कंदकूर्ती
Wednesday, May 18, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम Archive

कंदकूर्ती

Archive Manager by Archive Manager
Feb 4, 2000, 12:00 am IST
in Archive
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

दिंनाक: 04 Feb 2000 00:00:00

जहां अमृत कुंभ लेकर गरुड़ का थादश्रीश देवपुजारीप्रयाग और कंदकूर्ती दोनों ही क्षेत्र त्रिवेणी तट पर बसे हैं। एक गंगा, यमुना और सरस्वती के तट पर है तो दूसरा गोदावरी, हरिद्रा और मंजीरा- तीन पवित्र नदियों के तट पर है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक पूज्य रज्जू भैया प्रयाग निवासी हैं, वहीं स्वयंसेवक बने। वे पूज्य डा. हेडगेवार के गांव कंदकूर्ती (आन्ध्र प्रदेश) पहुंचे तो सब कह उठे, वाह! एक त्रिवेणी तट से सरसंघचालक दूसरे त्रिवेणी तट पर आये हैं। गोदावरी,हरिद्रा एवं मंजीरा, इन तीन नदियों के पवित्र संगम पर बसे कंदकूर्ती ग्राम में कुछ दशक पूर्व हेडगेवार परिवार रहता था। वेद पठन एवं पौरोहित्य इस परिवार की वृत्ति थी। निजाम शाही में कर्मठ धर्मावलंबियों का जीवन जब दुष्कर हो गया, तब यह परिवार नागपुर आ गया। नागपुर में भोंसले नामक हिन्दू राजाओं का राज्य था। हेडगेवार परिवार के खण्डहर बने निवास स्थान को स्मारक बनाने की इच्छा संघ के ज्येष्ठ प्रचारक श्री मोरोपंत पिंगले के मन मे जगी। हेडगेवार परिवार के कुलगुरु केशवराव की काले पाषाण से बनी अति सुंदर प्रतिमा खनन कार्य करते समय मिली थी। उस प्रतिमा को हेडगेवार परिवार के खण्डहर बने घर के स्थान पर नया मन्दिर बनाकर स्थापित किया गया। इन्हीं केशवराव के नाम पर डाक्टर जी का नाम केशव रखा गया था। नूतन मन्दिर में कुलदेवता केशवराव के साथ-साथ भारतमाता एवं डा.हेडगेवार की मूर्ति भी लगी हुई है। पिछले दिनों इस गांव में उत्सव का सा माहौल था। सरसंघचालक पूज्य रज्जू भैया कंदकूर्ती पधारे थे। रास्तों को आम्र पत्तों से सुशोभित किया गया था। केसरिया पताकाएं घरों की छतों पर बड़ी शान से लहरा रही थीं, मानो स्मरण करा रही हों कि केवल हिन्दुस्थान के ही नहीं अपितु वि·श्व के हिन्दुओं को प्रभावित करने वाले संगठन का जन्मदाता इसी भूमि का पुत्र है। वर्ष प्रतिपदा डाक्टर जी का जन्म दिवस है। कंदकूर्ती में डा. हेडगवार को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने आये पूज्य रज्जू भैया को केशव स्वामी मन्दिर में ले जाया गया, जहां उन्होंने केशव स्वामी की षोड्शोपचार से पूजा की। तत्पश्चात् श्री राम मन्दिर के प्रांगण में कंदकूर्ती शाखा की ओर से युगादि उत्सव का आयोजन किया गया। इस उत्सव में श्री रज्जू भैया को सुनने के लिए गोदावरी नदी के दूसरे छोर पर बसने वाले महाराष्ट्र राज्य के नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। पूर्व काल में इस पुण्य स्थल पर स्व. बाला साहब देवरस, स्व.यादवराव जोशी, श्रीमोरोपंत पिंगले जैसे संघ अधिकारी आ चुके हैं।इस पावन मंदिर के जीर्णोद्दार के साथ-साथ एक शिशु मन्दिर प्रारम्भ हुआ है। सेवा बस्ती में बाल संस्कार केन्द्र चलता है। संस्कृत भारती के पूर्णकालिक कार्यकर्ता श्री कृष्णा रेड्डी कंदकूर्ती पहुंच कर ग्राम के सभी आयु वर्ग के नागरिकों को संस्कृत संभाषण सिखा रहे हैं।धर्माबाद के चिकित्सकों ने ग्रामवासियों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण सेवा प्रारम्भ की है। कंदकूर्ती के त्रिवेणी संगम पर छत्रपति शिवाजी महाराज प्रभृति स्नान कर चुके हैं। कंदकूर्ती यात्रा के एक दिन पूर्व श्री रज्जू भैया ने आदिलाबाद जिले में बासर ग्राम के प्राचीन सरस्वती मन्दिर में पूजा-अर्चना की। ऐसी मान्यता है कि गोदावरी नदी के पावन तट पर स्थित इस प्राचीन मूर्ति की स्थापना स्वयं महर्षि व्यास ने की थी। व्यास ऋषि ने बासर में महाभारत ग्रंथ की रचना की। इस मान्यता के कारण शिशुओं को विधिवत् अक्षर लेखन प्रारम्भ करवाने के लिये बासर के सरस्वती मन्दिर में लाया जाता है। पुजारी शिशु का हाथ पकड़ कर उससे अक्षर लेखन करवाते हैं और शिशु मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करता है।बासर की संघ शाखा ने सरसंघचालक की उपस्थिति का लाभ उठाकर युगादि उत्सव का आयोजन किया। उत्सव में नागरिकों के समक्ष श्री रज्जू भैया एवं क्षेत्र संघचालक श्री सुब्राहृण्यम शास्त्री ने अपने विचार व्यक्त किये। कंदकूर्ती की महिमा के कारण भारत भर से आने वाले स्यवंसेवकों को कोई परेशानी न हो यह सोचकर उन्हें ठहराने के लिये स्थानीय स्वयंसेवकों ने इंदौर में संघ कार्यालय का विशाल भवन खड़ा किया है, जिसका उद्घाटन पूज्य रज्जू भैया के करकमलों द्वारा हुआ। उद्घाटन कार्यक्रम में रज्जू भैया के साथ-साथ क्षेत्र प्रचारक श्री रामभाऊ हलदेकर ने भी विचार व्यक्त किये।द(लेखक पूज्य रज्जू भैया के निजी सहायक रहे हैं और यह आलेख भी उन्हीं दिनों लिखा गया था, जब पूज्य रज्जू भैया सरसंघचालक थे।)5

ShareTweetSendShareSend
Previous News

केरल की आवाज

Next News

कविता

संबंधित समाचार

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

दिल्ली के शिक्षा निदेशालय द्वारा विद्यालयों को लिखा गया पत्र 

आम आदमी पार्टी का हुआ कांग्रेसीकरण, करने लगी तुष्टीकरण

हिजाब मामले पर तुरंत सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

ओबीसी आरक्षण के साथ निकाय चुनाव का रास्ता साफ, मुख्यमंत्री ने बताया ऐतिहासिक दिन

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

दिल्ली के शिक्षा निदेशालय द्वारा विद्यालयों को लिखा गया पत्र 

आम आदमी पार्टी का हुआ कांग्रेसीकरण, करने लगी तुष्टीकरण

हिजाब मामले पर तुरंत सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

ओबीसी आरक्षण के साथ निकाय चुनाव का रास्ता साफ, मुख्यमंत्री ने बताया ऐतिहासिक दिन

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

जम्मू कश्मीर : सोपोर में लश्कर का आतंकी गिरफ्तार

AIMIM का प्रवक्ता दानिश कुरैशी गिरफ्तार, शिवलिंग पर की थी आपत्तिजनक पोस्ट

ज्ञानवापी : जहां शिवलिंग मिला, अगर फव्वारा है तो पानी की सप्लाई दिखा दें – हिंदू पक्ष

ज्ञानवापी : जहां शिवलिंग मिला, अगर फव्वारा है तो पानी की सप्लाई दिखा दें – हिंदू पक्ष

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies