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सिलीगुडी। पश्चिम बंगाल-असम सीमा पर बकसीर हाट के निकट अवैध रूप से ले जाई जा रही 700 से अधिक गायों को मुक्त कराया गया। इन सभी को बंगाल से असम ले जाया जा रहा था। गुप्त सूचना मिलने के आधार पर तहसील के पुलिस अधीक्षक कुमार गौतम ने इस अभियान का नेतृत्व किया। भाड़ेया गांव में पुलिस ने छापेमारी कर देर रात गायों से लदे 12 ट्रकों को जब्त कर लिया। ट्रक में बंद कर गोवंश को तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था। पुलिस का कहना है कि अवैध रूप से गायों को दूसरे ठिकाने पर पहंुचाया जा रहा था। तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए हाईवे का प्रयोग न कर दूसरे मार्ग का इस्तेमाल किया, सूचना के आधार पर वे पकड़े गए। पुलिस ने ट्रकों में सवार 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता लगा है कि ये सभी असम में गौरीपुर के रहने वाले हैं। ट्रकों से मुक्त कराई गई गायों को सुरक्षित जगह पहंुचाने के लिए ग्रामीणों की मदद भी ली गई। ल्ल बासुदेब पाल
मकोका से राहत मिली
मालेगांव बम विस्फोट मामले के आरोपियों साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और कर्नल श्रीकांत पुरोहित को सर्वोच्च न्यायालय से बड़ी राहत मिली है। इन पर मकोका के तहत प्रथमदृष्टया आरोप साबित न होने से आगे की राह आसान हो गई है। साथ ही सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि दोनों आरोपी मकोका को हटवाने के लिए निचली अदालत में अपील भी कर सकते हैं। इस मामले में छह आरोपियों को न्यायालय ने राहत दी है। न्यायमूर्ति एफएमआई खलीफुल्ला और न्यायमूर्ति शिव कीर्ति सिंह की पीठ ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित पर मकोका के तहत आरोप सिद्ध नहीं होते हैं। इससे निपटने के दौरान मकोका के प्रावधानों पर विचार न करने का निर्देश भी दिया गया है। विशेष मकोका न्यायालय ने पहले कहा था कि साध्वी प्रज्ञा और नौ अन्य आरोपियों पर गलत ढंग से मकोका लगाया गया है। गौरतलब है कि मालेगांव बम विस्फोट के आरोपियों ने मंुबई उच्च न्यायालय के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। ल्ल प्रतिनिधि
नक्सलियों ने दहलाया छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की धरती को नक्सलियों ने एक बार फिर से लाल कर दिया है। मात्र 5 दिनों के दौरान नक्सलियों द्वारा किए गए चार हमलों में 13 जवान वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं। सबसे पहले सुकमा जिले में 11 अप्रैल को हुए नक्सली हमले में सात जवान मारे गए, जबकि 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। जवानों के शव 24 घंटे बाद वहां से हटाए जा सके। नक्सलियों की तलाश में सुरक्षाबलों का अभियान जारी है।
जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के दोरनापाल चिंतागुफा क्षेत्र में हथियारों से लैस नक्सलियों के मौजूद होने की सूचना मिली थी। इसके बाद जंगल में एसटीएफ जवानों की टुकडि़यां नक्सलियों की खोज में जुट गईं। इसी दौरान चिंतागुफा के डब्बाकोंटा गांव के निकट नक्सलियों ने एसटीएफ के जवानों पर हमला बोल दिया। इस अभियान में सबसे आगे चल रहे सात जवानों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद दूसरे जवानों ने मोर्चा संभाल लिया। दोपहर तक जारी मुठभेड़ में 10 अन्य जवान भी घायल हो गए। इन सभी को उपचार के लिए जगदलपुर और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिये रायपुर भेज दिया गया।
सीआरपीएफ की दो अन्य टुकडि़यों को नक्सलियों की तलाश में लगाया गया है। वीरगति प्राप्त करने वालांे में शंकर राव, रोहित सोढ़ी, किरण देशमुख, मनोज बघेल, मोहन वीके, राजकुमार मरकाम और राजमन टेकाम शामिल हैं। घायलों में मडकाम केसा, संजय लाकड़ा, रंजीत कुमार सिंह, अरविंद कुमार, किसे देवा, बड्डी कन्ना, माडवी लुक्का, माडवी देवा, सरयम लावेना और सरयम मनोज शामिल हैं। नक्सली जवानों के ग्रेनेड, मोर्टार और लाइट मशीनगन भी लेकर फरार हो गए।
इसके ठीक अगले दिन 12 अप्रैल को नक्सलियों ने बस्तर जिले के कांकेर में खनन कार्य में लगे 17 वाहनों को जला दिया। नक्सलियों ने यहां बरबसपुर लौह अयस्क खदान पर धावा बोल दिया। 12 अप्रैल की ही रात नक्सलियों ने कांकेर जिले में स्थित बीएसएफ कैंप पर हमला बोल दिया। 13अप्रैल को नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में 'एंटी लैंडमाइन' वाहन में विस्फोट कर पांच जवानों की जान ले ली, जबकि छह घायल हो गए। विस्फोट से पहले नक्सलियों ने एके 47 और ग्रेनेड लांचर से हमले भी किए थे। इस दौरान वीरगति प्राप्त करने वालों में छत्तीसगढ़ पुलिस में तैनात जयप्रकाश पासवान, अलाउद्दीन, लल्लू प्रधान, शिवा कश्यप, बंसीधर यादव और बीएसएफ कर्मी रमेशचन्द्र सोलंकी शामिल हैं ल्ल प्रतिनिधि
नेताजी के परिजनों द्वारा प्रदर्शन
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग को लेकर उनके परिजनों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विभिन्न संगठन भी उनके समर्थन में आगे आए।
नेताजी के प्रपौत्र चन्द्र कुमार बोस ने मांग करते हुए कहा कि नेताजी से जुड़ी फाइलों को जल्द से जल्द सार्वजनिक किया जाना चाहिए। परिजनों ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे से लौटने पर उनकी मांग पर उचित कार्रवाई की जाएगी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परिजनों से मुलाकात करने के बाद फाइलों को सार्वजनिक करने का पूरा आश्वासन दिया था।
गौरतलब है कि पहले भी नेताजी से जुड़े दस्तावेजों को सार्वजनिक किए जाने की मांग की जाती रही है, लेकिन यह पहली बार है कि जब परिजन सड़क पर प्रदर्शन करने लगे हैं। पिछले दिनों तत्कालीन नेहरू सरकार द्वारा नेताजी पर निगरानी रखे जाने की बात का खुलासा होने के बाद से इस मांग ने जोर पकड़ लिया। नेताजी के परिजन इस बात से काफी आक्रोश में हैं और उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना भी की है। ल्ल प्रतिनिधि
भाजपा नेता की हत्या
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में भाजपा के पंचायत सदस्य नंद गोपाल ठाकुर की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद उनका शव रेलवे की पटरी पर फेंक दिया गया। शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने इस सम्बंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस विभिन्न कोणों से मामले को देखकर चल रही है। हत्या की घटना के बाद शहर में तनाव की स्थिति बन गई। इस सम्बंध में भाजपा के बंगाल प्रभारी सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि इस घटना से पता लगता है कि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस भाजपा से घबरा गए हैं। इस वजह से राज्य में गुंडागर्दी कराई जा रही है।
सम्मान देने में की देरी
केन्द्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, डॉ. भीमराव आंबेडकर और सरदार पटेल जैसी हस्तियों को राष्ट्रीय सम्मान देने में पूर्ववर्ती सरकारों ने बहुत देर कर दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने इन हस्तियों को पर्याप्त सम्मानजनक स्थान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने देसी रियासतों का विलय करने और डॉ. आंबेडकर ने संविधान निर्माता होने के साथ-साथ गरीब व पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए भी अद्वितीय कार्य किए, लेकिन उन्हें सम्मान देने में बहुत समय लगा दिया गया। यह कार्य तो काफी वर्षों पहले हो जाने चाहिए थे।
मेवातियों की करतूत
मेवात। तावडू थाना क्षेत्र में रहने वाली एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। आरोपियों ने इस घिनौनी करतूत के बाद युवती की तस्वीरें 'वाट्सएप' पर भी डाल दीं। पुलिस ने इस संबंध में सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार गत 14 अप्रैल को आरोपी गांव की एक युवती का अपहरण कर उसे सुनसान जगह पर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों के नाम सीलको गांव निवासी हारून, मुनसेद, अनीस, शाहरुख, सद्दाम, रत्ती और बोधी बताए गए हैं। ल्ल
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