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हाल ही में फिल्म 'काबिल' और 'रईस' एक साथ प्रदर्शित हुईं। दोनों फिल्मों के बीच टकराव से मामला काफी गरमा गया। ़इस टकराव से 'काबिल' के निर्माता राकेश रोशन इतने आहत हुए कि उन्होंने कह दिया- ''मैं इतना दुखी हूं कि दिल करता है फिल्म बनाना छोड़ दूं।''
विडंबना है कि इन दिनों किसी भी फिल्म की सफलता या असफलता मात्र 7 से 15 दिन के कारोबार पर टिकी होती है। इसलिए हर निर्माता चाहता है कि उसकी फिल्म के सामने कोई और बड़ी फिल्म प्रदर्शित न हो, ताकि टिकट खिड़की पर उसकी फिल्म अधिक से अधिक धन बटोरे। राकेश रोशन ने यही सोचकर काफी पहले अपनी फिल्म के प्रदर्शन की तारीख 25 जनवरी, 2017 घोषित कर दी थी। लेेकिन बाद में शाहरुख खान ने भी इसी तारीख को अपनी फिल्म 'रईस' के प्रदर्शन की घोषणा की तो मामला गरमा गया। जब दोनों के बीच अलग-अलग तारीख पर फिल्म प्रदर्शित करने को लेकर कोई समझौता नहीं हो सका तो यह फैसला हुआ कि दोनों फिल्मों को आधी आधी स्क्रीन्स पर रिलीज किया जाएगा, ताकि दोनों को बराबर मौका मिल सके। लेकिन हुआ यह कि 'रईस' को 60 प्रतिशत स्क्रीन्स मिल गईं और 'काबिल' के हिस्से में 40 प्रतिशत स्क्रीन्स ही आईं। इससे राकेश रोशन को बहुत दुख हुए।
दो फिल्मों को लेकर टिकट खिड़की का टकराव अक्सर दो फिल्मकारों के बीच मनमुटाव और लड़ाई का कारण बनता रहा है। पिछली बार दीवाली पर अजय देवगन की फिल्म 'शिवाय' और करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के बीच भी ऐसा ही टकराव हुआ था। इसमें शुरुआत में फिल्म 'शिवाय' को नुकसान होता दिख रहा था, लेकिन बाद में इसने अच्छा कारोबार करते हुए सफलता हासिल की। ऐसा ही कुछ अभी 'रईस' और 'काबिल' के साथ हुआ। प्रदर्शन के पहले दो दिनों में राकेश की 'काबिल' के मुकाबले शाहरुख की 'रईस' कारोबार के मामले में ज्यादा आगे निकल गई थी। लेकिन बाद में धीरे-धीरे 'रईस' पिछड़ती चली गई और 'काबिल' आगे निकलती गई। आखिरकार कम सिनेमाघरों पर लगी होने के बावजूद फिल्म 'काबिल' ने 'रईस' के बराबर कारोबार करने में सफलता हासिल की। इसके अलावा, दर्शकों और समीक्षकों से फिल्म 'काबिल' को 'रईस' से कहीं अधिक प्रशंसा मिली।
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