वोट बैंक राजनीति से सिर्फ अलगाव बढ़ेगा
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

वोट बैंक राजनीति से सिर्फ अलगाव बढ़ेगा

by
Jun 22, 2013, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 22 Jun 2013 14:29:46

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अखिलेश यादव सरकार द्वारा आतंकी हमलों में आरोपित लोगों के खिलाफ दायर मुकदमें को वापस लेने की पहल पर रोक लगाकर सपा की सांप्रदायिक राजनीति को करारा झटका दिया है। अपने पूर्व मुख्यमंत्रित्व काल में इसी सांप्रदायिक नीति के चलते मुलायम सिंह सत्ता से बेदखल रह चुके हैं, लेकिन एक बार फिर उस लीक से हटने की बजाय उस पर और तेजी से अमल करने पर उतारू हैं। देश का शायद ही कोई ऐसा राज्य होगा जिसने बजट राशि का निर्धारित प्रतिशत केवल मुसलमानों पर व्यय करने का निर्णय किया हो। अखिलेश सरकार ने 'अल्पसंख्यक' शब्द का बहाना नहीं लिया है, सीधे लिखित रूप में यह आदेश जारी कर दिया है कि सभी योजनाओं का 20 प्रतिशत केवल मुसलमानों के लिए ही व्यय करें। उनके मंत्रिमंडल के एक सदस्य आजम खां इसके बावजूद संतुष्ट नहीं हैं। उनकी मांग है कि कम से कम बजट का 25 प्रतिशत केवल मुसलमानों के लिए सुनिश्चित किया जाए।

उत्तर प्रदेश और अधिकांश अन्य राज्यों में भी अनुसूचित जाति एवं जनजाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के बच्चों की मुफ्त शिक्षा के लिए छात्र संख्या के आधार पर अनुदान दिया जाता है। अखिलेश सरकार आने के बाद से यह अनुदान बंद हैं। जिस पिछड़े वर्ग के मसीहा होने का दावा मुलायम सिंह यादव कर करते रहे हैं, उसके छात्रों को अनुदान नहीं दिया जा रहा है। रामपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, सीतापुर, लखनऊ और आजमगढ़ के औचित्यहीन मुस्लिम शिक्षा संस्थाओं को उनकी मांग के अनुसार दान दिया जा रहा है। शिक्षा, वित्त और योजना मंत्रालय के कार्यालयों में आजकल केवल इन्हीं विद्यालयों-मदरसों के लोग नजर आ रहे हैं। छात्र और अध्यापक के अनुपात के आधार पर पदों का सृजन करने की स्वीकृति के नियम को ताक पर रखकर अखिलेश सरकार मांग के आधार पर स्वीकृति दे रही है। इस अति मुस्लिमवाद वाद का नतीजा यह हो रहा है कि जहां एक ओर सांप्रदायिक तनाव बढ़ता जा रहा है, वहीं मुस्लिम के नाम पर सरकार को धमका कर 'ब्लैकमेल' करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम की अति बर्दाश्त से बाहर हो गई और अब वह मुलायम सिंह को सबक सिखाने पर उतारू हो गए हैं। बरेलवी संप्रदाय के मुखिया तौकीर रजा ने राज्यमंत्री का दर्जा अभी इसलिए स्वीकार नहीं किया है क्योंकि मुलायम सिंह अपने चुनावी वादे 'आबादी के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देने' के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं।

यूं तो उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार को, जो उनके बेटे के नेतृत्व में चल रही है, मुलायम सिंह कई बार फटकार सुना चुके हैं और अखिलेश को भी बीस बार से अधिक चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन जून के शुरुआत में मुलायम सिंह ने यह कहकर कि 'यदि मैं मुख्यमंत्री होता तो 15 दिन में कानून-व्यवस्था सुधार देता, स्वीकार कर लिया है कि उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था कितनी भयावह है। हालांकि आज भी सरकार को वही चला रहे हैं, मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे बिना। जिस प्रकार सोनिया गांधी जो कुछ केंद्र में हो रहा है, उसकी कर्ता-धर्ता हैं, लेकिन आरोप मनमोहन सिंह के मत्थे मढ़ा जा रहा है। वैसे ही उत्तर प्रदेश की बिगड़ती शांति-व्यवस्था के कारण अखिलेश सरकार के प्रति बढ़ते आक्रोश से अपने को अप्रभावित रखने की मुलायम सिंह की यह चाल है। उ.प्र. की बिगड़ती कानून-व्यवस्था का एक कारण मुलायम सिंह ही हैं, क्योंकि अप्रैल के महीने में उन्होंने पार्टी के विधायकों और पदाधिकारियों की बैठक में यहां तक कह दिया कि अब जिलों में वही होगा जो जिलाध्यक्ष कहेंगे। वही हो भी रहा है।

उत्तर प्रदेश में मुस्लिम संस्थाओं को दान की उदारता का भरपूर फायदा दिया जा रहा है, जो संविधा सम्मत नहीं है। केन्द्र सरकार ने छह मुस्लिम विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए थोरेट कमेटी बनाई थी। उसकी संस्तुति आ चुकी है, जिसमें कहा गया है कि सेकुलर राज्य में संप्रदाय के आधार पर सरकार कोई व्यय नहीं कर सकती, यह संविधान के खिलाफ होगा। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और दिल्ली की जामिया मिलिया द्वारा अल्पसंख्यक दर्जा प्राप्त करने के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में वाद चल रहा है। लेकिन उत्तर प्रदेश में तो पाकिस्तान का 'चार्टर' तैयार करने वाले मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय को, जो अभी प्रारंभिक दौर में है, सरकार पचास करोड़ तो दे ही चुकी है। कितने ही विभागों की प्रदेशव्यापी योजनाओं का व्यय केवल जौहर विश्वविद्यालय के लिए खर्च हो रहा है। समाजवादी पार्टी ने विधायकों को अपनी विधायक निधि से दस-दस लाख रूपए जौहर विश्वविद्यालय को देने का आदेश दिया है। केंद्रीय सरकार से अल्पसंख्यकों को लाभान्वित करने के लिए मिले ग्यारह सौ करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं, और धन की मांग जारी है।

यह ऐतिहासिक सचाई है कि आज जो पाकिस्तान और बंगलादेश हैं, वहां मुस्लिम आबादी की बहुलता के बावजूद मुस्लिम लीग का प्रभाव कभी नहीं रहा था। पाकिस्तान बनवाने का श्रेय मुख्यत: उत्तर प्रदेश और बिहार के मुसलमानों को है, जहां आजादी के पूर्व और बाद में भी सबसे ज्यादा दंगे हुए हैं। आजादी के पूर्व केवल मुस्लिम लीग पृथकता की बात करती थी। अब पत्नी-बच्चों या भाई- भतीजों तक पार्टी को सीमित कर देने वाले राजनीतिक लोग विभाजन के पूर्व की अपेक्षा सौ गुना अधिक सांप्रदायिकता को उभारने में लगे हैं। वोट के इन सौदागरों की हरकतों ने मुस्लिम समाज को 'बेचने' वाले कठमुल्लों को बढ़ावा दिया है, और वे 'ब्लैकमेल' कर रहे हैं। लेकिन यह समझ लेना जरूरी है जैसे पाकिस्तान बनने से उत्तर प्रदेश और बिहार के मुसलमानों का कोई भला नहीं हुआ, वह सर्व समाज में संदेह की निगाह से देखे जाते रहे हैं, वैसे ही इस वोट बैंक की राजनीति से उनका भला होने वाला नहीं है। सवाल सौदागरों और ठेकेदारों का नहीं है, सवाल है समाज का-विशेषकर मुस्लिम समाज का- वह 'अल्पसंख्यकवाद' के फरेब से बाहर निकल पाएगा या नहीं? राजनाथ सिंह 'सूर्य'

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Haridwar Guru Purnima

उत्तराखंड: गुरु पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पावन गंगा में आस्था की डुबकी

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार में 10 बीघा सरकारी जमीन पर बना दी अवैध मजार, हिंदू संगठनों में रोष, जांच के आदेश

Supreme court OBC reservation

केरल की निमिषा प्रिया को यमन में फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, केंद्र से जवाब तलब

इंदिरा गांधी ने आपातकाल में की थी क्रूरता, संजय गांधी ने जबरन कराई थी नसबंदी: शशि थरूर

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

रात में भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Haridwar Guru Purnima

उत्तराखंड: गुरु पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई पावन गंगा में आस्था की डुबकी

Uttarakhand Illegal Majars

हरिद्वार में 10 बीघा सरकारी जमीन पर बना दी अवैध मजार, हिंदू संगठनों में रोष, जांच के आदेश

Supreme court OBC reservation

केरल की निमिषा प्रिया को यमन में फांसी पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई, केंद्र से जवाब तलब

इंदिरा गांधी ने आपातकाल में की थी क्रूरता, संजय गांधी ने जबरन कराई थी नसबंदी: शशि थरूर

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

रात में भूलकर भी न खाएं ये 5 चीजें, हो सकती हैं गंभीर बीमारियां

Earthqake in Delhi-NCR

दिल्ली-एनसीआर में 4.4 तीव्रता का भूकंप, झज्जर रहा केंद्र; कोई हताहत नहीं

आरोपी मौलाना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर

बलरामपुर: धर्म की भूमि पर जिहादी मंसूबों की हार

kanwar yatra delhi

कांवड़ यात्रा 2025: मीट-मछली की दुकानें बंद, आर्थिक मदद भी, दिल्ली में UP वाला एक्शन

Punjab Khalistan police

पंजाब: पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह गिरफ्तार, ISI को दे रहा था भारतीय सेना की खुफिया जानकारी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies