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मुसलमानों को आरक्षण की वकालत करने वाली सरकार ने
नेहरू युवा केन्द्र से स्वामी विवेकानन्द एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र हटाए
गत 20 जुलाई को श्री धर्मेन्द्र प्रधान के नेतृत्व में भारतीय जनता युवा मोर्चे के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली में नेहरू युवा केन्द्र मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। वे केन्द्र में लगे पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं स्वामी विवेकानंद के चित्रों को हटाने का विरोध कर रहे थे।
इस अवसर पर भाजयुमो के अध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र ने युग-ऋषि पं. दीनदयाल उपाध्याय और युवा भारत के प्रेरणास्रोत एवं भारतीय संस्कृति के ऊ‚र्जावान प्रतीक स्वामी विवेकानन्द के चित्र हटाकर दुर्भावनापूर्ण मानसिकता दर्शाई है।
1985 से नेहरू युवा केन्द्र स्वामी जी की जयंती पर 12 जनवरी का दिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाता आ रहा है। इन दोनों महापुरुषों के चित्र ही अब मुख्यालय से हटा दिए गए हैं। वैचारिक असहिष्णुता एवं महापुरुषों के साथ हो रहे इस अशिष्ट व्यवहार की भारतीय जनता युवा मोर्चा ने घोर निंदा की। श्री प्रधान ने कांग्रेस नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार को आगाह करते हुए कहा कि यदि विचारधारा विशेष का नाम लेते हुए इस तरह महापुरुषों के चित्रों को हटाया गया तो किसी भी महापुरुष का चित्र देश में कहीं नहीं लग पाएगा। इस तरह की घटनाएं देश में सामाजिक समरसता के लिए अत्यन्त घातक हैं।
इस अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संजीव कुमार चौरसिया, राष्ट्रीय महामंत्री श्री अमित ठक्कर, राष्ट्रीय सचिव श्री अनिल झा, कोषाध्यक्ष श्री राजन तिवारी, राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री श्री आदेश गुप्ता एवं दिल्ली प्रदेश भाजयुमो के अध्यक्ष श्री योगेन्द्र चंदोलिया सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रतिनिधि
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