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समय जैसे-जैसे तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे दादा, परदादा के समय की वस्तुएं किताबों में चित्रों के रूप में ही देखने को मिलती हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो कुछ वस्तुओं को धरोहर के रूप में आज भी अपने पास संभाल कर रखे हुए हैं। इन्हीं में से एक हैं वर्धमान नगर (नागपुर) निवासी वंशीधर गंगवानी, जिनके पास 1818 का तांबे का आधा आना का सिक्का है। इस सिक्के की विशेषता है कि इस पर एक तरफ ईस्ट इंडिया कंपनी अंग्रेजी में लिखा हुआ है, बीच में “हाफ आना” और उसके ऊपर उर्दू में भी लिखा हुआ है। दूसरी तरफ हनुमान जी का चित्र है और श्री श्री 1008 एवं श्री हनुमान जी लिखा हुआ है। यह जानकारी बंशीधर गंगवानी के पुत्र वेद प्रकाश गंगवानी ने दी है। यह सिक्का ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा जारी किया गया था।24
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