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हर पखवाड़े स्त्रियों का अपना स्तम्भसदा बरसता रहे आपका नेहअपने पति सुनील कुमार मिंगला केसाथ श्रीमती पूनम मिंगलाप्रिय………किस नाम से पुकारूं आपको? परम्परा से यही संस्कार मिले हैं कि पति का नाम नहीं लेना चाहिए। इसलिए आपके प्रति किसी संबोधन से संकोच हो रहा है। विवाह के बाद मैं पढ़ाई में सम्भावित अड़चनों को लेकर चिंतित रहती थी, लेकिन आपके प्यार का ही परिणाम है कि मैंने एम.ए. की उपाधि तो प्राप्त की ही, बी.एड. की पढ़ाई भी पूरी कर ली। अभी 3 मई को ही विवाह के 7 वर्ष पूर्ण हुए हैं, लेकिन लगता है जैसे कल की ही बात है। आपके प्रेम और घर के बड़ों के आशीर्वाद के कारण ही जीवन कुछ उमंग भरा लगने लगा है। यही वजह है कि पिछले 5 वर्षों से सर्वहितकारी विद्यामन्दिर की प्रधानाचार्य का काम पूरे विश्वास के साथ संभाल रही हूं, अब तो और भी बड़े दायित्व मुझ पर हैं। कभी-कभी लगता है, आप जीवन में न आते तो क्या यह सम्भव था? भगवान से यही प्रार्थना है कि आपका प्यार इसी तरह मिलता रहे ताकि देश-समाज के प्रति सहज रूप से मैं अपना दायित्व निभाती रहूं।-आपकी….पूनम मिंगला (प्रधानाचार्य)सर्वहितकारी विद्या मन्दिरगऊशाला रोड, जैतो मण्डी, फरीदकोट, पंजाब-151202मंगलम्, शुभ मंगलम्इस स्तम्भ में दम्पत्ति अपने विवाह की वर्षगांठ पर 50 शब्दों में परस्पर बधाई संदेश दे सकते हैं। इसके साथ 200 शब्दों में विवाह से सम्बंधित कोई गुदगुदाने वाला प्रसंग भी लिखकर भेज सकते हैं। प्रकाशनार्थ स्वीकृत प्रसंग पर 200 रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।NEWS
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