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रामनवमी की धूम, हिन्दू समाज का विशाल संगम-गुयाना से ब्राह्मभिक्षुदक्षिण अमरीकी देश गुयाना में हिन्दू समाज को एकजुट रखने में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला श्री रामनवमी महोत्सव एक सशक्त माध्यम बनता जा रहा है। रामनवमी के अवसर पर इस वर्ष गुयाना के तीनों प्रान्तों- इस्कीबो, बारबीस और डमरेरा- में सप्ताहभर का राष्ट्रीय आयोजन सम्पन्न हुआ। श्री रामनवमी महोत्सव समिति, गुयाना 3 वर्ष से लगातार यह पर्व मनाती आ रही है जिसमें इस देश के समस्त हिन्दू परिवार भाग लेते हैं।श्री रामनवमी महोत्सव में उपस्थित सन्त (बाएं से) स्वामी विश्वरूपदास जी,श्री ब्राह्म वैरागी जी, स्वामी अक्षरानन्द जी एवं इस्कान से जुड़े कुछ सन्तइस्कीबो में मुख्य कार्यक्रम के पूर्व विशाल शोभा यात्रा निकली, जिसमें भक्तों ने, जिनमें महिलाओं की बड़ी संख्या थी, “हिन्दू-हिन्दू एक रहें”, “जय श्रीराम” के नारों से आकाश गुंजा दिया। हिन्दुओं की भक्ति, शालीनता एवं अनुशासन को देखकर स्थानीय प्रशासन ने आयोजकों को बधाई दी। यह त्योहार इस्कान मंदिर के विशाल प्रांगण में मनाया गया। विशाल मंच पर कीर्तन-भजन के बाद इस्कान (गुयाना) के स्वामी विश्वरूपदास, गुयाना के कर्मठ संत स्वामी अक्षरानंद एवं त्रिनिदाद के संत श्री ब्राह्म वैरागी जी उपस्थित थे। स्वामी विश्वरूपदास ने भजन-कीर्तन, महामंत्र जाप एवं सद्ग्रन्थों के पाठ द्वारा हिन्दू जागरण पर जोर दिया। स्वामी अक्षरानंद जी ने “विशाल हिन्दू संगठन एवं मतान्तरण के खतरे” विषय पर अपने विचार रखे। संत श्री ब्राह्म वैरागी जी ने “हिन्दू की वैश्विक दृष्टि” विषय पर विचार व्यक्त करते हुए हिन्दू समाज की एकता के लिए गुयाना के हर गांव- हर घर में जाकर नई पीढ़ी को भविष्य के लिए तैयार करने पर बल दिया। लगभग 2000 श्रद्धालुओं की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ यह कार्यक्रम गुयाना के राष्ट्रीय टेलीविजन और रेडियो पर प्रसारित हुआ।ऐसा ही एक कार्यक्रम बारबीस प्रांत के मुख्य शहर “नयू एमस्टरडम” में आयोजित हुआ। भजन-कीर्तन के बाद संत विशाल मंच पर उपस्थित हुए। लोगों ने “जय श्रीराम” के उद्घोष से उनका स्वागत किया। श्री विश्वरूपदास, स्वामी अक्षरानंद और संत ब्राह्म वैरागी के उद्बोधन के बीच मूसलाधार वर्षा चलती रही, पर उपस्थितजन के उत्साह में कोई कमी नहीं आई। श्रद्धालु कीर्तन करते हुए “जय श्री कृष्ण”, “जय श्रीराम”, “हिन्दू धर्म की जय”, “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ वर्षा का आनंद ले रहे थे।जार्ज टाउन में बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुडमरेरा प्रांत की राजधानी जार्ज टाउन में गजब का समारोह हुआ। इसमें करीब 8000 लोग झंडे, तोरण लिए और शंख ध्वनि गुंजाते नगाड़ों की थाप पर थिरक उठे थे। यह कार्यक्रम भारत सेवाश्रम संघ के परिसर में सम्पन्न हुआ। जार्ज टाउन की चारों दिशाओं से चार जुलूस भजन-कीर्तन करते हुए समारोह में पहुंचे। एक तरफ से कार, ट्रक, बसें पंक्तिबद्ध होकर पहुंच रही थीं तो दूसरी तरफ से नौजवानों का “साइकिल जुलूस” बढ़ा आ रहा था। तीसरी तरफ से महिलाओं का दल रामजन्म के गीत गाता चला आ रहा था तो चौथी तरफ से संत एवं पुरोहित मृदंग, ढोल-मजीरे बजाते-गाते आ रहे थे। यह दृश्य बड़ा रोमांचकारी था।मंच पर गुयाना पंडित परिषद् के अध्यक्ष पं. रुद्रा शर्मा द्वारा पूजन-हवन पूर्ण हुआ। कार्यक्रम में सनातन धर्म, गुयाना के अध्यक्ष श्री रमेश महाराज सहित आर्य समाज, इस्कान, भारत सेवाश्रम संघ, ब्राह्मविद्यापीठ के विद्वान, विश्व संन्यासी महासंघ के संतगण-प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। त्रिनिदाद सनातन महासभा की पंडित परिषद् के अध्यक्ष श्री खेमराज व्यास ने विशेष रूप से भाग लिया। इस वर्ष श्री रामनवमी समारोह का मुख्य मंत्र था- “रामकाज लगि तव अवतारा…”। इसी सूत्र पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे।उल्लेखनीय है कि यहां चुनाव के समय सभी दल रामायण के चौपाई-दोहों के जरिए प्रचार करते हैं, जनता से वोट मांगते हैं। यही कारण है कि श्री रामनवमी का उत्सव यहां की 52 प्रतिशत भारतीय मूल की आबादी को जागृत करने का सशक्त माध्यम बनता जा रहा है। कार्यक्रम के अन्त में श्री हनुमान चालीसा का पाठ हुआ। इस उत्सव को सफल बनाने में गुयाना के सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों, व्यापारी वर्ग, राजनीतिज्ञ, शिक्षक, गुयाना विश्वविद्यालय के छात्रों, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश श्री नंद रामकिशुन आदि ने विशेष सहयोग दिया।NEWS
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