|
ग्वालियरकहां है नेतृत्व?-अलका श्रीवास्तवसंचालिका-लक्ष्मीबाई नागरिक सहकारी बैंकइस देश का असली नेता वही है जिसके पास ताकत, पैसा, भीड़ है। मेरी नजर में आज श्रीमती सोनियां गांधी से बेहतर नेता कोई नहीं है। उनका कहना है, शिक्षा और दूसरे क्षेत्रों में नाम रोशन करने वाले युवा ही सही मायने में राष्ट्र का नेतृत्व कर रहे हैं और वे ही समाज को नई दिशा दे सकते हैं। राष्ट्र के राजनेताओं को दूसरे देशों से कुछ सीखना चाहिए, खासकर अनुशासन, जो कभी हमारा सम्बल था, आज तार-तार हो रहा है।-जय किशन शर्मासम्पादक-स्वदेश (ग्वालियर)इस देश में ऐसा कोई नेता नहीं है जिसे असली नेता कहा जा सके। आज देश को राजनेता आगे नहीं ले जा रहे, बल्कि इंजीनियर, शिक्षक, चिकित्सक, वैज्ञानिक इस दायित्व को निभा रहे हैं।-जसविन्दर सिंहसदस्य, माकपा राज्य समितिआज देश में विभिन्न समस्याओं के कारण खोजने और उनका समाधान करने की जरूरत है। इसके लिए समाजसेवी महिलाएं और बहुत से लोग कार्य रहे हैं और वे कहीं न कहीं नेतृत्व भी प्रदान करते हैं। इसलिए किसी एक व्यक्ति को नेता नहीं माना जा सकता। आज हमें आजादी की लड़ाई में खुद को झोंक देने वाले व्यक्तियों के सिद्धान्तों पर चलने की जरूरत है। जैसे किसी व्यक्ति में राजनीति और विज्ञान के गुण एक साथ नहीं हो सकते, उसी तरह कोई नेता अभिनेता नहीं हो सकता और क्रिकेटर वैज्ञानिक का दर्जा नहीं ले सकता।-राजेश शर्मावरिष्ठ शिक्षाविद्पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश को आगे ले जाने के प्रयास किए जो अद्वितीय हैं। इस देश को जिनसे प्रेरणा मिल सकती है आज वह निष्क्रिय सी स्थिति में हैं। ऐसे लोग सिर्फ सत्ता में आने पर सक्रिय होते हैं।ग्वालियर से अनिल शर्माNEWS
टिप्पणियाँ