खुद को सेकुलर और नस्लभेद विरोधी दिखाने की जिद के चलते सरकार एक प्रकार से जिहादी मानसिकता वाले कट्टर मजहबी तत्वों को पोस रही है। बीतते सालों के दौरान ब्रिटेन में पाकिस्तान के ‘ग्रूमिंग गैंग्स’ द्वारा हजारों ब्रिटिश बच्चियों, युवतियों का इस्लामी तत्वों द्वारा यौन शोषण का खुलासा इस मानसिकता के बारे में बहुत कुछ स्पष्ट करता है।
ब्रिटेन में इन दिनों ‘शरणार्थी’ इस्लामवादी तत्वों द्वारा वहां के समाज पर जिस प्रकार का कहर बरपाया जा रहा है, उससे ब्रिटेन के सभ्य नागरिक बेहद आतंकित हैं। तिस पर ब्रिटेन की लेबर पार्टी की स्टार्मर सरकार द्वारा उलटे ऐसे तत्वों को संरक्षण दिया जाना और उनके विरुद्ध मामले तक दर्ज न करना जले पर नमक साबित हो रहा है।
इस बीच, उस देश में ‘इस्लामोफोबिया की सही परिभाषा क्या हो’ इस पर एक बड़ी बहस छिड़ गई है। मुख्य विपक्षी दल इस विषय को उठाने का अर्थ मूल मुद्दे से ध्यान भटकाने की स्टार्मर की नीति बता रहा है और उनसे इस्तीफे की मांग कर रहा है।
असल में ‘इस्लामोफोबिया’ है क्या? इस पर स्टार्मर सरकार की एक परिभाषा तय करने की कवायद अब प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के गले की फांस साबित हो रही है। खुद को सेकुलर और नस्लभेद विरोधी दिखाने की जिद के चलते सरकार एक प्रकार से जिहादी मानसिकता वाले कट्टर मजहबी तत्वों को पोस रही है। बीतते सालों के दौरान ब्रिटेन में पाकिस्तान के ‘ग्रूमिंग गैंग्स’ द्वारा हजारों ब्रिटिश बच्चियों, युवतियों का इस्लामी तत्वों द्वारा यौन शोषण का खुलासा इस मानसिकता के बारे में बहुत कुछ स्पष्ट करता है।
ब्रिटेन में इस अजीब सी दुखद स्थिति को दर्शाता एक कार्टून हाल में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें कुछ कठमुल्ले एक ब्रिटिश बच्ची का सामूहिक बलात्कार करते दिख रहे हैं और उस बच्ची का बेबस पिता चिल्ला रहा है कि ‘बचाओ, यह मेरी बच्ची है’, लेकिन ब्रिटेन की पुलिस उस आहत पिता पर नस्लवादी टिप्पणी करने का आरोप लगाकर उसे ही वहां से उठाकर हिरासत में लेती दिखाई गई है।
स्टार्मर सरकार बेशक, ब्रिटेन को इस्लामवादी तत्वों के बढ़ते चंगुल से बचाने में नाकाम साबित हो रही है। लेकिन हैरानी की बात है कि इस चलन के विरोध में उठती आवाजों को यही सरकार पूरी निर्ममता से कुचल रही है। एक्स और टेस्ला के मालिक एलन मस्क और सुप्रसिद्ध लेखिका जे.के. रोलिंग तो खुलकर हजारों बच्चियों के बलात्कार के मामले पर खुलकर सामने आए हैं और स्टार्मर सरकार की तीखी आलोचना की है। रोलिंग ने कहा कि उन्हें ग्रूमिंग गैंग्स की बजाय रेप गैंग्स कहना ज्यादा सटिक होगा।
हाल में बीबीसी ने एक रिपोर्ट में बताया है कि कंजर्वेटिव नेता केमी बेडेनॉच ने अपने एक आलेख में इस्लामवादी बलात्कारियों के सार्वजनिक मुकदमे चलाने की मांग की है। कंजर्वेटिव पार्टी इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है और उसने स्टार्मर का इस्तीफा भी मांगा है। विपक्षी पार्टी ने प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से यह मांग भी की है कि इस्लामोफोबिया को परिभाषित करने की अपनी योजना रद्द कर दें।
दरअसल कीर सटार्मर चाहते हैं कि इस्लामोफोबिया की कोई आधिकारिक परिभाषा तय की जाए। लेकिन विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी को भय है कि यह करना अभिव्यक्ति की आजादी तथा अनैतिक हरकतों के विरुद्ध हर कार्रवाई को रोक देगा।
इधर ब्रिटेन की उप न्याय मंत्री रॉबर्ट जेनरिक का कहना है कि ‘पाकिस्तानी लोगों पर लगाया गया इस्लामोफोबिया का झूठा तमगा’ बलात्कार के मामलों की जांच में दिक्कतें पैदा कर रहा है। उनके हिसाब से यह अड़चन ‘इस्लामोफोबिया की ठीक ठीक परिभाषा तय न होने की वजह से’ आ रही है।
उधर ब्रिटेन के अखबार द डेली टेलीग्राफ ने सत्तारूढ़ लेबर पार्टी को लेकर एक रिपोर्ट छापी है। इसमें कहा गया है कि सरकार की योजना है कि ‘इस्लाम विरोधी’ भेदभाव को देखते हुए इस्लामोफोबिया की एक औपचारिक परिभाषा तैयार की जाए।
टिप्पणियाँ