अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टरखरीद घोटाले में खुलने लगीं परतें
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3600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले में फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि 50 करोड़ रुपये रिश्वत की रकम जिन 178 विदेशी कंपनियों से भारत भेजी गई थी उनका अस्तित्व ही नहीं है। निदेशालय की जांच के घेरे में अब दो भारतीय कंपनियां और 7 भारतीय भी आ गए हैं। संभावना है कि आगे पीएमएलए (प्रीवेन्शन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट) के तहत भी मामला दर्ज किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक फेमा के तहत मामला दर्ज होने के बाद सबसे अहम जानकारी मिली है कि हेलीकॉप्टर खरीद घोटाले में जिन कंपनियोें के माध्यम से रिश्वत की रकम भारत में भेजी गई थी, वास्तव में उनका कोई आधार नहीं है। विदेशों की ये कंपनियां सिर्फ हेराफेरी के लिए ही कागजों पर दिखाई गई थीं। इनमें जर्मनी, आस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड, नार्वे, थाईलैंड और फिनलैंड आदि देशों की कंपनियां शामिल हैं।
प्रवर्तन निदेशालय इस बात की भी जांच कर रहा है कि इन कंपनियों के नाम से खातों में रकम कैसे पहंुचाई गई और उसके बाद आगे भारत की कंपनियों में यह रकम जमा करवाई गई। यह भी मालूम हुआ है कि इटली पहले ही अपने सर्च वारंट में खुलासा कर चुका है कि जिन कंपनियों के माध्यम से रिश्वत की रकम भारत भेजी गई थी, वास्तव में वे कंपनियां हैं ही नहीं। जांच के अनुसार फिनमैकेनिका नामक कंपनी ने रिश्वत की रकम सात भारतीयों के खाते में स्थानांतरित की थी।
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना के लिए 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए एंग्लो-इतालवी कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ किए गए 3,546 करोड़ रुपए के करार को भारत सरकार ने रद्द कर दिया था। इस करार में दलाली लिए जाने का आरोप लगने के बाद गत 1 जनवरी को इसे रद्द करने का फैसला हुआ था। तत्कालीन यूपीए सरकार के कार्यकाल में फरवरी, 2010 में यह करार हुआ था। प्रतिनिधि
लोकसभा चुनाव में करारी हार से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी अभी उबर भी नहीं पाए थे कि समाचार पत्र नेशनल हेराल्ड की वित्तीय अनियमितता मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने दोनों को आगामी 7 अगस्त को अदालत में पेश होने का समन जारी किया है।
जानकारी के मुताबिक समन पाने वालों की सूची में कांग्रेसी नेता मोतीलाल वोरा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री ऑस्कर फर्नांडिस भी शामिल हैं। यह कार्यवाही भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की शिकायत पर की गई है। दरअसल नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र वर्ष 2008 में बंद हो गया था। भाजपा नेता का आरोप है कि यंग इंडियन नामक कंपनी के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स को कांग्रेसी नेताओं ने फर्जी कागजातों के बल पर बहुत कम रकम में प्राप्त कर लिया, जबकि इसकी कीमत करोड़ों रुपये की है। उन्होंने कहा कि संबंधित कागजातों पर सोनिया-राहुल के हस्ताक्षर धोखाधड़ी की पुष्टि करते हैं। ल्ल प्रतिनिधि
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