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''हिंदुस्थान में रहने वाला किसी भी धर्म व जाति का व्यक्ति हो वह हिन्दू है, लेकिन बाहर से आये लोग देश की इस अखंडता को नष्ट कर देश को खंडित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक होना आवश्यक है। कुछ लोग दुष्प्रचार कर रा.स्व.संघ को सांप्रदायिक संगठन बताते हैं। जबकि संघ ने आज तक किसी का भी विरोध नहीं किया है।'' यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख श्री गौरी शंकर चक्रवर्ती ने डिब्रूगढ़ शहर स्थित बी एन पी उच्च विद्यालय के परिसर में रा.स्व.संघ द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर कही। मुख्य अतिथि के रूप में डिब्रूगढ़ के पूर्व संयुक्त स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत कुमार बरुआ ने भारतमाता व नेताजी की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जिला संघचालक विश्वनाथ बर्मन व क्षेत्रीय संघचालक असीम दत्त सहित स्थानीय भाजपा नेता व सांसद रामेश्वर तेली व विधायक प्रशांत फुकन सहित कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे। श्री चक्रवर्ती ने कहा कि नेताजी भविष्यद्रष्टा थे इसलिए उन्होंने सभी को एक सूत्र में पिरोकर देश को आजादी दिलाने की पहल की। उसी प्रकार डॉ. हेडगेवार ने भी देश के बच्चों व युवाओं को संगठित व अनुशासित करने के लिए प्रयास किया। अरबी व ईरानी अपनी पहचान रखता है तो फिर हिंदुस्थान में रहने वाला अपने आप को हिन्दू क्यों नहीं कह सकता? जिन अंचलों में बाहरी मुसलमानों की घुसपैठ हुई है वहां की जनसंख्या में बेतहाशा वृृद्घि हुई है। सबको जागरूक होकर एकजुट होना समय की मांग है। विश्व संवाद केन्द्र, गुवाहाटी
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