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मैं सदियों की प्यास का लोकार्पणगत 26 नवम्बर को नई दिल्ली में श्री नरेश शांडिल्य के गजल संग्रह “मैं सदियों की प्यास” का लोकार्पण सुप्रसिद्ध गजलकार श्री बालस्वरूप राही ने किया। भारतीय ज्ञानपीठ के पूर्व निदेशक श्री प्रभाकर श्रोत्रिय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार डा. रामदरश मिश्र ने कहा कि इस संग्रह में जीवन के विभिन्न पक्ष उजागर हुए हैं तथा इनमें सादगी के साथ-साथ प्रतिरोध और व्यंग्य भी हैं। अन्य वक्ताओं में प्रो. सादिक, डा.सीतेश आलोक, श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेयी, श्री अम्बर खरबन्दा, श्री अमरनाथ अमर, श्री विज्ञान व्रत, श्री अनिल जोशी और श्री शशिकान्त प्रमुख थे। यू.के. हिन्दी समिति, लन्दन के अध्यक्ष तथा “प्रवासी टुडे” के सम्पादक डा. पद्मेश गुप्त भी कार्यक्रम में विशेष रूप से पधारे। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध कवयित्री-कथाकार श्रीमती अल्का सिन्हा ने किया। इस अवसर पर अनेक गण्यमान्य साहित्यकार व गजलकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन “अक्षरम्” संस्था ने किया था। प्रतिनिधि37
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