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''माता अमृतानन्दमयी उपाख्य अम्मा समूचे विश्व की सम्मानित विभूति हैं। अम्मा की सामाजिक सेवाएं भारत में ही नहीं, विश्व भर में फैली हैं। वे आरोग्य सेवा, अपातकालीन मदद, सर्वशिक्षा, महिला सशक्तिकरण, वेदान्त, धर्म, संस्कृत, ध्यान, योग, साधना, शिक्षा आदि अनेकों कायोंर् से करोड़ों दुखीजनों का दु:ख दूर कर रही हैं। यह हिन्दू हेल्प लाइन का सौभाग्य है कि हम माता अमृतानन्दमयी को इस वर्ष का 'हिन्दू रत्न' प्रदान कर पाए। उनका आशीर्वाद हम पर हमेशा ऐसे ही बना रहे।'' उक्त वक्तव्य विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीणभाई तोगडि़या ने गत दिनों कोच्चि में माता अमृतानंदमयी को 'हिन्दू रत्न' सम्मान प्रदान करते हुए दिया।
उन्होंने कहा कि 'भूख मिटाओ' के लिए हमने 'एक मुट्ठी अनाज' योजना को राष्ट्रीय स्तर पर आरम्भ करने की घोषणा की है। एक भी हिन्दू कभी भूखा ना रहे, ऐसी हमारी इच्छा है। राजस्थान, गुजरात, दिल्ली में एक मुट्ठी अनाज को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। केरल का लक्ष्य है, एक लाख सहृदय परिवारों से एक मुट्ठी अनाज इकट्ठा कर गरीब परिवारों में सम्मान से देना। हम गरीबों को लाइन में नहीं खड़ा होने देते, बल्कि उनके घर, बस्ती मेें जाकर आदर से उनके पावं छूकर उन्हें अनाज की थैली देते हैं। केरल मंे अभी 20,000 परिवारों से अनाज इकट्ठा हो रहा है। श्री तोगडि़या ने कहा कि वैद्यकीय, प्रवास, कानूनी दर्शन आदि आपातकाल की अवस्था में हिन्दुओं की मदद के लिए 2011 में हिन्दू हेल्प लाइन शुरू की गई। हिन्दू हेल्प लाइन द्वारा 24 घंटे इमरजेंसी सेवा के अलावा अनेक सेवाएं चल रही हैं। इंडिया हेल्थ लाइन के नि:शुल्क आरोग्य जांच शिविर, महिला आरोग्य सखी, वरिष्ठों के लिए 'वृद्ध मित्र' सेवा, इमरजेंसी में रक्त के लिए ब्लड 4 इंडिया मोबाइल एप आदि। 2011 से आज तक हिन्दू हेल्प लाइन द्वारा 3 लाख के करीब हिन्दुओं की मदद की जा चुकी है। हमारा लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों के मध्य जाकर उनके दुखों को दूर करना है। इसी क्रम में हमारे कार्यकर्ता रात-दिन लगे रहते हैं। प्रतिनिधि
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