गहरे पानी पैठ
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

गहरे पानी पैठ

by
Mar 7, 2005, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 07 Mar 2005 00:00:00

36 का आंकड़ाअसम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और राज्यपाल ले. जनरल (से.नि.) अजय सिंह के बीच मतभेद अब खुलकर सामने आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री तरुण गोगोई जेल में बन्द उल्फा नेताओं को छोड़े जाने और बंगलादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ पर राज्यपाल की हाल की टिप्पणी से खासे नाराज हैं। दोनों के बीच सम्बंधों में खटास इस हद तक पैदा हो चुकी है कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने विधानसभा चुनाव के पूर्व हर हाल में राज्यपाल को राजभवन से विदा करवाने का मन बना लिया है। शीघ्र ही तरुण गोगोई इस सन्दर्भ में आलाकमान से गुहार लगाने दिल्ली आने वाले हैं।वास्तव में राज्यपाल की साफगोई ही इस संकट का कारण मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार राज्यपाल द्वारा केन्द्र को राज्य में बंगलादेशी घुसपैठ के सन्दर्भ में जो रपट भेजी गई है, उसे विपक्ष ने सरकार के विरुद्ध हथियार बना लिया है। इससे राज्य सरकार परेशान है। इस रपट में राज्यपाल अजय सिंह ने कहा है कि राज्य में रोजाना लगभग 6000 बंगलादशी घुसपैठ कर रहे हैं और इसके कारण राज्य के 10 सीमावर्ती जिलों में भयानक रूप से जनसंख्यात्मक असंतुलन उत्पन्न हो गया है।दूसरी तरफ मुख्यमंत्री और राज्यपाल में तनातनी के लिए एक कारण और बताया जा रहा है। राज्य सरकार ने हाल ही में जेल में बंद उल्फा के दस आतंकवादियों को उल्फा नेता परेश बरुआ की मांग पर रिहा कर दिया था। राज्यपाल ने इस निर्णय पर आपत्ति तो की ही, नई दिल्ली में हाल ही में आयोजित राज्यपालों की बैठक में भी अपनी आपत्ति से केन्द्र को अवगत करा दिया। राज्यपाल के इस कड़े रुख के चलते असम की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार सकते में आ गई है।गठजोड़ की जोड़-तोड़पंजाब में कांग्रेस-कम्युनिस्ट एकता खटाई में पड़ गई है। हाल ही में जब भाकपा महासचिव कामरेड ए.बी. बद्र्धन पंजाब प्रवास पर थे तो उन्होंने वहां पत्रकारों को बताया कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों में चूंकि अभी 1 वर्ष बचा है अत: गठबंधन के बारे में बाद में विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि सेकुलर वोटों का विभाजन रोकने के लिए भाकपा कटिबद्ध है। यह सर्वविदित है कि 2002 का चुनाव कांग्रेस और भाकपा ने मिलकर लड़ा था, फिर अब भला भाकपा महासचिव कांग्रेस के साथ गठजोड़ के प्रश्न पर रुख स्पष्ट क्यों नहीं कर रहे हैं? पंजाब की राजनीति के जानकार और पंजाब के कामरेड ही इस प्रश्न का ठीक उत्तर जानते हैं। दरअसल, भाकपा कांग्रेस से इस बात को लेकर काफी नाराज है कि उसने पंजाब में कम्युनिस्ट आंदोलन को समाप्त करने में बड़ी भूमिका निभाई है। सन् 2002 में भाकपा के टिकट पर जीते दोनों विधायक आज पाला बदल कर कांग्रेस विधायक दल के सदस्य हो गए हैं।मुसीबत में कैप्टनपंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मन में राजनीतिक मजबूरीवश पैदा हुआ सिख पंथ के प्रति प्रेम अब उनके साथ-साथ पूरी पार्टी को भारी पड़ रहा है। अकाली दल (बादल) के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल से पंथक राजनीति की प्रतिस्पर्धा में वे इतने आगे निकल गए कि अब खालिस्तान समर्थकों के पाले में नजर आ रहे हैं। अपने पौने चार साल के शासन के दौरान हर मोर्चे पर नाकाम रहे कांग्रेसी कैप्टन आगामी विधानसभा चुनाव की वैतरणी पंथक राजनीति के जरिए पार करने का स्वप्न देख रहे थे कि अब खालिस्तानियों के साथ सम्बंध होने का खुलासा होने पर उनकी राजनीति कांग्रेस को मंझधार की ओर ले जाती दिखाई दे रही है। अपने आप को सिख नेता साबित करने के लिए कनाडा प्रवास के दौरान वे डिक्सी स्थित ऐसे गुरुद्वारे में एक समारोह में हिस्सा लेने पहुंच गए जो खालिस्तानियों का गढ़ माना जाता है। इतना ही नहीं, जिस मंच पर उन्होंने भाषण दिया उसके पीछे साफ-साफ अक्षरों में गुरुमुखी लिपि में “खालिस्तान जिंदाबाद” लिखा था। समाचारपत्रों में फोटो प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री के साथ-साथ पूरी कांग्रेस पार्टी को जैसे सांप सूंघ गया है। अब कैप्टन कह रहे हैं कि उन्होंने मंच पर चढ़ने से पहले दीवार पर लिखा नारा नहीं देखा था।NEWS

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मतदाता सूची पुनरीक्षण :  पारदर्शी पहचान का विधान

दिल्ली-एनसीआर में 3.7 तीव्रता का भूकंप, झज्जर था केंद्र

उत्तराखंड : डीजीपी सेठ ने गंगा पूजन कर की निर्विघ्न कांवड़ यात्रा की कामना, ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के लिए दिए निर्देश

काशी में सावन माह की भव्य शुरुआत : मंगला आरती के हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन, पुष्प वर्षा से हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत

वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय पर FIR, सड़क जाम के आरोप में 10 नामजद और 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज

Udaipur Files की रोक पर बोला कन्हैयालाल का बेटा- ‘3 साल से नहीं मिला न्याय, 3 दिन में फिल्म पर लग गई रोक’

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies