पाकिस्तान ने बदला बीआरआई प्रमुख, बाजवा की जगह आए चीन के पैरोकार मंसूर, चीन को लुभाने की एक और कोशिश
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

पाकिस्तान ने बदला बीआरआई प्रमुख, बाजवा की जगह आए चीन के पैरोकार मंसूर, चीन को लुभाने की एक और कोशिश

by WEB DESK
Aug 10, 2021, 01:52 pm IST
in विश्व, दिल्ली
पाकिस्तान में निर्माणाधीन बीआरआई परियोजना (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में निर्माणाधीन बीआरआई परियोजना (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बीआरआई परियोजना में काम कर रहे नौ चीनियों की बम विस्फोट में मौत के बाद से पाकिस्तान से नाराज चल रहे चीन को मनाने की इमरान खान की यह कोशिश कितनी कामयाब होगी, इसे लेकर विशेषज्ञों को संदेह है


आखिरकार पाकिस्तान ने बेल्ट एंड रोड परियोजना का प्रमुख बदल दिया है। अब पाकिस्तान की तरफ से इस परियोजना की कमान फौजी जनरल सलीम बाजवा की बजाय खालिद मंसूर के हाथ में है। पाकिस्तान के जानकार इसे पाकिस्तान की चीन को खुश करने की एक चाल बता रहे हैं। चीन पाकिस्तान से तबसे बेहद नाराज है जब इस बीआरआई परियोजना पर काम कर रहे उसके नौ इंजिनियर बम विस्फोट में मारे गए थे। साथ ही ड्रेगन परियोजना की धीमी चाल को लेकर भी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपेक) को लेकर पाकिस्तान को बड़ी उम्मीदें बंधी हैं कि इससे उसकी कंगाली दूर हो जाएगी, लेकिन जहां से यह गलियारा गुजर रहा है उस पीओजेके के लोग नाराज हैं क्योंकि पाकिस्तान उनका हक मार रहा है।

परियोजना प्रमुख बदलने के साथ ही, इस्लामी देश ने नए सिरे से चीनी कर्मचारियों की बेहतर सुरक्षा की गारंटी भी दी है। पीटीआई की रिपोर्ट है कि पाकिस्तान ने गत 8 अगस्त को चीन को साफ तौर पर संकेत दिया है कि वह 50 अरब डॉलर की चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की इस परियोजना के साथ ही अन्य परियोजनाओं में काम करने वाले चीन के नागरिकों को पूरी सुरक्षा देगा। पाकिस्‍तान के दैनिक एक्सप्रेस ट्रिब्यून में रिपोर्ट है कि पाकिस्तान में चीन के राजदूत नोंग रॉन्ग ने हाल में गृहमंत्री शेख राशिद से बातचीत में चीन के नागरिकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था।  

बताया जा रहा है कि नए प्रमुख बने मंसूर चीन के पैरोकार हैं और ऊर्जा क्षेत्र के माहिर हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने बेल्ट एंड रोड इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना के प्रमुख के नाते खालिद मंसूर को उससे जुड़े जरूरी कागजात भी सुपुर्द कर दिए हैं।

प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने आला अफसरों और मंत्रियों सहित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तक को बीजिंग के दौरों पर भेजकर रिश्तों में आ रही खटास को दूर करने की कसरत की थी। बताते हैं, पाकिस्तान के घुटनों पर आने के बाद बीजिंग थोड़ा नरम पड़ा है और शायद उसी के इशारे पर बाजवा की जगह मंसूर को लाया गया है।

एएनआइ की रिपोर्ट है कि खालिद मंसूर सिंध एग्रो कोल माइनिंग कंपनी और हब पावर कंपनी लिमिटेड के वरिष्ठ अफसरों में से रहे हैं। उन्हें ऊर्जा क्षेत्र की अनेक कंपनियों में बड़े पदों पर काम करने का अनुभव है। मंसूर चीन के हितों के समर्थक माने जातेे हैं इसलिए, बताते हैं, बीजिंग ने भी मंसूर की नियुक्ति पर कोई आपत्ति नहीं जताई है। लेकिन फिलहाल, बीजिंग की प्राथमिकता पाकिस्तान में इस परियोजना में लगे अपने नागरिकों की सुरक्षा पुख्ता करना है। वह अब कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता। यही कारण है कि पिछले दिनों उसने पाकिस्तान से अपनी नाराजगी को खुलेआम जाहिर किया था। पाकिस्तान पर दबाव बना था कि अगर वह बीआरआई को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं करता तो संभवत: परियोजना से उसका पत्ता कट सकता है।

प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने आला अफसरों और मंत्रियों सहित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तक को बीजिंग के दौरों पर भेजकर रिश्तों में आ रही खटास को दूर करने की कसरत की थी। बताते हैं, पाकिस्तान के घुटनों पर आने के बाद बीजिंग थोड़ा नरम पड़ा है और शायद उसी के इशारे पर बाजवा की जगह मंसूर को लाया गया है।

लेकिन, माना जा रहा है कि पाकिस्तान में लंबे समय से जारी अस्थिरता, बेरोजगारी और कंगाली की वजह से वह इस परियोजना को लेकर पूुरी तरह आश्वस्त नहीं हो सकता।    

 

 
 
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Donald Trump

टैरिफ युद्ध अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने ने बसाया उन्ही के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिलवुमन का झलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies