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साप्ताहिक साधना के सेवा कार्य
कार्य
राशि
1. 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय- राष्ट्रीय सुरक्षा कोष में
30,000 रु.
2. मोरवी के बाढ़ पीड़ितों की सहायतार्थ –
55,000 रु.
3. मोगा में शहीद हुए स्वयंसेवकों के परिजनों के लिए-
70,000 रु.
4. कारगिल युद्ध से प्रभावित जवानों की सहायतार्थ-
65,000 रु.
कुल –
2,20,000 रु.
अमदाबाद से प्रकाशित गुजराती साप्ताहिक साधना ने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय सेवा योजना शुरू की थी। उस समय लगभग 30 हजार रुपए एकत्र कर साधना ने देश के जवानों की सहायता की थी। 11 अगस्त, 1979 को गुजरात में राजकोट जिले के मोरवी शहर का मच्छूबंध टूटा था। भयानक बाढ़ से हजारों लोग बह गए थे। उस समय भी “साधना साप्ताहिक” ने अपने भावनाशील पाठकों की मदद से 55 हजार रुपए एकत्र कर “बाढ़ पीड़ित सहायता समिति” को अर्पित कर अपनी राष्ट्रनिष्ठ पत्रकारिता के साथ सेवा संस्कार को प्रकट किया। 1989 में आतंकवादियों ने मोगा शहर में रा.स्व.संघ की प्रभात शाखा पर हमला किया था। उस हमले में 10 से अधिक स्वयंसेवक शहीद हो गए थे। इनके परिवारों की सहायता हेतु उस समय भी “साधना” ने अपने राष्ट्रभक्त पाठकों की सहायता से 70 हजार रुपए एकत्र कर “मोगा शहीद सहायता समिति” को अर्पित किए थे। कारगिल युद्ध के समय साधना ने 65 हजार रुपए एकत्र कर वीर जवानों की सहायता हेतु राष्ट्रीय कोष में दिए थे।
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