बांग्लादेश को नहीं दी जाएगी माल ट्रांसशिपमेंट सुविधा, भारत ने लगाई रोक
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

बांग्लादेश को नहीं दी जाएगी माल ट्रांसशिपमेंट सुविधा, भारत ने लगाई रोक, निर्यात हो रहा था प्रभावित

साल 2020 से जारी माल ट्रांसशिपमेंट व्यवस्था के तहत बांग्लादेश से आने वाले सामान को भारत के रास्ते दूसरे देशों में भेजने की अनुमति दी गई थी।

by WEB DESK
Apr 9, 2025, 09:27 pm IST
in विश्व
रणधीर जायसवाल, प्रवक्ता, विदेश मंत्रालय

रणधीर जायसवाल, प्रवक्ता, विदेश मंत्रालय

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली, (हि.स.)। भारत ने बांग्लादेश को नेपाल और भूटान के लिए दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा रोक दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि इस सुविधा हमारे अपने निर्यात में बाधा डाल रही थी और बैकलॉग बढ़ रहा था। जायसवाल ने बुधवार को साप्ताहिक पत्रकार वार्ता में मीडिया के सवालों के उत्तर में यह बात की।

भारत ने बांग्लादेश को दी जानी वाली माल ट्रांसशिपमेंट वापस ले ली है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड की ओर से 8 अप्रैल को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया था। साल 2020 से जारी इस व्यवस्था के तहत बांग्लादेश से आने वाले सामान को भारत के रास्ते दूसरे देशों में भेजने की अनुमति दी गई थी। यह सामान जमीन के रास्ते भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों तक पहुंचता था।

प्रवक्ता ने कहा कि भारत की ओर से बांग्लादेश को नेपाल और भूटान की दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा रोके जाने से पड़ोसी देश का भारत से होने वाला निर्यात प्रभावित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह सुविधा 08 अप्रैल से वापस ले ली गई है। बांग्लादेश को दी गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा के कारण पिछले कुछ समय से हमारे हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर काफी भीड़ हो रही थी। रसद संबंधी देरी और उच्च लागत हमारे अपने निर्यात में बाधा डाल रही थी और बैकलॉग बना रही थी।

विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत बांग्लादेश के साथ तीस्ता सहित सभी प्रासंगिक जल मुद्दों पर चर्चा करने लिए तैयार है। इसके लिए अनुकूल वातावरण होना चाहिए। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के बीच बैंकॉक में बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के इतर वार्ता हुई थी। इसी में बांग्लादेश की ओर से कहा गया था कि इस वार्ता में तीस्ता नदी से जुड़ा मुद्दा भी उठाया गया।

प्रवक्ता जायसवाल ने कहा कि भारत और बांग्लादेश 54 नदियों को साझा करते हैं। सभी प्रासंगिक जल मुद्दों पर चर्चा करने के लिए दोनों देशों के पास संयुक्त नदी आयोग जैसा तंत्र है। हम सभी मुद्दों पर परस्पर सहमती और समग्र अनुकूल वातावरण में चर्चा करने के लिए तैयार हैं।

सभी घटनाक्रम पर बारीकी से नजर

चिकन नेक पर बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के बयान पर उन्होंने कहा कि हम उन सभी घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रखते हैं जिनका हमारी सुरक्षा पर प्रभाव पड़ता है, और हम उचित कार्रवाई करते हैं।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया

जायसवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश के शीर्ष नेता मोहम्मद युनुस से मुलाकात के दौरान अल्पसंख्यकों का मुद्दा उठाया था। भारत का मानना है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और अत्याचारों को राजनीतिक से प्रेरित या मीडिया के महौल बनाने की बात कहकर नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री ने बांग्लादेशी नेता को अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार और उनके खिलाफ हुई हिंसा के बारे में भारत की चिंताओं से अवगत कराया है।

 

 

Topics: भारतनिर्यातविदेश मंत्रालयबांग्लादेशरणधीर जायसवालमाल ट्रांसशिपमेंट सुविधा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

विश्व में भारत का गौरव

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित रेड हाउस में शुक्रवार को त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से भेंट की।

भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच 6 समझौते, भारतीय मूल की छठी पीढ़ी तक मिलेगा ओसीआई कार्ड

कहूटा रिसर्च लैबोरेटरी में यूरेनियम संवर्धन की गतिविधियां तेज हो गई हैं

कहूटा में परमाणु ईंधन क्यों जमा कर रहा जिन्ना का देश? क्या आतंकवादी सोच का भारत का पड़ोसी बना रहा परमाणु अस्त्र?

Turkish plan against india

तुर्की का भारत विरोधी एजेंडा: बांग्लादेश और पाकिस्तान के सहारे घेरने की साजिश, निशाने पर ये राज्य

अमेरिका में क्वाड के मंच पर विचार रखते भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर।

QUAD: क्या है क्वाड? क्या करता है? चीन को चिढ़ क्यों?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies