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नई दिल्ली : विद्या भारती दिल्ली प्रांत द्वारा सिविक सेंटर स्थित केदारनाथ साहनी सभागार में 13 अगस्त को आयोजित आचार्य सम्मेलन में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ.कृष्ण गोपाल ने अपने संबोधन में कहा कि आचार्य केवल अध्यापक नहीं अपितु गुरु है, उसका समाज में गौरवमय स्थान है। आचार्य को अपने दायित्व को पहचानना चाहिए तथा प्रत्येक छात्र की क्षमता व समस्या को ध्यान में रखकर उसकी अन्तर्निहित शक्तियों व गुणों के विकास का प्रयास करना चाहिए और उसके जीवन को दिशा देनी चाहिए। शिक्षा केवल वही है जो जीवन पर्यन्त याद रहे तथा जीवन को समाज एवं राष्ट्र हेतु उपयोगी बनाए।
कार्यक्रम में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के महामंत्री प्रो. ललित बिहारी गोस्वामी के साथ विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री श्री शिव कुमार एवं श्री हेमचंद सहित विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के अध्यक्ष श्री अशोक पाल, दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष श्री प्रवीण कान्त, महामंत्री श्री राकेश गुप्ता तथा कोषाध्यक्ष श्री संतोष पाठक सहित दिल्ली प्रांत के 28 विद्यालयों से लगभग 1,200 आचार्य सम्मेलन में उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
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