|
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में संघ के आनुषांगिक संगठनों के कार्यों का ब्योरा भी पेश किया जाता है। यहां कुछ संगठनों के कार्यों की जानकारी प्रस्तुत है-
क्रीड़ा भारती : 1992 में पुणे में शुरुआत। 26 प्रांतों के 500 जिलों में इकाइयां। 21 जून, 2016 को अंतरराष्टÑीय योग दिवस के अवसर पर 427 जिलों में योग दिवस के कार्यक्रम।
लघु उद्योग भारती : 1994 में स्थापित, 24 प्रांतों के 294 जिलों में 282 इकाइयां। राजस्थान के बलोतरा, सांगानेर, पाली और जोधपुर जिलों के बंद पड़े 750 उद्योगों को अपने प्रयासों से खुलवाया। इन दिनों भारत सरकार के सहयोग से कौशल विकास केंद्र का संचालन कर रही है।
राष्टÑ सेविका समिति : महिलाओं के बीच पूरे देश में कार्य करती है। पिछले वर्ष दिल्ली में आयोजित प्रेरणा शिविर में 39 प्रांतों से 2,011 सेविकाओं ने भाग लिया। 26 जनवरी, 2017 को त्रिपुरा के सीमांत क्षेत्रों में भारत माता पूजन कार्यक्रम किया।
भारतीय किसान संघ : गुजरात में 3,000 किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण। 20 सितंबर, 2016 को भोपाल में आयोजित कार्यशाला में 900 से अधिक युवा किसानों ने भाग लिया।
अखिल भारतीय सीमा जागरण मंच : 1985 में गठन। अंतरराष्टÑीय सीमा से लगे 10 प्रांतों में गतिविधियां। सेना में भर्ती के लिए पहली बार लड़कियों के लिए पंजाब में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन। सेना में भर्ती की तैयारी के लिए राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और असम में कोचिंग शिविर।
भारत विकास परिषद् : 1963 में गठन। 324 जिलों में 1,600 परियोजनाएं चल रही हैं। समग्र विकास के लिए 17 राज्यों के 42 गांवों को गोद लिया। 639 ‘सक्षमों’ का पुनर्वास और 16,919 दिव्यांगों को उपकरण भेंट। 1,172 स्वास्थ्य शिविरों में 2. 51 लाख लोगों का इलाज।
स्वदेशी जागरण मंच : 1991 में स्थापित। 450 जिलों में इकाइयां। चीनी सामान और जीएम फसलों के विरुद्ध लगातार अभियान। 2017 में राष्टÑीय स्वदेशी सुरक्षा अभियान चलाया।
अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम : 14,397 स्थानों में 20,970 परियोजनाएं। मुबंई में आयोजित 19वीं राष्टÑीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में 272 तीरंदाजों ने भाग लिया। वनवासियों की समस्याओं को उजागर करने वाला दृष्टिपत्र जारी किया।
सहकार भारती : 1978 में स्थापना। 430 जिलों में कार्य। 17 राज्यों के 188 स्थानों पर कार्यशाला का आयोजन। 18 राज्यों की 134 जगहों पर सहकारिता सम्मेलन।
सक्षम : पूरे देश में अंधत्व मुक्त अभियान। नेत्रहीनों को उनके काम आने वालीं वस्तुएं भेंट करना। दृष्टिहीनों के लिए उत्तर तमिलनाडु में वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन। अशक्त लोगों को कन्याकुमारी भ्रमण कराया।
आरोग्य भारती : 678 जिलों में 500 गतिविधियां। 32 प्रांतों की 1,984 जगहों पर 2,157 सेवा प्रकल्प। अंतरराष्टÑीय योग दिवस पर 178 जिलों के 430 स्थानों पर योग कार्यक्रम। 198 जिलों के 266 स्थानों पर धन्वंतरि पूजन कार्यक्रम।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास : चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास के लिए नौ प्रांतों के 200 विद्यालयों में विशेष कार्यक्रम। केरल में वैदिक गणित महासम्मेलन का आयोजन। भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहन के लिए ‘भारतीय भाषा मंच’ का गठन।
संस्कार भारती : 35 प्रांतों में इकाइयां। नवंबर, 2016 में चंडीगढ़ में अखिल भारतीय नाट्य समारोह का आयोजन। विदर्भ की सेवा बस्तियों में ‘चलें धर्म की ओर’ कार्यक्रम का आयोजन। फरवरी, 2011 में 125 स्थानों पर भरत मुनि दिवस मनाया।
विश्व हिंदू परिषद : इंडिया हेल्थ लाइन के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया। हिंदू हेल्प लाइन के जरिए दो लाख से अधिक लोगों की मदद की। देश के हर जिले में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व को मनाया।
प्रज्ञा प्रवाह : 36 स्थानों के 17 संगठन इससे संबंद्ध हैं। 28 प्रांतों में उपस्थिति है। 80 विश्वविद्यालयों से भी संपर्क है।
दीनदयाल शोध संस्थान : पंडित दीनदयाल उपाध्याय और नानाजी देशमुख की जन्म शताब्दी पर लगभग पूरे देश में विशेष कार्यक्रम। चित्रकूट में 24 से 27 फरवरी तक ग्रामोदय मेला। भोपाल में तीन दिवसीय दीनदयाल कथा। पारंपरिक ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए नानाजी की जन्मभूमि कडोली में केंद्र बनाया।
विद्या भारती : डॉ. आंबेडकर की 125वीं जयंती और बालासाहब देवरस तथा दीनदयाल जी की जन्म शताब्दी पर जयपुर में समरसता सम्मेलन। होशंगाबाद में 14 से 20 जून तक ‘समर्थ शिशु श्री कथा’ का आयोजन। होशंगाबाद जिले में गांव विकास को प्रोत्साहन देने के लिए ‘मेरा गांव, मेरा तीर्थ’ अभियान चलाया।
भारतीय मजदूर संघ : ‘दत्तोपंत ठेंगड़ी जीवन दर्शन’ के आठ खंड प्रकाशित। पीएफ के पैसे की निकासी पर कर लगाने के विरुद्ध प्रदर्शन। श्रमिकों के मुद्दों पर शोध करने के
लिए दिल्ली स्थित केंद्रीय कार्यालय में शोध केंद्र का गठन।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद : बंगाल के सभी विश्वविद्यालयों में ‘परिसर बचाओ, शिक्षा बचाओ’ अभियान चलाया। 22 मार्च, 2016 को बिहार में अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति के छात्रों के अधिकारों के लिए आक्रोश मार्च निकाला। 23 नवंबर, 2016 को लखनऊ में छात्र हुंकार रैली।
शाखा में बढ़ रही युवा भागीदारी
वर्तमान में देशभर में 36,867 स्थानों पर 56,569 शाखाएं चल रही हैं। साप्ताहिक मिलन तथा संघ मंडली मिलाकर कुल 59,136 स्थानों पर कार्य चल रहा है। इनमें से 90 प्रतिशत शाखाओं में 45 साल से कम आयु के स्वयंसेवक आ रहे हैं, जबकि विद्यार्थियों का अनुपात 53 प्रतिशत है। देशभर में पिछले वर्ष 1,04,000 स्वयंसेवकों ने प्राथमिक शिक्षा वर्ग में हिस्सा लिया। सात दिन का यह वर्ग स्वयंसेवकों को प्रतिबद्ध कार्यकर्ता के रूप में निर्मित करने की दिशा में पहली महत्वपूर्ण सीढ़ी माना जाता है। ल्ल
टिप्पणियाँ