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अलीगढ़ के गांव मईनाथ स्थित नगला सिंगी में मजहबी नेताओं द्वारा कन्वर्जन कराये जाने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि ये 100 से भी अधिक लोगों का कन्वर्जन कराना चाहते थे, लेकिन पहले ही पर्दाफाश होने के कारण अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके। हिन्दू संगठनों के विरोध पर मजबूरन पुलिस ने मजहबी नेताआंे को हिरासत में लिया और मुचलके पर छोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार गत 18 अप्रैल को मडराक थाना क्षेत्र के नगला सिंगी में गांववालों ने आधा दर्जन से अधिक मजहबी नेताओं को बंधक बना लिया था। इन सभी पर आरोप था कि गांव के हिन्दू लोगों का कन्वर्जन कराने के लिए ये तीन दिन से गांव में ठहरे हुए थे। कई माह पहले से इसकी तैयारी चल रही थी। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहंुच गए और सभी को थाने ले जाया गया। इसके बाद एकाएक इलाके का माहौल गरमा गया और बड़ा, बाजार, फूल चौक, सर्राफा बाजार समेत प्रमुख बाजार बंद हो गए।
कुछ समय बाद थाने पर हिन्दू संगठन भी पहंुच गए और सभी के विरुद्ध मामला दर्ज कराने की मांग की गई। उधर मजहबी नेताओं को छुड़ाने के लिए मुसलमानों ने थाने का घेराव कर दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर पहंुचे और उन्होंने मामले को शांत किया। आखिर में पुलिस ने तीन घंटे तक सभी को हिरासत में रखने के बाद मुचलके पर छोड़ दिया। आरोप है कि सपा विधायक जफर आलम के कारण पुलिस पर काफी दबाव था। इसी कारण उन सभी को छोड़ दिया गया। महापौर शकुंतला भारती ने मामला दर्ज कराने का काफी प्रयास किया, लेकिन उनकी एक न चली। इस संबंध में गांव प्रधान सतीश सिंह ने थाने में शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ल्ल प्रतिनिधि
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने किया समर्पण
छत्तीसगढ़ समेत दक्षिण ओडिशा में सक्रिय तीन नक्सलियों ने 20 अप्रैल को मलकानगिरी जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों में एक महिला नक्सली भी शामिल है। इन पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित था।
मलकानगिरी के जिला पुलिस अधीक्षक मित्रभानु महापात्र ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में इरमा कवासी के अलावा एरा माडकामी और राधिका मलकानगिरी जिला कालीमेला क्षेत्र के नक्सली हैं। इनके खिलाफ हत्या और विस्फोट के 29 मामले दर्ज हैं। 15 जुलाई, 2008 की शाम मलकानगिरी जिला में नक्सलियों ने विस्फोट कर एक 'एंटी लैंडमाइन' गाड़ी को उड़ा दिया था, जिसमें 17 सुरक्षा बल के जवानों की मौत हो गई थी। 25 मई, 2013 की शाम छत्तीसगढ़ की दरभा घाटी में नक्सलियों ने हमलाकर कांग्रेस के 27 नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी थी। उसमें ये तीनों लिप्त थे। उन्होंने स्वीकार किया है कि झीरम घाटी में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नंद कुमार पटेल व पार्टी के वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल सहित कई नेताओं की हत्या के पीछे इनका हाथ रहा था। ल्ल पंचानन अग्रवाल
योगेन्द्र ने पूछा कारण
आआपा से बाहर निकाले जाने पर योगेन्द्र यादव ने तीन कारण पूछे हैं जिनकी वजह से उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। योगेन्द्र यादव ने कहा कि आआपा केवल क्षेत्रीय पार्टी बनकर रह गई है, जिसे दिल्ली से बाहर अपने कार्यकर्ताओं का कोई ख्याल नहीं है। यादव ने कहा कि वे अब स्वराज अभियान को देशभर में फैलाएंगे। इसके लिए 29 अप्रैल से काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए देश के विभिन्न हिस्सों में 30 से अधिक कार्यक्रम किए जाएंगे। फिलहाल उन्होंने किसी राजनीतिक दल का गठन करने से इंकार किया है। इससे पहले वे लोगों को मजबूत करने पर जोर देंगे।
युद्धपोत का जलावतरण
भारतीय नौसेना की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से गत 20 अप्रैल को आईएनएस विशाखापत्तनम को समुद्र में उतार दिया गया। मझगांव डॉक लिमिटेड में इस युद्धपोत का नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. के. धोवन की पत्नी मीनू धोवन ने जलावतरण किया। यह युद्धपोत देश में ही निर्मित हथियारों, मिसाइल और अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। विभिन्न परीक्षणों के बाद इसे 2018 में नौसेना के बेड़े में शामिल कर दिया जाएगा। इस पर 50 अधिकारियों सहित 300 नौसैनिक तैनात रह सकते हैं। यह परियोजना 15-ए कोलकाता श्रेणी के युद्धपोतों का अगला संस्करण है।
जहाज पकड़ा गया
गुजरात के पोरबंदर तट पर भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान एक पाकिस्तानी जहाज को पकड़ा है। इस पर सवार आठ लोगों को हिरासत में लिया गया, जिनके तस्कर होने की आशंका जताई जा रही है। इनके कब्जे से तीन सेटेलाइट फोन और 600 करोड़ रुपए की हेरोइन बरामद की गई है। इससे पूर्व भारतीय नौसेना को गुप्त सूचना मिली थी कि एक जहाज पोरबंदर तट की तरफ पाकिस्तान की जल सीमा से प्रवेश करेगा। इसी सूचना के बाद इस जहाज को कब्जे में ले लिया गया। जहाज पर सवार लोगों ने अधिकारियों द्वारा चेतावनी मिलते ही समर्पण कर दिया। ल्ल
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