उन्मादियों की भीड़ इसलिए आक्रोशित थी क्योंकि स्थानीय मदरसे में कथित तौर पर पेशाब करने के आरोप में गिरफ्तार एक आठ साल के हिंदू बच्चे को अदालत ने रिहा कर देने का आदेश दिया था। बस यह सुनते ही भीड़ ने गणेश मंदिर पर हमला बोल दिया। उपद्रवियों ने जो हाथ पड़ा उससे मंदिर के सामान ही नहीं बल्कि देव प्रतिमाओं को भी ध्वस्त कर डाला। वहां मौजूद पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने यह सब देखते रहे थे।
पूजा के लिए तैयार है मंदिर
रहीमयार खान जिले के पुलिस अफसर असद सरफराज की मानें तो सरकार ने मंदिर फिर से ठीक कर दिया है और इसे स्थानीय हिंदुओं के हवाले कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब मंदिर में फिर से पूजा शुरू की जा सकती है। सरफराज ने यह भी बताया कि वीडियो फुटेज देखकर अब तक कुल 90 लोगों को इस हमले के आरोप में गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया गया है। इसके अलावा मुख्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार करके पुलिस पूछताछ कर रही है। पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदर ने भी मंदिर पर हुए उस हमले को 'शर्मनाक' कहा था। अब तक इस मामले में 150 से ज्यादा संदिग्धों के विरुद्ध आतंकवाद और पाकिस्तानी कानून की दूसरी धाराओं के अंतर्गत रपट दर्ज हो चुकी है।
टिप्पणियाँ