बिहार के नवादा से सनातन धर्म में घर वापसी का मामला प्रकाश में आया है, जहां नवादा जिले के कई गावों के रहने वाले 7 ईसाई परिवारों ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली है। इन सभी को ईसाई मिशनरियों ने बरगलाकर ईसाई बना दिया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला नवादा जिले के कौआकोल के अंतर्गत आने वाले सिंघना गांव की बताई जा रही है। घर वापसी करने वाले परिवारों ने बताया कि पहले वे सभी वंचित समुदाय से आते थे, लेकिन कुछ वर्ष पहले कुछ ईसाई मिशनरी उनके गांव में घूमने के बहाने से आए और हमें तंत्र-मंत्र से ठीक करने और अन्य सुविधाओं का लालच देकर ईसाई बना दिया।
लोगों ने बताया कि गांव में ईसाई मिशनरी आए दिन लोगों को बरगलाने की कोशिशें करते देखे जाते हैं। घर वापसी कर चुके लोगों का कहना था कि उन्हें बाद में इस बात का आभास हुआ कि उनके साथ धोखा किया गया है। इसलिए हम सभी ने सनातन धर्म में घर वापसी का फैसला किया। इस मौके पर घर वापसी में इन परिवारों की मदद हिन्दू संगठनों ने की।
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लोगों ने ये भी कहा कि हम सभी पहले भी सनातनी थे, अब फिर से हो गए हैं और आगे भी सनातनी ही रहेंगे। घर वापसी कराने वाली शास्त्री ने कहा कि सनातन धर्म में छल, प्रपंच और कुरीतियों का कोई स्थान नहीं रहता है। साथ ही यह भी बताया गया है कि कुछ दिनों पहले ही सिंघना गांव में अवैध कन्वर्जन के खिलाफ बैठक की गई थी।
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