क्या ऑस्ट्रेलिया में भी था ग्रूमिंग गैंग? कैसे रोका? क्या कहता है मीडिया
July 18, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

क्या ऑस्ट्रेलिया में भी था ग्रूमिंग गैंग? कैसे रोका? क्या कहता है मीडिया

अधिकांश पीड़िताएं सामान्य ऑस्ट्रेलियाई लड़कियां थीं और कुछ तो 13 वर्ष तक की ही थीं। इन्हें शिकार बनाने वाले अधिकांश लेबनानी मुस्लिम और कुछ पाकिस्तानी मुस्लिम थे।

by सोनाली मिश्रा
Jul 17, 2025, 09:54 am IST
in विश्व
ऑस्ट्रेलिया ने ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की

ऑस्ट्रेलिया ने ग्रूमिंग गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

ब्रिटेन सहित पूरे यूरोप में ग्रूमिंग गैंग को लेकर नए मामले सामने आ रहे हैं और इसी बीच ऑस्ट्रेलिया की एक रिपोर्ट ने भी सभी का ध्यान आकर्षित किया है। इस खबर के बाद यह प्रश्न उठ रहे हैं कि क्या ग्रूमिंग गैंग्स हर स्थान पर हैं और हर देश में चल रहे हैं? भारत में भी छांगुर का मामला सामने पर हिन्दू महिलाओं के मतांतरण को लेकर खुलासे हो रहे हैं, इसलिए यह कहा जा सकता है कि भारत भी अछूता नहीं है।

फिर से यही प्रश्न उभरता है कि क्या हर देश में ऐसे गैंग सक्रिय हैं? हाल ही में compactmag.com पर ऑस्ट्रेलिया में ग्रूमिंग गैंग्स को लेकर एक खबर प्रकाशित हुई। इसमें था कि कैसे ऑस्ट्रेलिया में ग्रूमिंग गैंग्स रोके गए? 11 जुलाई को प्रकाशित इस रिपोर्ट में उल्लेख है कि वर्ष 2000 के पूर्वार्द्ध में सिडनी गैंग दुष्कर्म की घटनाओं से दहल गया था। अधिकांश पीड़िताएं सामान्य ऑस्ट्रेलियाई लड़कियां थीं और कुछ तो 13 वर्ष तक की ही थीं। इन्हें शिकार बनाने वाले अधिकांश लेबनानी मुस्लिम और कुछ पाकिस्तानी मुस्लिम थे।

ऑस्ट्रेलिया ने समस्या को शुरू में ही पकड़ लिया

ऑस्ट्रेलिया में दो मामले बहुत चर्चित हुए। एक था स्काफ ब्रदर्स मामला और दूसरा खान ब्रदर्स मामला। देखते ही देखते कई मामले सामने आए। वर्ष 1996-2003 के बीच यौन हमले 25 प्रतिशत बढ़े, जबकि हैरानी की बात यह थी कि दूसरे हिंसक हमलों में कमी आ रही थी। इसमें लिखा है कि ये सामूहिक बलात्कार ब्रिटेन के ग्रूमिंग गैंग्स की ही तरह थे, बस इनमें एक बात अलग थी कि ब्रिटेन में समस्या को बड़ा होने दिया गया तो वहीं ऑस्ट्रेलिया ने समस्या को आरंभ में ही पकड़ लिया।

अपराधियों को सजा दी गई

ऑस्ट्रेलिया में ऐसे अपराधियों को सजा देने में देरी नहीं की गई। उन्हें लंबी सजा दी गई। उन्होंने ऐसे अपराधियों की नस्लीय टिप्पणियों को अनदेखा किया। ब्रिटेन में जिस प्रकार से ग्रूमिंग गैंग के दोषियों ने ब्रिटेन की लड़कियों पर नस्लीय टिप्पणियां की थीं, वैसे ही वहां पर भी की गईं। कहा कि “हम तुम्हारा बलात्कार करने जा रहे हैं, ऑसी स्ल.! और अगर कोई लेबनीज़ तुम्हारे साथ सोना चाहे तो सो जाओ!” वहां पर भी मीडिया और मुस्लिम समुदाय ने ऐसा प्रयास किया कि यह नस्लीय टिप्पणियां सामने न आने पाएं, मगर ऐसा नहीं हुआ। जज और राजनेताओं ने इन टिप्पणियों को सार्वजनिक किया।

देखभाल केंद्रों में रह रही लड़कियों का यौन शोषण किया 

ऑस्ट्रेलिया में सड़कों पर भी लोग उतरे और जिस देश के लोग लड़कियों के साथ बलात्कार कर रहे थे, उनके प्रति नरमी नहीं बरती। जनवरी में ऑस्ट्रेलिया टाइम्स में भी इस पर विस्तार से रिपोर्ट आई थी कि कैसे ऑस्ट्रेलिया ने इस समस्या को समाप्त किया। इसमें लिखा है कि वर्ष 2014 में विक्टोरिया के आवासीय देखभाल केंद्रों में ड्रग्स, पैसे और शराब का लालच देकर संगठित गिरोहों ने बच्चों को निशाना बनाया। लेकिन उस समय फिर से सरकार ने सख्ती से इस दिशा में कदम उठाए और ऐसे कानून बनाए कि जिससे इस अपराध के साथ निपटा जा सके। उस समय की मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार यह कार्य अफगानी मूल के लोगों का था। इस गैंग ने डैनडेनॉन्ग, शेपार्टन और मेलबर्न के पश्चिमी भाग में देखभाल केंद्रों में रह रही लड़कियों का यौन शोषण किया था।

निशाना बनाने का यह था पैटर्न

guardian.com के अनुसार इसमें भी पैटर्न वही था कि ऐसे बच्चों को निशाना बनाया जाए, जो उपेक्षित हैं, और जिनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं होता है। ये मामले वर्ष 2012 से सामने आने आरंभ हुए थे और वर्ष 2012 में ऐसे बच्चों पर वहां के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज फिलिप कुमिस ने 90 अनुशंसाएं की थीं। पुलिस को विशेष रूप से इन अपराधों के प्रति प्रशिक्षित किया गया। जबकि ब्रिटेन में यही निकलकर आ रहा है कि पुलिस ने भी पीड़िताओं का साथ नहीं दिया।

यह भी पढ़ें –ब्रिटेन में रॉदरहैम ग्रूमिंग गैंग का आतंक : हजारों श्वेत लड़कियां पीड़ित, कहा- गोरी लड़कियां इसीलिए होती हैं…

 

 

Topics: ऑस्ट्रेलियाब्रिटेनपाकिस्तानी मुस्लिमग्रूमिंग गैंगलेबनानी मुस्लिमऑस्ट्रेलिया में ग्रूमिंग गैंग
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ब्रिटेन में मुस्लिमों के लिए वेबसाइट, पुरुषों के लिए चार निकाह की वकालत, वर्जिन बीवी की मांग

UK Grooming Gang

ब्रिटेन में ग्रूमिंग गैंग्स: पीड़िताओं की आवाज दबाने के लिए विवादास्पद प्रदर्शन

अमेरिका में क्वाड के मंच पर विचार रखते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

QUAD: क्या है क्वाड? क्या करता है? चीन को चिढ़ क्यों?

Grooming Gang Ann cryer

एन क्रीएर: ग्रूमिंग गैंग्स के खिलाफ एक सांसद की अनसुनी लड़ाई

Britain Grooming gangs

ग्रूमिंग गैंग्स की होगी राष्ट्रीय जांच, आखिर राजी हुए ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर

ब्रिटेन में ग्रमिंग गैंग से जुड़े दरिंदों पर हुई कार्रवाई

ब्रिटिश लड़कियों को ‘सेक्स गुलाम’ बनाया, जहां मन करता वहां करते रेप, जाहिद समेत 7 दोषी, आपबीती सुन कांप जाएगी रूह

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कृषि : देश की अर्थव्यवस्था में तो समृद्धि के लिए ‘क्रांति’ नहीं, शांति से सोचिए

भारत ने अमेरिका-नाटो की धमकी का दिया करार जबाव, कहा- ‘दोहरा मापदंड नहीं चलेगा’

लखनऊ : 500 से ज्यादा छात्रों वाले विद्यालयों को ‘आदर्श स्कूल’ का दर्जा देगी योगी सरकार, जानिए क्या होगा लाभ..?

कट्टर मजहबी पहचान की तरफ दौड़ लगाता बांग्लादेश : 2047 तक हो जाएगा हिन्दू विहीन ?

नगर विकास विभाग की सख्ती : विजयेन्द्र आनंद की होगी जांच, वाराणसी में अनियमितताओं के गंभीर आरोप

यूपी पुलिस का अपराधियों पर प्रहार : 30,000 से ज्यादा गिरफ्तार, 9,000 घायल

स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 : उत्तर प्रदेश ने मारी बाजी, लखनऊ देश में तीसरा सबसे स्वच्छ शहर

उत्तराखंड : सीएम धामी ने कांवड़ियों के पैर धोकर की सेवा, 251 फीट ऊँचे भगवा ध्वज पोल का किया शिलन्यास

Pushkar Singh Dhami in BMS

उत्तराखंड : भ्रष्टाचार पर सीएम धामी का प्रहार, रिश्वत लेने पर चीफ इंजीनियर निलंबित

Operation Kalanemi : सतीश बनकर सलीम मांगता था भिक्षा, साधू वेश में कालनेमि गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies