पंजाब में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कंचन कुमारी उर्फ कमल कौर भाभी की हत्या मामले में मुख्य आरोपी अमृतपाल सिंह महरो मुसलमान परिवार से संबंधित है। वह लगभग 12 साल पहले सिख बना और कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल हो गया। कमल कौर की हत्या के बाद वह देश छोड़कर भाग चुका है और पुलिस को उसकी तलाश है।
विदेश जाने के बाद भी वह पंजाब के अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को धमकियां दे रहा है। कमल कौर की हत्या के बाद अमृतसर की एन्फ्लुएंसर दीपिका लूथरा और तरनतारन की प्रीत जट्टी को भी जान से मारने की धमकी मिली है। कट्टरपंथी अमृतपाल महरो को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि निहंग अमृतपाल महरो पहले सिख नहीं, मुसलमान था। अमृतपाल सिंह मोगा जिले के गांव मेहरो का रहने वाला है। उसका पूरा परिवार इसी गांव में रहता है। उसके परिवार में माता-पिता और एक बड़ा भाई भी है।
परिवार से अच्छे संबंध नहीं
अमृतपाल के परिवार के साथ संबंध अच्छे नहीं हैं। बड़ा भाई परिवार से अलग रहता है। अमृतपाल की एक बहन भी है जिसकी शादी हो चुकी है। 30 वर्षीय अमृतपाल चुनाव भी लड़ चुका है। वर्ष 2022 में खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत सिंह मान के नेतृत्व वाले शिअद (अमृतसर) के टिकट पर उसने तरनतारन के धर्मकोट से चुनाव लड़ा।
सोशल मीडिया अकाउंट पर प्रतिबंध
अमृतपाल 12वीं पास है और 2014 में उसने मोगा की आईटीआई से डीजल मैकेनिक का डिप्लोमा किया है। उस पर 2022 में लुधियाना में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को धमकाने के आरोप में मामला भी दर्ज किया गया था। उसके विदेश भागने के बाद पुलिस ने अमृतपाल का लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है। उसके सभी सोशल मीडिया अकाउंट प्रतिबंधित करवा दिए हैं।
टिप्पणियाँ