इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच पिछे 15 माह से चल रहे युद्ध का अंत हो गया है। दोनों ही पक्षों के बीच सीजफायर औऱ बंधक डील को लेकर सहमति बन गई है। इसके तहत बंधक डील के पहले चरण में बंधकों को रिहा किया जाएगा।
इजरायल और हमास के बीच सुलह कराने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे कतर के प्रधानमंत्री अब्दुल रहमान बिन जसीम अल थानी का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच बंधक-युद्धविराम समझौते के अंतर्गत 42 दिवसीय चरण के तहत इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा। वहीं हमास के एक अधिकारी का दावा है कि 1000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने को लेकर सहमति बनी है। हालांकि, इजरायल का कहना है कि वह सैकड़ों कैदियों को रिहा करेगा।
समझौते में ये भी तय हुआ है कि पहले चरण में महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों को रिहा किया जाएगा। रिहाई की ये शुरुआत इसी रविवार से हो रही है। खास बात ये है कि इन 33 लोगों को लेकर इजरायली अधिकारियों की उम्मीद है कि वे जीवित होंगे, लेकिन हमास, जिसके कब्जे में ये हैं, उसकी ओर से अभी तक इसकी पुष्टि होनी बाकी है।
यूएन ने किया स्वागत
इस बीच इजरायल और हमास के बीच बंधक-सीजफायर डील होने के बाद संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसका स्वागत किया है। उन्होंने मिस्र, कतर और अमेरिका की मध्यस्थता के लिए तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि हमें व्यापक लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रयास करने चाहिए थे।
समझौते से पहले इजरायल ने किया एयर स्ट्राइक
वहीं दोनों पक्षों के बीच बंधक-सीजफायर डील से पहले ही इजरायल ने आतंकी संगठन को एक बार फिर से अपनी ताकत दिखाई। गाजा में हमास द्वारा संचालित नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने खुद ही इसकी पुष्टि की। बताया गया है कि ताजा एयर स्ट्राइक में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई। ये बमबारी गाजा के पश्चिम में अल रिमर शहर में की गई। उल्लेखनीय है कि 76 अक्तूबर 2024 को आतंकी संगठन ने इजरायल में घुसकर जीनोसाइड किया था। इसके बाद इजरायल ने युद्ध का ऐलान कर दिया था।
15 महीने की इस जंग में अब तक 46,000 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।
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