मथुरा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की मथुरा में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक का शनिवार 26 अक्टूबर को समापन हो गया। दीनदयाल गौविज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र, गऊग्राम परखम, मथुरा में आयोजित बैठक के समापन अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने पत्रकारों को संबोधित किया।
व्यक्ति निर्माण और समाज सेवा पर संघ का फोकस
सरकार्यवाह होसबाले जी ने बताया कि संघ का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति निर्माण है, जो एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। शाखा में आने वाले व हर समूह के कार्यकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण वर्ग आयोजित होता है, इस वर्ष कार्यकारी मंडल बैठक से पूर्व दो दिन का प्रांत टोली का प्रशिक्षण वर्ग हुआ। साथ ही वर्तमान संदर्भ और संघ से जुड़े विविध आयामों के कार्यविस्तार पर भी चर्चा हुई है। बैठक में आने वाले दिनों में हमें क्या-क्या करना है, नये विचार कैसे जुड़ेंगे, समाज के नये व्यक्तियों को कैसे जोड़ना है, विभिन्न आयुवर्ग के लोगों को जोड़ना और जुड़े हुए बंधुओं से कार्य विस्तार कैसे हो, इसकी भी चर्चा बैठक में हुई है। सरकार्यवाह जी ने बताया कि इस वर्ष संघ ने अपने 99 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अब शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है। आगामी विजयादशमी पर होने वाले कार्यक्रमों के बारे में भी योजना बनाई गई है।
पंच परिवर्तन के माध्यम से समाज में बदलाव लाने का प्रयास
सरकार्यवाह जी ने बताया कि संघ ने समाज में पंच परिवर्तन की अवधारणा को लेकर कार्य करने का निर्णय लिया है, जिसमें स्व आधारित जीवन शैली, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, और नागरिक कर्तव्यों पर जोर दिया जाएगा। सरकार्यवाह जी ने कहा कि संघ कार्यकर्ताओं का उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है और इसके लिए समाज को भी सक्रिय रूप से योगदान देना चाहिए।
शाखाओं का विस्तार और संघ का कार्यक्षेत्र
सरकार्यवाह जी ने कहा कि संघ की कार्य इकाई शाखा है और इसका विस्तार हर साल होता जा रहा है। इस वर्ष 45,411 स्थानों पर 72,354 शाखाएं सक्रिय हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3,626 स्थान और 6,645 शाखाएं अधिक हैं। संघ की मासिक मंडली भी उन स्थानों पर आयोजित की जाती है जहां नियमित शाखाएं नहीं लगतीं। इस वर्ष 11,382 स्थानों पर संघ मंडली आयोजित की गई है। अगले वर्ष बेंगलुरु में होने वाली प्रतिनिधि सभा तक इस कार्य का और विस्तार किया जाएगा।
संघ के सेवा कार्य : बाढ़ और आपदा में योगदान
सरकार्यवाह जी ने बताया कि संघ के स्वयंसेवक देश में आई प्राकृतिक आपदाओं में सक्रिय योगदान करते हैं। इस वर्ष पश्चिम बंगाल में तारकेश्वरी नदी में आई बाढ़ के दौरान 25,000 लोगों को राहत शिविरों में सहायता प्रदान की गई। ओडिशा बाढ़ के दौरान भी 4,000 लोगों को भोजन और स्वास्थ्य सेवा दी गई। इसके अलावा, वायनाड और कर्नाटक के भूस्खलन तथा गुजरात के बड़ोदरा, जामनगर और द्वारका में भी स्वयंसेवकों ने राहत कार्य किए। 600 मृतकों का अंतिम संस्कार भी स्वयंसेवकों द्वारा उनकी परंपरा के अनुसार कराया गया, जिसमें हिंदू ही नहीं बल्कि विभिन्न समुदायों के मृतकों का भी अंतिम संस्कार किया गया।
‘स्व’ आधारित जीवनशैली और राष्ट्रीयता का महत्व
सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि संघ का ‘स्व’ आधारित जीवनशैली का अर्थ राष्ट्रीय स्वत्व और स्वतंत्रता से है। महात्मा गांधी के स्वराज्य के विचार को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि यहां की परंपरा, सभ्यता और अनुभवों के साथ जीवन जीना ही ‘स्व’ का असली अर्थ है। उन्होंने कहा कि हमें आधुनिकता को अपनाते हुए भी अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए।
पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होल्कर का 300वां वर्ष
सरकार्यवाह होसबाले जी ने पुण्यश्लोका अहिल्याबाई होल्कर का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी शासन कुशलता, सामाजिक जागृति और मंदिरों के जीर्णोद्धार कार्य आज के समाज के लिए प्रेरणा हैं। उनके कार्यों से साबित होता है कि 300 वर्ष पहले भी मातृशक्ति जनता के कल्याण के लिए शासन चलाने में सक्षम थी।
ड्रग्स के खिलाफ और स्वस्थ जीवनशैली के समर्थन में संघ
संघ का आग्रह है कि समाज में संस्कार, समरसता, शिक्षा, और स्वास्थ्य पर जोर दिया जाए। सरकार्यवाह जी ने कहा कि ड्रग्स के प्रति आकर्षण युवाओं को कमजोर बना रहा है और इसे रोकने के लिए संस्कारों में सुधार जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि इंटरनेट प्लेटफार्मों पर जो भी सामग्री दिखायी जा रही है, उसमें से बहुत कुछ समाज के अनुकूल नहीं है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर नियामक बनना चाहिए, ताकि समाज में सकारात्मकता का प्रसार हो सके।
बांग्लादेश के हिंदुओं को पलायन की जरूरत नहीं
हाल ही के बांग्लादेश घटनाक्रम पर सरकार्यवाह जी ने कहा कि वहां के हिंदुओं को अपनी भूमि से पलायन करने की आवश्यकता नहीं है। वे वहीं डटे रहें, वह उनकी भूमि है, बांग्लादेश में हमारे शक्तिपीठ हैं। उन्होंने कहा कि विश्वभर में हिन्दू रहते हैं। जहां भी संकट आता है हिन्दू भारत की ओर देखता है।
वक्फ बोर्ड और श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर विचार
वक्फ बोर्ड के संदर्भ में सरकार्यवाह जी ने कहा कि जो भी निर्णय जेपीसी लेगी, सरकार उसे जनभावनाओं के अनुरूप लागू करेगी। श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय में है, और न्यायालय के निर्णय का सम्मान किया जाएगा। अयोध्या की तरह किसी विशेष कदम की आवश्यकता नहीं है, समाज स्वयं इसका निर्णय करेगा। हम समाज के साथ है।
अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ ने यह तय किया कि आगामी समय में संघ अपने कार्य का विस्तार जारी रखेगा। शाखाओं और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से ‘स्व’ आधारित जीवनशैली, समाज सेवा और आपदा के समय पर सक्रिय योगदान संघ के कार्य का हिस्सा बने रहेंगे। देश के विभिन्न हिस्सों में समाज जागरूकता और परिवर्तन के लिए संघ कार्यकर्ता सक्रिय रहेंगे।
इस पत्रकार वार्ता में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर, सह प्रचार प्रमुख श्रीमान नरेन्द्र ठाकुर जी और प्रदीप जोशी जी, क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम सिंह जी, सह प्रांत प्रचार प्रमुख कीर्ति कुमार जी उपस्थित रहे।
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