प्रोजेरिया का पहला मरीज
December 6, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • वेब स्टोरी
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • जनजातीय नायक
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • वेब स्टोरी
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • जनजातीय नायक
No Result
View All Result
Panchjanya
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • पत्रिका
  • वेब स्टोरी
  • My States
  • Vocal4Local
होम Archive

प्रोजेरिया का पहला मरीज

by
May 29, 2017, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 29 May 2017 13:11:40

 

प्रोजेरिया एक लाइलाज बीमारी है। एक रपट के अनुसार दुनिया में अब तक प्रोजेरिया के सिर्फ 86 मरीज हैं। इलाहाबाद का रूपेश इस बीमारी से पीड़ित है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उसके इलाज में प्रशासन हर तरह की मदद कर रहा है
 सुनील राय

बॉलीवुड के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन की यादगार फिल्म ‘पा’ के उस अनोखे बच्चे ‘ओरो’ का दर्द तो सभी को याद होगा, जो प्रोजेरिया नामक बीमारी से ग्रसित था। प्रोजेरिया एक ऐसी बीमारी है, जिसके दुनिया में अब तक केवल 86  मरीज मिले हैं। इस लाइलाज बीमारी से ग्रसित पहला बच्चा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जनपद में मिला है। इस बच्चे का नाम है रूपेश। उसकी उम्र 21 साल है, पर वह 100 वर्ष के वृद्ध की तरह लगता है। रूपेश के इलाज के लिए उसके गरीब माता-पिता महीनों तक दर-दर की ठोकरें खाते रहे। उन्होंने छोटे-बड़े सभी सरकारी अधिकारियों  के यहां इलाज के लिए गुहार लगाई, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। इलाहाबाद के डॉ. गिरीश पाण्डेय ने एक दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट कर उन्हें रूपेश की बीमारी की जानकारी दी। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने मामले का संज्ञान लिया और तब जाकर जिला प्रशासन हरकत में आया। पूरा प्रशासन रूपेश की मदद के लिए एक पैर पर खड़ा हो गया। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने रूपेश और उसके माता-पिता से मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मद्द देने का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर रूपेश का समस्त चिकित्सकीय परीक्षण महज चार घंटे के अंदर पूरा कर लिया गया। जबकि ये चिकित्साकर्मी पहले उसके लिए कुछ भी करने को तैयार नहीं थे। यहां तक कि उसकी जांच के लिए एक पर्चा तक नहीं लिखा था।  
रूपेश का परिवार बेहद गरीब है। उसके पिता रिक्शा चलाते हैं। पूरा परिवार फूस की झोंपड़ी में रहता है। अब इलाहाबाद के जिलाधिकारी की पहल पर रूपेश के घर वालों को आवास देने की प्रक्रिया शुरू हुई है। कुछ दिन में उन्हें पक्का घर मिल सकता है। जिला प्रशासन के लोग अन्त्योदय से लेकर सभी तरह के कार्ड बनाने के लिए उसके घर तक पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री सहायता कोष से भी रूपेश की मदद करने का आश्वासन दिया गया है।   
रूपेश चार भाइयों में सबसे बड़ा है। उसके पिता रामपथ ने बताया कि जब रूपेश पैदा हुआ था, तब वह सामान्य बच्चों जैसा ही था, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ उसके शरीर में चौंकाने वाले बदलाव होने लगे। उसका सिर बेडौल हो गया। मुंह में 32 की जगह 70 दांत निकल आए और शरीर छोटा होने लगा। जब उसे पहली बार डॉक्टर को दिखाया गया तो बताया गया कि रूपेश प्रोजेरिया से ग्रसित है। चिकित्सकों के अनुसार रूपेश उत्तर प्रदेश का ऐसा पहला बच्चा है, जो इस दुर्लभ और लाइलाज बीमारी का शिकार है। सामान्यत:  इस रोग के मरीज 12 से 15 वर्ष ही जी     पाते हैं। इस स्थिति में रूपेश के घर वालों के साथ क्या बीतती होगी, उसका वर्णन करना असंभव है।  
डॉ. गिरीश पाण्डेय कहते हैं, ‘‘बच्चा कैसा भी हो, अपने मां-बाप के लिए कलेजे का टुकड़ा होता है। यही वजह है कि जब सर्कस वाले रूपेश को 7,00,000 रुपए में खरीदने आए तो उसके माता-पिता ने साफ मना कर दिया।’’ रूपेश के माता-पिता के इस निर्णय की  हर जगह चर्चा हो रही है। यह भी अच्छी बात है कि प्रदेश सरकार रूपेश के इलाज के लिए तत्पर दिख रही है। लोग प्रभु से प्रार्थना कर रहे हैं कि रूपेश जल्दी ठीक  हो जाए, ताकि वह एक सामान्य जीवन जी सके।    ल्ल

ShareTweetSendShareSend

संबंधित समाचार

अभी तो राम आने को हैं…

श्रीराम मंदिर: सनातन मूल्य और भारत के गौरव की ओर एक कदम, लाखों इंडोनेशियाई मुसलमान करते हैं भगवान राम का सम्मान

हल्द्वानी बनभूलपुरा अतिक्रमण मामला फिर गर्माया, जमीन रजिस्ट्रियों पर उठाए गए सवाल

हल्द्वानी बनभूलपुरा अतिक्रमण मामला फिर गर्माया, जमीन रजिस्ट्रियों पर उठाए गए सवाल

बाबासाहेब धर्म में रचे-पगे

बाबासाहेब धर्म में रचे-पगे

एकल अभियान की खेलकूद प्रतियोगिता

एकल अभियान की खेलकूद प्रतियोगिता

“राम मंदिर जरूर बनेगा”: कल्याण सिंह से जब पूछा गया, 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों पर गोली न चलाने के आदेश क्या आपने दिए थे

“राम मंदिर जरूर बनेगा”: कल्याण सिंह से जब पूछा गया, 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों पर गोली न चलाने के आदेश क्या आपने दिए थे

‘सम्मान मांगना नहीं, सम्मान योग्य बनना है’

‘सम्मान मांगना नहीं, सम्मान योग्य बनना है’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अभी तो राम आने को हैं…

श्रीराम मंदिर: सनातन मूल्य और भारत के गौरव की ओर एक कदम, लाखों इंडोनेशियाई मुसलमान करते हैं भगवान राम का सम्मान

हल्द्वानी बनभूलपुरा अतिक्रमण मामला फिर गर्माया, जमीन रजिस्ट्रियों पर उठाए गए सवाल

हल्द्वानी बनभूलपुरा अतिक्रमण मामला फिर गर्माया, जमीन रजिस्ट्रियों पर उठाए गए सवाल

बाबासाहेब धर्म में रचे-पगे

बाबासाहेब धर्म में रचे-पगे

एकल अभियान की खेलकूद प्रतियोगिता

एकल अभियान की खेलकूद प्रतियोगिता

“राम मंदिर जरूर बनेगा”: कल्याण सिंह से जब पूछा गया, 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों पर गोली न चलाने के आदेश क्या आपने दिए थे

“राम मंदिर जरूर बनेगा”: कल्याण सिंह से जब पूछा गया, 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों पर गोली न चलाने के आदेश क्या आपने दिए थे

‘सम्मान मांगना नहीं, सम्मान योग्य बनना है’

‘सम्मान मांगना नहीं, सम्मान योग्य बनना है’

सूडानी मुस्लिम महिलाओं के साथ बलात्कार के बढ़ते मामले, त्रासदी ऐसी कि कही न जाए! विमर्श में पसरा  सन्नाटा

सूडानी मुस्लिम महिलाओं के साथ बलात्कार के बढ़ते मामले, त्रासदी ऐसी कि कही न जाए! विमर्श में पसरा सन्नाटा

कुलाधिपति प्रो. त्रिपाठी के निधन से गुरु-ज्ञान परंपरा की अपूरणीय क्षति: डॉ. भीमराय मेत्री

कुलाधिपति प्रो. त्रिपाठी के निधन से गुरु-ज्ञान परंपरा की अपूरणीय क्षति: डॉ. भीमराय मेत्री

उदयपुर हत्याकांड : आचार्य प्रमोद का सीएम गहलोत से सवाल- धमकी मिलने के बाद भी ‘कन्हैया’ को क्यों नहीं दी गई सुरक्षा

DMK के नेता रावण के खानदान के लोग और आसुरी शक्‍त‍ि हैं : प्रमोद कृष्‍णम

UP : शासन ने हलाल मामले की विवेचना एसटीएफ को सौंपा

UP News : यूपी में महिला संबंधी अपराध में सजा दिलाने की दर राष्ट्रीय औसत से 180 प्रतिशत अधिक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • बोली में बुलेटिन
  • Web Stories
  • पॉडकास्ट
  • Vocal4Local
  • पत्रिका
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies