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गत दिनों अजमेर (राजस्थान) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अजयमेरु के तत्वावधान में प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन आयोजित हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श्री अनिल ओक ने कहा कि हिन्दुत्व ही राष्ट्रीयत्व है। हिन्दू शब्द किसी पूजा पद्धति का पर्याय नहीं, अपितु संस्कृति है। हिन्दुत्व लाखों वर्षों से संचित ऐसे मूल्यों का पर्याय है जिसकी बड़ी कीमत हमारे पूर्वजों ने चुकाई है। श्रीराम, भरत, सावित्री, चाफेकर बंधुओं की मां और गुरुगोविन्द सिंह जी के पुत्रों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कीमत चुकाने पर ही मूल्य स्थापित होते हैं। भारत की धरती पर इसी प्रकार के मूल्यों का संचय हिन्दुत्व के नाम से जाना जाता है। हिन्दुत्व का यह भाव जब-जब कमजोर हुआ तब-तब भारत पर संकट आए। इस अवसर पर अजयमेरु महानगर के संघचालक श्री सुनील दत्त जैन, महानगर सह संघचालक श्री जगदीश राणा सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे। ल्ल प्रतिनिधि
रुद्राक्ष से निर्मित शिवलिंग का रुद्राभिषेक
राजस्थान के प्रवेश द्वार कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) में 1-5 अप्रैल तक रुद्राक्ष महाभिषेक का आयोजन हुआ। इसका आयोजन राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद् ने किया था। इस अवसर पर संतों और चिंतकों के सान्निध्य में असंख्य लोगों ने स्वधर्म में बने रहने, दुर्व्यसनांे का त्याग करने, अपने गांवों को रुद्राक्ष गांव बनाने की वचनबद्धता व्यक्त की। वैदिक ऋचाओं के बीच सवा लाख रुद्राक्ष से निर्मित पांच फीट ऊंचे शिवलिंग का रुद्राभिषेक 108 दम्पतियों ने किया। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहंुचे। धन्वन्तरी पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर संत सुरेशानन्द सरस्वती महाराज के सान्न्ध्यि में यह आयोजन पूर्ण हुआ। इस धार्मिक अनुष्ठान की पूर्णाहुति पर आयोजित विशाल धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि कन्वर्जन अमानवीय और अलोकतांत्रिक है। कन्वर्जन के विरुद्ध कड़े कानून बनाने की आवश्यकता है। इन्हीं दिनों श्री इन्द्रेश कुमार ने बांसवाड़ा में प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन को भी सम्बोधित किया। ल्ल प्रतिनिधि
क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त को दी गई श्रद्धांजलि
अमृतसर में 8 अप्रैल को शहीद मदनलाल ढींगरा स्मारक समिति द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बटुकेश्वर दत्त की स्मृति में एक समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो़ लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि आज का दिन इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज है। 8 अपै्रल, 1929 को ब्रिटिश सल्तनत की जडें़ हिलाने के लिए बंगाल के सपूत बटुकेश्वर दत्त ने शहीद भगत सिंह के साथ मिलकर केंद्रीय असेंबली में विस्फोट किया था। उनकी मंशा किसी को नुकसान पहुंचाने की नहीं थी। वे ब्रितानी हुकूमत को झकझोरना चाहते थे। आजादी के आंदोलन में बटुकेश्वर दत्त का अतुलनीय योगदान रहा, पर लोग इस महान क्रांति नायक के विषय में ज्यादा नहीं जानते।
इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के बच्चों ने बटुकेश्वर दत्त के जीवन पर आधारित काव्य पाठ व भाषण में हिस्सा लिया। ल्ल प्रतिनिधि
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