रूस का परमाणु बमवर्षक विमान फाइल चित्र
अफगानिस्तान तालिबान के बढ़ते कब्जे से रूस भी सतर्क हो गया है, उसने ताजिकिस्तान से सटी अफगान सीमा पर पुख्ता सुरक्षा के हर कदम उठाए हैं
ताजा समाचार है कि रूस जल्दी ही अफगानिस्तान सरहद पर चार परमाणु बमवर्षक तैनात करने वाला है। ये बमवर्षक संयुक्त युद्धाभ्यास में भी हिस्सा लेने वाले हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि बमवर्षक रूसी शहर सेराटोव से युद्धाभ्यास की जगह तक उड़ान भरेंगे और अभ्यास में उज़्बेकिस्तान की वायु सेना के मिग-29 विमानों के साथ मिलकर अपना दमखम दिखाएंगे।
अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते जा रहे कब्जे के बीच रूस का यह फैसला अहम माना जा रहा है। रूस ने अफगानिस्तान से सटी उज्बेकिस्तान सरहद पर अपने सबसे खतरनाक टीयू22एम3 परमाणु बमवर्षकों को तैनात करने का संकेत देकर यह भी जताया है कि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान में हालात और बिगड़ सकते हैं। यह पहली बार है जब रूस सुपरसोनिक रफ्तार से उड़ने वाले अपने युद्धक परमाणु बम गिराने में सक्षम विमानों की चार यूनिट किसी अन्य देश में तैनात करने की सोच रहा है। परमाणु हमले में सक्षम टीयू22एम3 बमवर्षक पहले भी वायु सेना के युद्धाभ्यास में शामिल हुए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, मध्य एशिया में शांति और स्थिरता के लिए खतरे बढ़ते जा रहे हैं। इन्हें ही देखते हुए रूस ने टैंक तथा अन्य सैन्य उपकरणों को ताजिकिस्तान-अफगानिस्तान सरहद पर तैनात कर दिया है। रूस ने अपने सैन्य अड्डों को मजबूत करने के लिए 17 इन्फ्रेंट्री युद्धक वाहन भी ताजिकिस्तान में तैनात किए हैं।
समाचार एजेंसी इंटरफैक्स के अनुसार, 5 अगस्त को रूस के रक्षा मंत्रालय ने उज्बेकिस्तान-अफगानिस्तान सरहद पर उक्त चार परमाणु बमवर्षकों की तैनाती किए जाने की जानकारी दी है। स्पष्ट है कि अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती हैवानियत से रूस चौकन्ना हो गया है। उसने ताजिकिस्तान-अफगानिस्तान सरहद पर टैंक तथा अन्य हथियार भी भेजे हैं। बताया जा रहा है कि टैंक के साथ रूसी सेना की एक टुकड़ी भी अफगान सरहद पर जा पहुंची है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मध्य एशिया में शांति और स्थिरता के लिए खतरे बढ़ते जा रहे हैं। इन्हें ही देखते हुए रूस ने टैंक तथा अन्य सैन्य उपकरणों को ताजिकिस्तान-अफगानिस्तान सरहद पर तैनात कर दिया है। रूस ने अपने सैन्य अड्डों को मजबूत करने के लिए 17 इन्फ्रेंट्री युद्धक वाहन भी ताजिकिस्तान में तैनात किए हैं। रूसी सेना के टी 72 टैंक सरहद के पास गश्त लगा रहे हैं।
रूसी समाचार एजेंसी तास ने भी बताया है कि रूसी टैंकों ने अफगान सरहद के पास 200 किलोमीटर क्षेत्र में गश्त की है।
दरअसल ताजिकिस्तान में रूस की सेना का विदेशी जमीन पर सबसे बड़ा सैनिक आधार है। यहां रूसी सेना के जवान, टैंक, तोप और लड़ाकू विमान हर वक्त तैनात रहते हैं। युद्धाभ्यास के दौरान इनकी संख्या घटती-बढ़ती रहती है।
टिप्पणियाँ