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पाकिस्तान में छात्राओं के एक गुट ने इस्लामिक स्टेट के प्रति प्रतिबद्धता जताते हुए पाकिस्तानी चरमपंथियों के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। एक वीडियो में ये छात्राएं दिखाई दीं जहां वे पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की लाल मस्जिद से यह अपील कर रही हैं। आईएसआईएस का समर्थन करने वाली ये सभी छात्राएं लाल मस्जिद से जुड़ी हैं। छात्राओं के स्कूल की प्राचार्या का कहना है कि उन्हें वीडियो के बारे में जानकारी है और उन्होंने ये वीडियो बनाने की अनुमति दी है। पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट के लिए यह अभी तक का सबसे खुला समर्थन है। ये समर्थन ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तानी तालिबान और इस्लामिक स्टेट के कुछ लड़ाकों के बीच संभावित संबंधों पर पहले से ही चिंता जताई जा रही है। ल्ल
इराक डायरी
इस्लाम कबूल न करने पर चार के सिर काटे
इराक में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने चार ईसाई बच्चों के सिर काट दिए। आतंकियों द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद भी बच्चों ने मुसलमान बनने से मना कर दिया। यह दावा एक ब्रिटिश पादरी कैनन एंड्रयू व्हाइट ने किया है। उनके दावे के अनुसार मारे गए बच्चों ने मोहम्मद का अनुसरण करने से मना कर दिया था।
आतंकियों ने बच्चों से पूछा कि बोलो, तुम मोहम्मद का अनुसरण करोगे? बच्चों ने मना कर दिया। इतना सुनते ही आतंकियों ने उनके सिर काट डाले। सभी बच्चे 15 साल से कम उम्र के थे। कैनन व्हाइट इराक में इकलौते ईसाई नेता हैं। उन्हें भी सुरक्षा के लिहाज से देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। उनका कहना है कि बगदाद में स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है। इस्लामिक स्टेट बगदाद को धीरे-धीरे अपने कब्जे में ले रहा है। हजारों लोग मारे जा रहे हैं। वे निर्ममता से बच्चों के सिर कलम कर रहे हैं। उत्तर में हालात और भी ज्यादा बुरे हैं। सुन्नी आतंकी परिवार के किसी वयस्क व्यक्ति को इस्लाम कबूलने के लिए कहते हैं और यदि वह इस्लाम कबूल नहीं करता तो उसके सारे परिवार को मार डाला जाता है। ल्ल
अल कायदा के चार आतंकी ढेर
पाकिस्तान में ड्रोन विमान के हमले में आतंकी संगठन अल कायदा के मीडिया प्रभारी समेत चार आतंकवादी भी मारे गए। यह जानकारी पाकिस्तान के एक सैन्य अधिकारी ने दी। हमला एक मकान पर किया गया, जिसमें आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना थी। यह हमला उत्तरी वजीरिस्तान के दत्ता खेल के एक गांव में किया गया। ड्रोन हमला पाकिस्तानी सेना द्वारा शनिवार को अल कायदा के मेजर अदनान अल सुकरीजुम्मा के मारे जाने की घटना के बाद गत 7 दिसंबर को किया गया। अमरीका के संघीय जांच ब्यूरो ने सुकरीजुमा को जीवित या मृत लाने पर 50 लाख डॉलर के इनाम की घोषणा कर रखी थी। पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन हमले में अलकायदा का वरिष्ठ सदस्य उमर फारूक मारा गया। फारूक को उस्ताद फारूक नाम से भी जाना जाता था। उसकी आयु 30 वर्ष थी। वह अल कायदा का क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी था। अल कायदा में नियुक्त होने वाला वह पहला पाकिस्तानी था। एक अन्य सैन्य अधिकारी ने मारे जाने वालों की संख्या छह बताई है। ल्ल
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