नई दिल्ली । ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान अपनी आतंक परस्त हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। शुक्रवार शाम होते ही पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव बढ़ाने की कोशिश की गई है। शुक्रवार को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी और पुंछ सेक्टरों में भारी गोलाबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है।
पाकिस्तान ने पहले उरी सेक्टर में छोटे हथियारों और तोपखाने से फायरिंग की, जिसके कुछ ही देर बाद पुंछ सेक्टर को भी निशाना बनाकर भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। हालांकि इस दौरान पहले से सतर्क भारतीय सेना दुश्मन की हर कार्रवाई का सटीक जवाब दे रही है। फ़िलहाल पाकिस्तान की आतंक परस्त हरकतें अब हमास के अंदाज में बदलती जा रही है, इस वजह से सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं।
सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी के बीच पूरे क्षेत्र में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बढ़ते तनाव को देखते हुए नागरिकों से ब्लैकआउट प्रोटोकॉल का पालन करने और सायरन की चेतावनी पर तुरंत प्रतिक्रिया देने की अपील की थी। इसके चलते जम्मू शहर के बाजारों में एहतियातन कामकाज पूरी तरह बंद कर दिया गया।
पुलिस ने लोगों से आग्रह किया कि वे प्रशासन द्वारा दी जा रही सलाहों का पालन करें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करें। इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में कुपवाड़ा, पुंछ और राजौरी सेक्टरों में कई आवासीय इमारतों को नुकसान पहुंचा था।
बता दें इससे पहले, भी हमास आतंकियों के अंदाज में 7 और 8 मई की रात को भी पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों और रिहायशी इलाकों को लक्ष्य बनाकर कई बार हवाई क्षेत्रों का उल्लंघन किया था। इस दौरान ड्रोन अटैक की मंशा से भी घुसपैठ की कोशिश की गई जिसे भारतीय सेना के सतर्क जवानों से नाकाम कर दिया।
शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 7 और 8 मई की रात पाकिस्तानी सेना ने सैन्य ढांचे को निशाना बनाने के लिए पूरी पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। पाकिस्तान द्वारा 36 स्थानों पर घुसपैठ की कोशिश करने के लिए करीब 300 से 400 ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। जिनमें से कई को भारतीय सेना ने गतिज और गैर-गतिज दोनों तरीकों का उपयोग करके मार गिराया।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये ड्रोन तुर्की निर्मित ‘असीसगार्ड सोंगर’ मॉडल के थे, जो निगरानी के साथ-साथ हमले की क्षमता भी रखते हैं। इसके अलावा पाकिस्तान ने जानबूझकर अपना वायु क्षेत्र नागरिक विमानों के लिए खुला रखा ताकि भारतीय वायुसेना किसी जवाबी कार्रवाई में संयम बरतने को विवश रहे।
इस खुलासे ने पाकिस्तान के इरादों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क है और किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार है।
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