बिना जानकारी के विदेश नीति पर न बोलें मुख्यमंत्री भगवंत मान
July 23, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

बिना जानकारी के विदेश नीति पर न बोलें मुख्यमंत्री भगवंत मान

प्रधानमंत्री की इस 8 दिवसीय यात्रा से ग्लोबल साउथ, विशेष रूप से अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में भारत की स्थिति मजबूत हुई। चीन के ऋण में फंसे घाना, अर्जेंटीना और नामीबिया में उसके प्रभाव को संतुलित करने की रणनीति को आगे बढ़ाया गया है।

by राकेश सैन
Jul 22, 2025, 02:39 pm IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

इस माह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 5 देशों का दौरा किया। इसके साथ ही वे रियो-डी-जेनेरियो के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी शामिल हुए। उन्होंने घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा की। इस यात्रा पर पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान ने प्रश्नचिन्ह लगाते हुए पूछा कि ‘इस यात्रा से क्या मिला, क्योंकि इनमें से कुछ देश तो दस हजार की जनसंख्या वाले हैं। इनसे ज्यादा लोग तो हमारे यहां जेसीबी देखने के लिए इकट्ठा हो जाते हैं।’ इस तरह के बयान पर विदेश मंत्रालय ने बिना किसी का नाम लिए आपत्ति भी जताई है। अपरिपक्व बुद्धि इस तरह के बयान पर मुस्कुरा सकती है परन्तु थोड़ी समझ रखने वाले यही कह रहे हैं कि बिना जानकारी के मुख्यमंत्री को विदेश नीति पर कुछ नहीं बोलना चाहिए।

प्रधानमंत्री की इस 8 दिवसीय यात्रा से ग्लोबल साउथ, विशेष रूप से अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में भारत की स्थिति मजबूत हुई। चीन के ऋण में फंसे घाना, अर्जेंटीना और नामीबिया में उसके प्रभाव को संतुलित करने की रणनीति को आगे बढ़ाया गया है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख मजबूत हुआ। पहलगाम आतंकी हमले की निंदा को ब्रिक्स के संयुक्त घोषणापत्र में शामिल करवाने में कूटनीतिक सफलता मिली है। इस यात्रा में लगभग पांचों देशों के साथ यूपीआई समझौते किये। भारत-अफ्रीका सम्बन्धों को नई दिशा, विशेष रूप से घाना और नामीबिया के साथ व्यापारिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान की पहल की गई है। त्रिनिदाद और टोबैगो के साथ सांस्कृतिक और प्रवासी सम्बन्धों को बढ़ावा मिला है। ब्राजील के साथ व्यापार और रक्षा सहयोग में वृद्धि हुई है। इन देशों के साथ हुए समझौतों की सूची काफी लम्बी है, जो दोनों पक्षों के हित में है।

वैसे श्री भगवंत मान का विचार मौलिक रूप से भारतीय सिद्धान्त ‘वसुधैवकुटुम्बकम्’, ‘सर्वे भवन्तु सुखिन:’ और ‘सरबत्त दा भला’ के भी खिलाफ है, जो समस्त विश्व को एक परिवार मानता है और सबके मंगल की कामना करता है। परिवार में किसी को छोटा-बड़ा देख कर सम्मान व सहयोग नहीं किया जाता। हम सब का कल्याण चाहते हैं, किसी को छोटा-बड़ा देख कर नहीं। तकनीकी रूप से भी श्री भगवंत मान ठीक नहीं, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र में हर देश का एक ही वोट है। किसी देश की जनसंख्या देख कर वोट की शक्ति नहीं तय की जाती। दस हजार की जनसंख्या वाले देश का भी एक वोट है और 140 करोड़ की आबादी वाले देश का भी एक ही वोट है।

इतिहास साक्षी रहा है कि भारत का शक्तिशाली व समृद्ध होना केवल भारतीयों के लिए ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व के लिए कल्याणकारी है। भारत ने सदैव गरीब व जरूरतमंद देशों की सहायता की है, न कि किसी को एहसान तले दबा कर उसका शोषण किया। कोरोनाकाल में भी भारत ने अपने नागरिकों की सेवा के साथ विदेशों में भी दवाईयां भेजीं। विश्व में कहीं भी त्रासदी घटती है तो भारत का यही प्रयास रहता है कि किस तरह आगे बढ़ कर उस देश व समाज की सहायता की जाए। अपनी विस्तारवादी नीति के चलते चीन अफ्रीकी देशों में प्रभुत्व जमा रहा है, इन गरीब देशों की आर्थिक सहायता कर उन्हें अपने चंगुल में ले रहा है। समय आने पर विश्व पटल पर चीन इनका प्रयोग भारत के खिलाफ भी कर सकता है। ऐसे में इन देशों की सहायता करना, समानता के आधार पर व्यापारिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान के समझौते करना न केवल इन देशों बल्कि खुद भारत के लिए भी लाभदायक व दूरदृष्टि वाला कदम है।

केवल इतना ही नहीं, श्री मोदी को इस 8 दिवसीय दौरे के दौरान 5 देशों की यात्रा में 5 अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिले, जो विश्व में भारत के बढ़ते दबदबे के संकेत हैं। इससे मोदी को मिले अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों की संख्या 27 हो चुकी है। घाना में उन्हें ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’, त्रिनिदाद और टोबैगो में ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो’, ब्राजील में ग्रैण्ड कॉलर ऑफ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द साउदर्न क्रॉस, अर्जेंटीना में ‘की टू द सिटी’ सम्मान दिया गया। यह सम्मान विश्व के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को ही दिया जाता है। नामीबिया में श्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस’ से सम्मानित किया गया। वर्णनीय है कि ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एण्ड टोबैगो’, सम्मान पहली बार किसी विदेशी को दिया गया है। प्रधानमंत्री ने ये पुरस्कार पूरे भारत वासियों को समर्पित किये हैं। उक्त सम्मान केवल पुरस्कार ही नहीं बल्कि भारत की देश-दुनिया में बढ़ रही प्रतिष्ठा के भी प्रतीक हैं। केवल भगवंत मान ही क्यों, देश के किसी भी नेता को विदेश नीति के बारे में बोलने से पूर्व पहले उसका ज्ञान प्राप्त कर लेना चाहिए और तभी कुछ बोलना चाहिए। स्वयं को प्रधानमंत्री के बराबर खड़ा करने के प्रयास में कभी मर्यादा नहीं भूलनी चाहिए। इन पंक्तियों के साथ अपनी कलम को विराम देना चाहूंगा …

उन तक पहुंचने की मेरी कुव्वत न थी।

बराबरी करने के लिए मैंने गाली बक दी।

Topics: Prime Minister Narendra ModiBrazilBhagwant MannTrinidad and TobagoArgentinaGhana
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

न्यायपालिका : अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर किसी भी व्यक्ति की भावनाओं के साथ खिलवाड़ सहन नहीं

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा मंजूर, पीएम मोदी ने कही ये बात

पाक-चीन की खैर नहीं…भारत ने बनाई एडवांस्ड मिसाइल; ब्रह्मोस से 3 गुना ज्यादा शक्तिशाली

भगवंत मान, मुख्यमंत्री, पंजाब

CM भगवंत मान ने पीएम मोदी और भारत के मित्र देशों को लेकर की शर्मनाक टिप्पणी, विदेश मंत्रालय बोला- यह शोभा नहीं देता

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

Ghana preisdent Suggested to embrace Islam

घाना के राष्ट्रपति महामा को इस्लाम कबूलने का सुझाव, कहा-अल्लाह की दया होगी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मारक द्वारा घोषित शोध छात्रवृत्तियाँ 2025

सावरकर स्मारक की पहल : क्रांतिकारी आंदोलन पर शोध हेतु 3 शोधकर्ताओं को मिली प्रतिष्ठित छात्रवृत्ति, जानिए सबके नाम

अब्दुल रहमान उर्फ पप्पू की गिरफ्तारी- कन्वर्जन सिंडिकेट का मास्टरमाइंड

हिंदू से ईसाई बना, फिर मुस्लिम बनकर करने लगा इस्लामिक कन्वर्जन, ‘रहमान चाचा’ का खुला काला चिट्ठा

सीरिया में ड्रूज समुदाय के हजारों लोगों की हत्या की गई है।

सीरिया में हजारों ड्रूज़ लोगों की हत्याएं: मगर क्यों? विमर्श में इतना सन्नाटा क्यों?

शशि थरूर कांग्रेस के लिए जरूरी या मजबूरी..?

उत्तराखंड छात्रवृत्ति घोटाला: CM धामी ने SIT जांच के दिए निर्देश, सनातनी स्कूलों के नाम का दुरुपयोग कर हुआ मुस्लिम घपला

ऑनलाइन गेम्स के दुष्प्रभाव सामने आने लगे हैं।

ऑनलाइन गेम्स की लत से परिवार तबाह, महाराष्ट्र में बैन की उठी मांग !

हिंदू वेश में उन्माद की साजिश नाकाम : मुजफ्फरनगर में 5 मुस्लिम गिरफ्तार, कांवड़ियों के बीच भगवा वेश में रच रहे थे साजिश

10 हजार साल पुराना है भारत का कृषि का ज्ञान-विज्ञान, कपड़ों का निर्यातक भी था

चाकू दिखाकर डराता युवक

महाराष्ट्र: युवक ने स्कूल से घर लौटी छात्रा की गर्दन पर चाकू रख किया ड्रामा, भीड़ ने जमकर की धुनाई

नशेड़ी हुआ अलगाववादी अमृतपाल! : पंजाब में नशे से छुड़ाने के नाम पर फैलाया कट्टरपंथी जहर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies