इजरायल ईरान युद्ध के बीच ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बमबारी करने के बाद अब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान में सत्ता परिवर्तन की ओर इशारा किया है। उन्होंने कहा कि यदि ईरान फिर से खुद महान नहीं बनाता है तो वहां सत्ता परिवर्तन किया जाएगा।
उन्होंने ट्रुथ सोशल पर कहा, “‘शासन परिवर्तन’ शब्द का प्रयोग करना राजनीतिक रूप से सही नहीं है, लेकिन यदि वर्तमान ईरानी शासन ईरान को फिर से महान बनाने में असमर्थ है, तो शासन परिवर्तन क्यों नहीं होगा??? MIGA!!!”
ईरान में 950 से अधिक मौतें
इस बीच इजरायली हमलों में ईरान में मरने वालों की तादात बढ़कर 950 हो गई है। इसके अलावा 3450 लोग बुरी तरह से घायल भी हुए हैं। इस बात का दावा अमेरिका स्थित मानवाधिकार संगठन एचआरएनए ने किया है।
अमेरिकी हमले पहले ही खाली हो गया था फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट
इस बीच समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने अनाम वरिष्ठ ईरानी स्त्रोत के हवाले से दावा किया है कि ईरान को पहले से अंदेशा था कि अमेरिका हमले करने वाला है। इसलिए उसने हमले से पहले ही फोर्डो से न्यूक्लियर मटेरियल को हटा लिया था। समाचार एजेंसी का दावा है कि फोर्डो ईरान का सबसे अहम न्यूक्लियर प्लांट है, जो कि 60 फीसदी तक संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन करता है। मैक्सार के द्वारा जारी की गई सेटेलाइट इमेज में देखा जा सकता है कि फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट के गेट पर 19 और 20 जून को ही 16 कार्गो ट्रक और भारी मशीनरी इकट्ठी थी। इन्हीं ट्रकों के जरिए यूरेनियम को अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था।

इजरायल जानता है ईरान ने कहां छुपाया यूरेनियम
इस बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया है कि उन्हें पता है कि ईरान ने अपने सबसे अधिक एनरिच्ड यूरेनियम को कहां छुपाया है। गौरतलब है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम ही इजरायल और अमेरिका को खतरे का अहसास करा रहा है औऱ यही कारण है कि इजरायल ने ईरान पर हमला किया है। इजरायल ने अपने पहले ही हमले में ईरान के 6 परमाणु वैज्ञानिकों, नतांज, फोर्ड और इस्फहान न्यूक्लियर प्लांट पर हमला किया था।
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